नरभक्षी की मौत के बाद भी अब तक बीमारी का नहीं हुआ खुलासा, डॉक्टर्स में अभी भी ‘कन्फ्यूजन’

पाली। 60 साल की बुजुर्ग महिला की हत्या के बाद उसका मांस खाने वाले नरभक्षी आरोपी युवक की मौत के बाद भी अब तक उसकी…

image 2023 05 31T123147.416 | Sach Bedhadak

पाली। 60 साल की बुजुर्ग महिला की हत्या के बाद उसका मांस खाने वाले नरभक्षी आरोपी युवक की मौत के बाद भी अब तक उसकी बीमारी का पता नहीं लग पाया है। उसे हाईड्रोफोबिया था या नहीं और किस बीमारी ने उसे नरभक्षी बना दिया। इस पर विशेषज्ञ अपनी राय दे रहे हैं। पुलिस का कहना है कि युवक के पोस्टमार्टम के बाद पता चलेगा कि आरोपी युवक को असल में क्या बीमारी थी।

रेबीज के दिए गए इंजेक्शन

महिला की हत्या के बाद से ही आदमखोर युवक सुरेंद्र का जोधपुर के महात्मा गांधी हॉस्पिटल में इलाज चल रहा था। दरअसल सुरेंद्र ने सराधना गांव में 26 मई की सुबह 60 साल की शांतिदेवी की पत्थर से कुचलकर हत्या की और उसका मांस खाया था। इलाज के दौरान इसे रेबीज के इंजेक्शन दिए गए थे। लेकिन अभी भी पुख्ता तौर पर युवक की बीमारी का पता नहीं चल पाया था कि आखिर ऐसी कौन सी बीमारी थी जिसने उसे इस प्रवृत्ति का नरभक्षी बना दिया था।

हाईड्रोफोबिया से था ग्रसित

डॉक्टर्स ने इस युवक को हाईड्रोफोबिया से ग्रसित होने के बारे में बताया था। पहले तो पुलिस ने जब आरोपी को गिरफ्तार किया तो वह अजीब हरकतें कर रहा था तो पुलिस ने इसे पाली के बांगड़ हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। यहां पर युवक की जांच के लिए एक मेडिकल बोर्ड का गठन किया गया था। क्यों कि ये केस बेहद अलहदा था इसलिए इसकी जांच के लिए डॉकटर्स की टीम भी काफी गंभीर थी। जांच में सामने आया कि आरोपी को रेबीज है। इसकी पुष्टि के लिए वे आरोपी को पानी के सम्पर्क में लेकर आए तो वो पानी को देखते ही चीखने-चिल्लाने लगा। जिससे पता चला कि वो रेबीज के चलते ही उसे हाइड्रोफोबिया हुआ है। इसके बाद उसे जोधपुर रेफर कर दिया गया।

जोधपुर के डॉक्टर्स ने हाईड्रोफोबिया की बात नकारी

जोधपुर के महात्मा गांधी अस्पताल में जब युवक को भर्ती कराया गया तो यहां के विशेषज्ञों ने कहा कि मरीज को हाईड्रोफोबिया नहीं है। आरोपी की जांच में सामने आय़ा कि उसकी किडनी और लीवर पूरी तरह डैमेज हो चुके हैं। वह शराब का अत्यधिक सेवन करता था इसलिए उसके वाइटल ऑर्गन्स पूरी तरह बेकार हो रहे थे, लेकिन हैरानी की बात ये है कि यहां के डॉक्टर्स ने युवक का इलाज किया और ये भी बताया कि इसकी हालत सुधर रही है इसके 12 घंटे बाद ही उसकी मौत हो जाती है।

मौत के बाद स्वीकारा हाईड्रोफोबिया

युवक की मौत के बाद उसका इलाज कर रहे डॉक्टर्स ने बताया कि युवक मानसिक रूप से बीमार था, उसके किडनी-लीवर भी खराब हो चुके थे। यहां पर उन्होंने युवक को हाई़ड्रोफोबिया होने की भी बात स्वीकारी। पुलिस ने कहा है कि आरोपी युवक को कौन सी बीमारी थी और कैसे उसकी मौत हुई है यह उसकी पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पता चलेगा।

ये है मामला

26 मई को सेंदड़ा थाना क्षेत्र सरादना गांव में 60 साल की महिला शांति देवी अपनी बकरियां चराने के लिए जंगल में गई हुई थी। बकरियां चरा कर जब वापस जाने लगी तो जंगल में ही एक 21-22 साल का युवक सामने से आ गया और एक पत्थर उठाकर शांति देवी को मार दिया, जिससे वो नीचे गिर गई और बेहोश हो गईं। इतने में युवक ने कई पत्थरों से उस महिला के चेहरे पर ताबड़तोड़ वार किए, जिससे उसकी मौत हो गई। महिला के मरने के बाद भी युवक को चैन नहीं मिला।

युवक उस महिला के चेहरे से मांस नोंच कर खाने लगा। उसका पूरा मुंह खून से सन गया था। ऐसा करते हुए उसे बकरियां चराने गए दो युवकों ने देखा, तो वे चीखने लगे, युवकों को देखते ही वह युवक भाग गया लेकिन पीछा करते हुए उसे पकड़ लिया। युवक को पकड़ने के बाद उन्होंने पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद सेंदड़ी थाने के SHO अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे और आरोपी को पकड़ लिया।

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