NDRF Mock Drill: बाड़मेर से मुनाबाव जाने वाली ट्रेन मंगलवार सुबह हादसे का शिकार हो गई। सूचना मिलने पर रेलवे अधिकारियों सहित जिला प्रशासन, एनडीआरएफ, पुलिस व चिकित्सा विभाग की टीमें मौके पर पहुंचीं। दरअसल यह एनडीआरएफ की ओर से की गई मॉक ड्रिल थी, ताकि किसी भी तरह की आपातकालीन स्थिति से बचा जा सके। यह मॉक ड्रिल मंगलवार सुबह करीब 80 मिनट तक चली।
पुलिस कंट्रोल रूम पर आई एक कॉल के चंद मिनट बाद बाड़मेर रेलवे स्टेशन परिसर पुलिस छावनी में तब्दील हो गया. कुछ देर बाद ही एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, पुलिस, रेलवे की टीम मौके पर पहुंच पटरी से उतरे डिब्बो को देखकर अधिकारियों ने रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया और 1 घण्टे की कड़ी मशक्कत के बाद घायलों को जिला अस्पताल में भर्ती करवाया है. इसके बाद पता चला कि यह सब स्टेशन की सुरक्षा परखने के लिए मॉक ड्रिल थी.
बता दें कि ट्रेन के डिब्बे एक दूसरे के ऊपर चढ़े हुए थे। इसके बाद सभी टीमों ने मौके पर मोर्चा संभाला। सबसे पहले ट्रेन के डिब्बों के ऊपर चढ़ा गया। इसके बाद यात्रियों को ट्रेन से सुरक्षित निकालने का काम शुरू हुआ। टीम ने ट्रेन के डिब्बों की खिड़कियों को काटकर भी यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकाला। इसके बाद मौके पर मौजूद एंबुलेंस के जरिए घायल यात्रियों को अस्पताल पहुंचाया गया है।
एनडीआरएफ के जवानों ने दुर्घटना के दौरान बचाव और राहत कार्य का पूर्वाभ्यास किया। टीम ने उपस्थित लोगों को बताया कि अगर आपातकालीन स्थिति में सहायता न मिले तो वे खुद अपनी और अपने साथी यात्रियों की मदद कैसे कर सकते हैं। इस मॉक ड्रिल में 15 यात्रियों के चोटिल और 4 गंभीर रूप से घायल होना बताया गया था।