‘भंगार लेवणो है कांई कहकर चिढ़ाते थे लोग’, सोशल मीडिया मीम से परेशान बुजुर्ग ने किया सुसाइड

जोधपुर के लोहावट में सोशल मीडिया पर बने मीम से परेशान होकर बुजुर्ग ने फांस लगाकर दी जान। लोगों की असंवेदनशीलता ने ले ली बुजुर्ग की जान।

भंगार लेवणो है कांई | Sach Bedhadak

जयपुर। बाड़मेर के चौहटन थाना इलाके में रहने वाले बुजुर्ग प्रतापराम (53) लोहावट ने फांसी लगाकर मौत को गले लगा लिया। कुछ दिन पहले एक युवक ने जापानी युवती के साथ मिलकर बुजुर्ग का वीडियो बनाया और इंस्टाग्राम पर डाला था। कैप्शन में लिखा-‘भंगार लेवणो है कांई (कबाड़ लेना है क्या)’। बुजुर्ग का यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ। इसके बाद स्थानीय लोग और युवक बुजुर्ग को भंगार लेवणो है कांई कहकर चिढ़ाने लगे थे।

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फंदा लगाते हुए समय बोले-अब ले लेना मजे

बुजुर्ग युवक लोगों के तानों से परेशान होकर फांसी के फंदे से लटक गए और कहते रहे कि अब ले लेना मजे। लेकिन वहां मौजूद लोग उन्हें बचाने की बजाय उनको चिढ़ाते रहे और बुजुर्ग फांसी के फंदे से लटक गया तो घबराकर भाग गए। बुजुर्ग प्रतापराम ने लोहावट में फलोदी स्टेट हाईवे के पास ठेला रोककर पेड़ पर चढ़कर फांसी का फंदा लगाया। प्रत्यक्षदर्शियों ने ऑफ कैमरा बताया कि जब बुजुर्ग पेड़ पर चढ़कर फंदा लगाने की तैयारी कर रहा था तब भी कुछ युवक बुजुर्ग को उस वीडियो के लिए चिढ़ा रहे थे। घटना की जानकारी पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने बुजुर्ग को नीचे उतारा।

इंस्टाग्राम पर ब्लॉगर ने डाला था वीडियो

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, दो-तीन महीने पहले जापानी पर्यटक और यूट्यूबर मेगुमि मारवाड़ घूमने आई थी। तब उन्होंने अपने साथियों के साथ तेज गर्मी में ठेला चला रहे बुजुर्ग प्रतापराम को मदद के लिए कहा था। इस दौरान बुजुर्ग ने मदद लेने की बजाय उन्हें कहा था कि आपको क्या करना है? भंगार लेना है क्या? मेगुमि व उसके साथियों और बुजुर्ग के बीच इस बातचीत का वीडियो बनाकर स्थानीय व्लॉगर शिवम लखारा ने इंस्टाग्राम पर शेयर किया था। मेगुमि कैमल हेयर कटिंग आर्टिस्ट हैं। कपड़ों पर ब्लॉक प्रिंटिंग भी करती हैं। वह हिंदी-मारवाड़ी भी बोल सकती हैं। उनके वीडियो ट्रेंड में रहते हैं।

बुजुर्ग को चिढ़ाने की चल रही है जांच

लोहावट एसएचओ शैतानराम ने बताया- देर रात हमें सूचना मिली थी कि एक बुजुर्ग पेड़ पर फंदे से लटके हुए हैं। हम मौके पर पहुंचे और कुछ स्थानीय लोगों की मदद से शव को नीचे उतारा गया। चौहटन का रहने वाले प्रतापराम पिछले 6-7 साल से घर से दूर खानाबदोश की तरह रहे थे और भंगार का काम करते थे। उनके 2 बेटे और 2 बेटियां है। सभी शादीशुदा हैं। प्रतापराम दिमागी तौर पर डिस्टर्ब भी थे। सोशल मीडिया पर उन्हें चिढ़ाने की बात सामने आई है, जिसकी जांच चल रही है।

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