Naresh Meena Baran: राजस्थान के बारां जिले की छबड़ा विधानसभा सीट पिछले काफी समय से चर्चा में है जिसके पीछे वजह है वहां चुनावी दावेदारी ठोक रहे नरेश मीणा. राजस्थान विश्वविद्यालय के पूर्व महासचिव और युवा कांग्रेसी नेता नरेश मीणा ने हाल में छबड़ा-छीपाबड़ौद से अपना बायोडाटा पेश किया है लेकिन फिलहाल गुरुवार रात से उनकी गिरफ्तारी को लेकर हंगामा छिड़ा हुआ है जहां सड़क से लेकर सोशल मीडिया तक लोग उनकी रिहाई की मांग कर रहे हैं.
जानकारी के मुताबिक नरेश मीणा ने अपने कुछ समर्थकों के साथ गुरुवार को छबड़ा थाना इलाके में कोटा बीना रेलवे ट्रैक पर जमा हो गए और स्टेट हाइवे जाम कर दिया जिसके बाद पुलिस की समझाइश पर नहीं मानने पर उन्हें मुकदमा दर्ज कर हरनावदाशाहजी इलाके से गिरफ्तार किया गया.
अपने बेबाक अंदाज, तीखी वाकपटुता और युवाओं के बीच फेमस नरेश मीणा पहली बार सुर्खियों में नहीं है, इससे पहले भी वह बीते साल राजस्थान यूनिवर्सिटी छात्रसंघ चुनाव, कांग्रेस नेता दिनेश मीणा की हत्या हो या अवैध बजरी खनन से लेकर किसानों का मसला नरेश मीणा युवाओं को लामबंद करने में मुखर रहते हैं. वहीं मीणा सचिन पायलट के समर्थक बताए जाने वाले मीणा बारां में मंत्री प्रमोद जैन भाया के खिलाफ भी मोर्चा खोल चुके हैं.
किसानों को लेकर किया लोगों को लामबंद
वहीं इससे पहले मीणा ने किसानों को पर्याप्त बिजली, फसल बीमा का बकाया क्लेम और खरीफ सीजन में सुखा घोषित कर किसानों को मुआवजा दिलवाने की कई मांगों पर हाल में कलेक्ट्रेट पर धरना प्रदर्शन किया था जहां उनके नेतृत्व में किसानों की एक रैली भी निकाली गई थी.
हालांकि अधिकारियों से वार्ता के बाद उन्होंने धरना खत्म किया था. नरेश मीणा का लगातार आरोप है कि उनके बारां जिले में भ्रष्टाचार, अवैध खनन चरम पर है और किसानों की कोई सुध नहीं ले रहा है.
इससे पहले मीणा सीएम खेमे के मंत्री भाया के खिलाफ अक्सर बयानबाजी करते रहते हैं जहां बीते दिनों उन्होंने भाया की शह पर बजरी का अवैध कारोबार करने का आरोप लगाया था. मालूम हो कि नरेश मीणा को सचिन पायलट खेमे का माना जाता है और 2018 के विधानसभा चुनावों में उन्होंने टोंक में कई गांवों में स्टार प्रचारक के रुप में चुनावी सभाओं को संबोधित किया था.
RU छात्रसंघ चुनावों में मंत्री की बेटी को घेरा
बीते साल राजस्थान यूनिवर्सिटी में छात्रसंघ चुनावों के दौरान नरेश मीणा ने दावा किया है कि उन्हें छात्रसंघ अध्यक्ष चुनाव मैनेज करने के लिए निहारिका जोरवाल की तरफ से 10 लाख रुपए दिए गए हैं. मीणा ने फेसबुक लाइव करते हुए नोटों की गड्डियां भी दिखाई और कहा कि मैं पैसे मंत्री जी को वापस करने जा रहा हूं.
मीणा ने कहा कि वह मैं बदनामी से डरते हैं. मालूम हो कि नरेश मीणा ने जिस निहारिका जोरवाल का जिक्र किया था वह मंत्री मुरारी लाल मीणा की बेटी है. हालांकि निहारिका चुनाव हार गई थी.
वहीं इससे पहले निहारिका जोरवाल के समर्थन में नरेश मीणा लगातार प्रचार कर रहे थे और जोरवाल के सामने प्रताप भानू मीणा से नामांकन वापस लेने की अपील कर रहे थे लेकिन नामांकन वापस लेने से इनकार करने पर नरेश मीणा ने प्रताप भानू का गिरेबान पकड़ लिया जिसका एक वीडियो भी वायरल हुआ था.
बारां में तलाश रहे सियासी जमीन!
गौरतलब है कि नरेश मीणा इन दिनों बारां जिले में राजनीतिक जमीन तलाश रहे हैं जहां वह 2023 के चुनावों के लिए दावेदारी कर रहे हैं. मीणा एक समय में किरोड़ीलाल मीणा के साथ दिखाई देते थे लेकिन बाद में वह सचिन पायलट के समर्थक बन गए.
इधर बारां में जमीन तैयार करने के लिए नरेश खान मंत्री प्रमोद जैन भाया और छबड़ा से भाजपा विधायक प्रतापसिंह सिंघवी दोनों को घेरते रहते हैं. वहीं अपने शुरूआती दिनों में नरेश मीणा RU छात्रसंघ के महासचिव रह चुके हैं और वह मूल रूप से बारां जिले के रहने वाले हैं.