Russia-Ukrain War : रूस-यूक्रेन युद्ध को साल भर होने को जा रहा है। लेकिन इस युद्ध का अभी कोई निर्णय नहीं हो पाया है, लेकिन अब दुनिया को एक बेहद खतरनाक दर से गुजरने के लिए शायद तैयार हो जाना चाहिए। क्योंकि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन ने कुछ ऐसे संकेत दिए हैं जिससे ये अटकलें लगाई जा रही हैं कि वे अब परमाणु युद्ध के जरिए इस युद्ध का खात्मा करना चाहते हैं।
पुतिन लगातार कर रहे हैं परमाणु बलों के अभ्यास की निगरानी
दरअसल पुतिन इस समय लगातार रूसी परमाणु बलों के अभ्यास की निगरानी कर रहे हैं। बीते बुधवार पुतिन ने रूस के सामरिक परमाणु बलों के अभ्यास सत्र में शामिल हुए। इस अभ्यास में बैलिस्टिक मिसाइल व क्रूज मिसाइलों का प्रक्षेपण शामिल थे। इसका एक वीडियो जारी होने के बाद अब यह मुद्दा पूरे दुनिया में चर्चा का विषय बन गया है। सिर्फ चर्चा ही नहीं इसने पूरे दुनिया को चिंता ने डाल दिया है क्योंकि पुतिन ने अगर परमाणु हमला किया तो इसका खामियाजा सिर्फ यूक्रेन को नहीं बल्कि पूरे विश्व को भुगतना पड़ेगा।
रूस पर हमला करने की स्थिति में दिया जाएगा मुंहतोड़ जवाब
रूस के रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगू बात का खुलासा करते हुए बताया कि इस परमाणु बलों के अभ्यास का मकसद देश पर परमाणु हमला होने के हालात में इससे बड़ा जवाबी हमला किया जाएगा। तो वहीं इस अभ्यास से पहले पुतिन ने चेतावनी भरे लहजे में कहा कि उनके देश में हमले को रोकने के लिए वे सभी उपलब्ध हथियारों का इस्तेमाल करने में जरा भी गुरेज नहीं करेंगे। पुतिन की इस चेतावनी से यह साफ-साफ समझा जा सकता है कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का इशारा परमाणु हथियारों की तरफ था।
इन हथियारों के बल पर जीतेगा रूस
बता दें कि इस अभ्यास के दौरान उत्तरी प्लेसेट्सक प्रक्षेपण स्थल से अंतर महाद्विपीय बैलेस्टिक मिसाइल का परीक्षण किया गया। बैरेंट्स सागर में एक रूसी परमाणु पनडुब्बी ने कामचटका प्रायद्वीप पर कुरा फायरिंग रेंज में एक सिनेवा अंतर महाद्विपीय मिसाइल प्रक्षेपित की। इस अभ्यास में TU-95 बमवर्षक ने क्रूज़ मिसाइलें दागीं। क्रेमलिन के एक बयान में कहा गया कि इस अभ्यास के लिए सभी कार्यों को पूरा कर लिया गया है। सभी प्रक्षेपित मिसाइलों ने अपने अपने लक्ष्य को भेदा। जिससे अब यह सुनिश्चित हो गया है कि यह मिसाइल है किसी भी संकट में देश की रक्षा और दुश्मन को मुंहतोड़ जवाब दे सकेंगे।
नाटो का भी परमाणु अभ्यास जारी
यहां सबसे अहम बात यह है कि रूस ने यह अभ्यास ऐसे समय पर किया है जब नाटो भी उत्तर-पश्चिम यूरोप में अपना वार्षिक परमाणु अभ्यास कर रहा है। जो कि 30 अक्टूबर तक जारी रहेगा। स्टीडफास्ट नून नामक इस अभ्यास में अमेरिका की लंबी दूरी के B-52 बमवर्षक और परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम लड़ाकू विमान समेत लगभग 60 फाइटर जेट शामिल है।
बाइडेन ने रूस को दी चेतावनी
तो वहीं अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने रूस के इस परमाणु अभ्यास को लेकर चेताया है कि अगर रूस यूक्रेन युद्ध में परमाणु हथियारों का इस्तेमाल करेगा तो यह उसकी सबसे बड़ी भूल होगी। बीते मंगलवार बाइडेन ने व्हाइट हाउस में कहा था कि वे इस बात की गारंटी नहीं दे सकते कि परमाणु हथियारों के अभ्यास का कोई अभियान है या नहीं। लेकिन रूस ने यूक्रेन पर अगर परमाणु हथियार से हमला किया तो यह उसकी सबसे बड़ी भूल होगी व इसका अंजाम रूस को भुगतना होगा।