Udaipur Murder Case : कन्हैयालाल हत्याकांड ( Kanhaiya Lal ) में उदयपुर पुलिस ने बीते बुधवार 2 लोगों को गिरफ्तार किया है। इन दोनों पर जुलूस में भड़काऊ नारे लगवाने का आरोप है। यह गिरफ्तारी 20 जून को शहर में भाजपा की निलंबित प्रवक्ता नूपुर शर्मा के खिलाफ निकाले गए मौन जूलूस को लेकर की गई। इन आरोपियों ने नूपुर शर्मा के खिलाफ विरोध प्रदर्शन में कई विवादित नारे लगवाए थे।
आरोपियों में एक हिस्ट्रीशीटर है तो दूसरा कलमा औऱ नात पढ़ने का काम करता था। जूलूस में कन्हैया की हत्या करने के आरोपी रियाज औऱ गौस समेत अन्य सभी आरोपी पहुंचे थे। वीडियो के आधार पर कई लोगों की पहचान की। इसके बाद गुलाम दस्तगी और हाफिज कादरी को पटेल सर्कल से गिरफ्तार किया गया। वहीं इनकी कॉल डिटेल्स में पाकिस्तान के नंबरों पर बात करने का पता चल सकता है।
मौन जूलूस की शर्तों का किया था उल्लंघन
भूपालपुरा थानाधिकारी हनवंत सिंह सोढ़ा ने बताया कि नूपुर शर्मा ( Nupur Sharma ) को गिरफ्तार करने की मांग को लेकर मुस्लिम समुदाय ने मुजीब सिद्दिकी के नेतृत्व में मौन जूलूस निकाला था। इसमें शर्तों का उल्लंघन कर बड़े लाउड स्पीकर लगाकर धार्मिक वैमनस्यता फैलाने की कोशिश की। इसी दौरान कई भड़काऊ नारे लगाए गए थे।
3 आरोपियों को रिमांड औऱ 4 को भेजा गया है जेल
12 जुलाई को उदयपुर के कन्हैयालाल हत्याकांड के सातों आरोपियों को जयपुर की NIA कोर्ट में पेश किया जा चुका है। कोर्ट ने रियाज अत्तारी, गौस मोहम्मद और मोहसिन को रिमांड पर भेजा है। इसके अलावा मोहम्मद मोहसिन, आसिफ, वसीम और फरहाद को जेल भेज दिया गया है।
आरोपियों की कोर्ट में पेशी के लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे। रियाज औऱ गौस की पेशी के समय हुए बवाल को ध्यान में रखते हुए पुलिस का यहां चप्पे-चप्पे पर कड़ा पहरा था।
बता दें कि मोहम्मद गौस औऱ रियाज अत्तारी ने कन्हैया की हत्या कर वीडियो जारी किया था। मोहसिन, आसिफ, वसीम, मोहम्मद मोहसिन ने हत्या के लिए रेकी और साजिश में शामिल थे। वहीं आरोपी फरहाद उर्फ बबला पूरे घटनाक्रम में सक्रिय था।
16 जून को कन्हैया और अन्य लोगों की हत्या की प्लानिंग
उदयपुर में गौस और रियाज की मौजूदगी में फरदाह उर्फ बबला ने 16 को मीटिंग बुलाई और इसमें उन लोगों के बारे में चर्चाएं की गईं, जिन पर पिछले कई दिनों से इनकी पूरी टीम नजर रखे हुए थी। उन्होंने यहीं से नुपूर का समर्थन करने वाले लोगों की हत्या के बारे में प्लानिंग पर काम किया। पहले चरण में पांच से सात लोगों को निशाना बनाने पर सहमति बनी। इनको डराने-धमकाने के साथ हमला करने और हर घटना की फूलप्रुफ रिकॉर्डिंग के बारे में बबला ने योजना साझा की। इसमें वीडियो बनाने, ऑडियो संदेश वायरल करने जैसे नापाक मंसूबे शामिल थे।
कड़ी से कड़ी जोड़कर जांच कर रही है NIA
वहीं एनआईए ( NIA ) जांच में मिले सभी एंगलों की कड़ी से कड़ी जोड़कर यह पता करने की कोशिश कर रही है कि देश में ऐसे कितने लोगों को रडार या टारगेट पर लेने का फरमान जारी किया गया। कौन-कौन इस साजिश को रचने में शामिल है, NIA इसकी सारी परतें उधेड़ने में लगी है। आने वाले दिनों में कई और भी खुलासे होंगे। फिलहाल इन सात साजिशकर्ताओं को एनआईए ने कोर्ट में पेश कर दिया है, जहां से 3 को रिमांड और बाकी 4 को जेल भेजा गया है।
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