अजमेर में प्रदेश की सह प्रभारी अमृता धवन की बैठक से ठीक पहले गहलोत और पायलट के समर्थकों के बीच मारपीट पर अमृता धवन ने बयान दिया है। उन्होंने साफ-साफ शब्दों में कह दिया है कि इस तरह के मीडिया ट्रायल को बंद कर देना चाहिए। हर बात को आप लोग गहलोत वर्सेज पायलट बना देते हैं।
हर बात को गहलोत वर्सेज पायलट ना बनाया जाए
अमृता धवन ने कल कांग्रेस कार्यकर्ताओं के झगड़े के बाद कांग्रेस पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं की सर्किट हाउस में बैठक ली। बैठक के बाद मीडिया से बातचीत में उन्होंने इस झड़प वाली घटना पर भी बयान दिया। उन्होंने कहा कि जब ये सब हुआ तब मैं इस कार्यक्रम में नहीं थी, उस समय पार्टी की बैठक भी शुरु नहीं थी। ये सिर्फ दो लड़कों की किसी बात को लेकर लड़ाई थी। इसे इतना बड़ा न बनाया जाए। पार्टी के सारे पदाधिकारी और वरिष्ठ नेता यहां हैं। कांग्रेस को भाजपा बदनाम करने की साजिश रच रही है। लेकिन इन सब से आगे निकलकर हम अजमेर में भी मिलकर काम करेंगे और राजस्थान में भी मिलकर ही सरकार बनाएंगे।
धवन ने कहा कि बार -बार हर मुद्दे को यहां तक कि दो लड़कों की लड़ाई को भी आप गहलोत वर्सेज पायलट बना देते हैं। तो इस मीडिया ट्रायल को बंद कर दें। ये राजस्थान में बहुत हो चुका है। सीएम अशोक गहलोत इतना अच्छा काम करते हैं। उनके नेतृत्व में हम चुनाव में जा रहे हैं और मिलकर सरकार बनाने वाले हैं।
बैठने को लेकर हो गई थी मारपीट
इस झगड़ में शामिल कांग्रेस के शहर अध्यक्ष विजय जैन ने कहा कि पार्टी पदाधिकारियों की बैठक थी, जिसमें अजमेर सरस डेयरी के अध्यक्ष रामचंद्र चौधरी और राजस्थान पर्यटन निगम के अध्यक्ष धर्मेंद्र राठौड़ के समर्थकों ने एक-दूसरे के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। इस पर हाथापाई हो गई। क्रिश्चियनगंज थानाधिकारी कर्ण सिंह ने बताया कि सभाकक्ष में बैठने की व्यवस्था को लेकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच मारपीट हो गई। दोनों गुटों ने एकदूसरे के खिलाफ नारेबाजी की और बाद में एक-दूसरे की पिटाई कर दी। सिंह ने बताया कि मौके पर मौजूद पुलिस ने हस्तक्षेप कर प्रदर्शनकारियों को शांत कराया। उन्होंने बताया कि किसी को कोई बड़ी चोट नहीं पहुंची है।
राठौड़ ने कहा – कार्रवाई होगी
वहीं इस मुद्दे पर धर्मेंद्र राठौड़ ने कहा था कि जिन्होंने पार्टी के कार्यक्रम में इस तरह का हंगामा मचाया गया उन सभी पर कार्रवाई होगी। राठौड़ ने कहा कि जो लोग कार्यक्रम में आए थे, वो भी कांग्रेसी है। उन्हें सम्मान के साथ हर कहीं बैठने का अधिकार है। उन्हें वहां से उठाकर बाहर जाने को कहा गया, यह बेहद गलत है। इस पर कार्रवाई होगी।