जयपुर। सचिवालय में खजाना मिलने के मामला इन दिनों सूबे की सियासत में छाया हुआ है। भाजपा एक तरफ कांग्रेस पर भ्रष्टाचार का आरोप लगा रही है तो दूसरी तरफ कांग्रेस भाजपा के कार्यकाल से ही इस भ्रष्टाचार की जड़ें फैलने का प्रत्यारोप लगा रही है। सतीश पूनिया ने कांग्रेस पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए प्रदेश में पूर्ण कालिक गृहमंत्री और ACB के DG की नियुक्ति ना हो पाने का हमला बोला। उन्होंने कहा कि अब तक ना राजस्थान को पूर्ण कालिक गृहमंत्री मिला है और ना ही अब तक ACB के डीजी या इस स्तर के किसी अधिकारी की नियुक्ति नहीं हुई इसके चलते ही राजस्थान में माफियाओं का राज हो गया है।
सीएम की नाक के नीचे, सचिवालय के पीछे मिला करोड़ों का खजाना
पूनिया ने एक वीडियो जारी करते हुए कहा कि राजस्थान की जनता ने अशोक गहलोत के शासन में जो पीड़ा भुगती है, वैसे तो उनकी सरकार में किसानों की कर्जामाफी, बेरोजगारी, यक्ष प्रश्न है लेकिन जिस तरह से भ्रष्टाचार की गंगा ने राजस्थान में तांडव किया है, वैसा आज तक के इतिहास में नहीं हुआ। हाल ही में मुख्यमंत्री की नाक के नीचे और सचिवालय की पीछे बड़ी संख्या में नकदी और सोना मिला है। जो इस बात का प्रमाण है कि किस कदर भ्रष्टाचार ने घुसपैठ कर रखी है।
लेकिन हो भी क्यों ना, कुछ सालों में जो ये माफियाओं और अपराधियों का राज हो गया है उसका कारण है कि प्रदेश में बीते अर्से से कोई भी पूर्णकालिक गृहमंत्री नहीं है। सचिवालय की घटना पर पुलिस के अधिकारी, चीफ सेक्रेटरी, डीजी प्रेस कांफ्रेंस करते हैं लेकिन वहां पर कोई ACB का अधिकारी नहीं दिखता है। पूर्णकालिक गृहमंत्री नहीं हैं, समझ में आता है लेकिन ACB के DG की नियुक्ति अब तक नहीं हुई। DG स्तर का कोई सक्षम अधिकारी नहीं है।
अमित शाह को लिखा लेटर
पूनिया ने कहा कि ऐसे में इतने बड़े भ्रष्टाचार की कौन सी एजेंसी जांच करेगी, कितने निरपेक्षता से करेगी, ये सवाल आज भी खड़ा हुआ है। इसलिए राजस्थान सरकार की इस मंशा पर सवाल खड़े होते हैं। इसलिए केंद्रीय गृहमंत्री को इस बारे में पत्र लिखा है और इस मामले की जांच किसी केंद्रीय एजेंसी से कराने की मांग की है। बता दें कि बीते हफ्ते में ही इस संबंध में उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को लेटर लिखा है।
गिरफ्तार आरोपी वेदप्रकाश को ACB कोर्ट में किया गया पेश
इस मामले में आज गिरफ्तार आरोपी वेद प्रकाश यादव को एसीबी कोर्ट में पेश किया गया, एडिशनल एसपी ललित शर्मा आरोपी को लेकर एसीबी कोर्ट पहुंचे थे। एसीबी कोर्ट ने आरोपी को वेदप्रकाश यादव को जेल भेज दिया है।
सचिवालय की अलमारी में मिली था खजाना
गौरतलब है कि बीते 19 मई को सचिवालय में स्थित योजना भवन में फाइलों के डिजिटलीकरण करने के काम को लेकर कई दिनों से बंद पड़ी एक अलमारी से 2 करोड़ 31 लाख 49 हजार 500 रुपए और 1 किलो सोने के बिस्कुट बरामद हुए थे। यह राशि आधार कार्ड के कामकाज देखने वाले यूआईडी विभाग की अलमारी में रखे हुए थे। लैपटॉप बैग और ट्रॉली वाले सूटकेस से यह पैसा और सोना निकला। इसमें 500 और 2000 रुपए के नोट और सोना बिस्कुट के रूप में मिला। इस मामले में सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग (DOIT) से सस्पेंड जॉइंट डायरेक्टर वेद प्रकाश यादव को गिरफ्तार किया गया है।
भाजपा का 7 जून को सचिवालय घेराव
सचिवालय में मिले इस खजाने के विरोध में आगामी 7 जून को भाजपा नेता और कार्यकर्ता प्रदर्शन करेंगे। सचिवालय का घेराव कर वे इस मामले में निष्पक्ष जांच की मांग करेंगे। भाजपा ने कांग्रेस सरकार पर भ्रष्टाचार पर गंभीर आरोप भी लगाए हैं। एक प्रेस कांफ्रेंस में किरोड़ी लील मीणा ने इससे जुड़े कुछ दस्तावेज भी दिखाए थे।