Rajasthan Politics : दिल्ली से जयपुर पर्यवेक्षक बनकर आए अजय माकन और मल्लिकार्जुन खड़गे ने अपनी 9 पन्नों की रिपोर्ट आलाकमान को सौंप दिया। इस रिपोर्ट में अशोक गहलोत को क्लीन चिट दे दी गई है। लेकिन गहलोत को आलाकमान मानने वाले उनके विधायकों को कारण बताओ नोटिस थमा दिया गया है। इनमें महेश जोशी, धर्मेंद्र राठौड़ और शांति धारीवाल शामिल है।
सिलसिलेवार पूरे घटनाक्रम का जिक्र
पर्यवेक्षकों यानी अजय माकन और मल्लिकार्जुन खड़गे ने अपनी 9 पन्नों की रिपोर्ट में रविवार को हुए पूरे सियासी घटनाक्रम का सिलसिलेवार जिक्र किया है। इस पूरी रिपोर्ट को दो भागों में बांटा गया है। जिसके पहले भाग में रविवार की शाम CMR में आयोजित हुई CLP की बैठक का है। इसके बाद से हुई सारी गतिविधियों का एक-एक बिंदु इस भाग में कवर किया गया है, वहीं दूसरे भाग में विधायकों के इस्तीफा सौंपने के बाद का मामला दर्ज किया गया है। साथ ही रिपोर्ट में यह भी लिखा गया है इस पूरे सियासी बवंडर में अशोक गहलोत की कहीं पर भी कोई गलती नहीं थी। उन्हें विधायकों के इस तरह का कदम उठाने का अंदेशा जरा भी नहीं था।
दूसरी तरफ गहलोत के मंत्रियों पर भी आलाकमान की गाज गिर गई है। पर्यवेक्षकों की रिपोर्ट को देखने के बाद पार्टी हाईकमान की तरफ से मंत्रियों को कारण बताओ नोटिस थमाया गया है। इनमें जलदाय मंत्री महेश जोशी, राज्य मंत्री और RTDC चेयरमैन धर्मेंद्र राठौड़ और शांति धारीवाल शामिल है।
नोटिस का देंगे जवाब लेकिन गद्दारों को काबिज नहीं होने देंगे-राठौड़
इस नोटिस को लेकर राजस्थान के पर्यटन राज्य मंत्री धर्मेंद्र राठौड़ का कहना है कि पहले तो सरकार बचाने के मामले में इनकम टैक्स की तरफ से नोटिस दिया गया था लेेकिन वे इससे भी नहीं डरे, यह कार्रवाई तो अभी भी जारी है। अब यह नोटिस हमें थमाया गया है, हम इसका भी जवाब देंगे। हमें राहुल गांधी ने कहा है कि डरना मत। इसलिेए बगैर डरे हम अपनी बात रखेंगे। धर्मेंद्र राठौड़ ने कहा कि राजस्थान की यह धरती वीर शिरोेमणि महाराणा प्रताप की है यहां हम गद्दारों को काबिज नहीं होे देंगे। इस नोटिस का भी जवाब दिया जाएगा। दूसरी तरफ महेश जोशी ने कहा है कि इस नोटिस का जवाब दिया जाएगा, उनका कहना है कि हम इस नोटिस के जरिए आलाकमान तक अपनी पूरी बात पहुंचाएंगे।