Rajasthan Politics : अशोक गहलोत को आलाकमान की तरफ से क्लीन चिट और विधायकों को कारण बताओ नोटिस पर ओसियां विधायक दिव्या मदरेणा ने बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि अशोक गहलोत की तो वैसे भी कोई गलती नहीं है उन्हें तो इस समानांतर बैठक के बारे में पता ही नहीं था। अशोक गहलोत के विधायक सचिन पायलट को गद्दार बताते हैं, असली गद्दार तो महेश जोशी और शांति धारीवाल हैं।
‘धारीवाल खुद चीफ व्हीप फिर भी गद्दारी’
दिव्या मदरेणा ने कहा कि शांति धारीवाल संसदीय कार्यमंत्री हैं और चीफ व्हिप हैं फिर भी वे CLP की बैठक में नहीं आए। ये अशोक गहलोत को अपना आलाकमान मानते हैं और अशोक गहलोत के आलाकमान को ही नहीं मानते। दिव्या ने आगे कहा कि इन विधायकों को नोटिस दिया गया है जो कि सोच समझकर ही आलाकमान की ओर से लिया गया फैसला है।
दिव्या मदरेणा ने कहा कि जब बीते रविवार CLP बैठक के लिए सभी विधायकों को बुलाया गया था तो वे CMR ही बैठक के लिए पहुंची थीं। वहीं दिव्या मदरेणा 1998 का भी जिक्र करना नहीं भूलीं। उन्होंने कहा कि साल 1998 में PCC की बैठक में एक लाइन का प्रस्ताव उनके पिता और वरिष्ठ नेता परसराम मदरेणा ने माइक पर बोलकर पारित कराया था कि आलाकमान का फैसला सभी को मान्य होगा। लेकिन आज जो अशोक गहलोत के मंत्रियों ने दिखाया है उससे यह तो साफ हो गया है कि राजस्थान की राजनीति में कोई भी परसराम मदेरणा जैसा नहीं हो सकता।
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