खालिस्तान समर्थक और भगोड़े अमृतपाल सिंह (Amritpal Singh) खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया गया है 18 मार्च से लगातार पंजाब पुलिस अमृतपाल को पकड़ने के लिए ऑपरेशन चला रही है।
लुकआउट नोटिस और गैर जमानती वारंट जारी
पुलिस महानिरीक्षक सुखचैन गिल ने बताया कि अब तक 154 लोगों को अशांति फैलाने के मामले में गिरफ्तार किया जा चुका है। अमृतपाल सिंह के खिलाफ लुकआउट नोटिस और गैर जमानती वारंट जारी किया गया है। अब लुकआउट नोटिस जारी करने के बाद अमृतपाल को पकड़ने में हमें और भी ज्यादा सहूलियत मिलेगी। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि प्रदेश में शांति सद्भावना बनाए रखने के लिए पंजाब पुलिस लगातार काम कर रही है अमृतपाल के पकड़े गए साथियों के निशानदेही पर कई लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
दूसरे राज्यों की पुलिस के साथ हो रहा है सहयोग
सुखचैन गिल ने कहा कि इस कार्रवाई में पंजाब पुलिस दूसरे राज्यों की पुलिस से भी सहायता ले रही है और वह पूरा सहयोग कर रहे हैं। इसके साथ-साथ पंजाब से सटे हिमाचल प्रदेश में भी कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है। सुखचैन गिल ने अलग-अलग लुक वाले अमृतपाल की तस्वीरें जारी की हैं और लोगों अमृतपाल के दिखने या उसका ठिकाना पता चलने पर तुरंत पुलिस को सूचित करने की अपील की है।
देशविरोधी गतिविधि बर्दाश्त नहीं
शनिवार के दिन यानी 18 मार्च से ही प्रदेश में शांति सद्भावना बनाए रखने के लिए पंजाब सरकार ने इंटरनेट पर भी पाबंदी लगा दी है जोकि आज रिस्टोर कर दिया गया है यानी कि अभी आगे भी जारी रहेगी। इधर अमृतपाल को लेकर मुख्यमंत्री भगवंत मान ने भी प्रदेश की जनता से शांति और सौहार्द बनाए रखने की अपील की है उन्होंने कहा कि हम देश के खिलाफ गतिविधियां करने वाली किसी को भी नहीं छोड़ेंगे। प्रदेश के सौहार्द में जो खलल डालेगा, उसके खिलाफ कठोर से कठोर कार्रवाई की जाएगी।
अमृतपाल के चाचा को भी ले जाया जाएगा असम
इससे पहले हाईकोर्ट में पुलिस महा निरीक्षक सुखचैन सिंह गिल ने कहा था कि अमृतपाल के मामले में आईएसआई और विदेशी फंडिंग का शक गहराया जा रहा है। उन्होंने इस संगठन से जुड़े कम से कम 5 व्यक्तियों के खिलाफ रासुका लगाया है और कार्रवाई की है। गिल ने कहा कि अमृतपाल सिंह के चाचा हरजीत सिंह उसके ड्राइवर को गिरफ्तार कर लिया गया है। उनके ऊपर भी NSA लगाया गया है। जबकि अमृतपाल सिंह के चार सहयोगियों भगवान सिंह, दलजीत सिंह, गुरमीत सिंह, प्रधानमंत्री बाजेका इन चारों को असम की डिब्रूगढ़ जेल में रखा गया है। अमृतपाल के चाचा को भी वहीं पर ले जाया गया है।