सुप्रीम कोर्ट ने आज यानी मंगलवार को अग्निपथ योजना के खिलाफ दायर की हुईं याचिकाओं पर सुनवाई की। जिसके बाद कोर्ट ने बड़ा आदेश देते हुए कहा कि अब इस योजना से जुड़ी जितनी भी याचिकाएं हैं उन सब की सुनवाई दिल्ली हाईकोर्ट में होगी। यही नहीं अब केरल, पंजाब, हरियाणा, पटना, उत्तराखंड के हाईकोर्ट में भी दाखिल याचिकाओं की सुनवाई भी दिल्ली हाईकोर्ट करेगा। वहीं दिल्ली हाईकोर्ट में इन मामले की सुनवाई कब होगी इसके लिए अभी कोई समय-सीमा तय नहीं की गई है।
सुप्रीम कोर्ट में दाखिल थीं 3 याचिकाएं
गौरतलब है कि अग्निपथ योजना के विरोध में सुप्रीम कोर्ट में 3 याचिकाएं दाखिल की गई थीं। जिनमें इस योजना को रद्द करने जैसी मांग शामिल थीं। सुनवाई से पहले सुप्रीम कोर्ट को यह बताया गया कि अग्निपथ से जुड़ी याचिकाएं केरल से लेकर पटना हाइकोर्ट में लंबित हैं।
इस पूरे मामले को लेकर सॉलिसिटर जनरल ने कहा कि देश के कई हाईकोर्ट में इस मामले से जुड़ी याचिकाएं लंबित पड़ी हैं। उन्होंने कोर्ट से कहा कि या तो उन सभी याचिकाओं को यहां ट्रांसफर करने का आदेश दें या फिर दिल्ली हाईकोर्ट से को आदेश दें कि वे इस लंबित मामले की सुनवाई करें। इस पर कोर्ट ने कहा कि बेहतर होगा कि पहले किसी हाइकोर्ट को इस मामले की सुनवाई करने दें। साथ ही कोर्ट ने कहा कि एक मामले की इतनी जगह सुनवाई सही नहीं है। एस तरीका यह हो सकता है कि सभी मामले एक जगह ट्रांसफर कर दिए जाएं, लेकिन किसी हाईकोर्ट का पहले आना ज्यादा बेहतर रहेगा। जिसके बाद कोर्ट ने सारी याचिकाएं दिल्ली हाईकोर्ट को ट्रांसफर करने का आदेश दे दिया।
‘सेना भर्ती में नहीं किया गया है कोई बदलाव’
अग्निपथ स्कीम पर विपक्ष अब आए दिन नए-नए मुद्दे निकाल रहा है। ताजा मामले में विपक्ष ने केंद्र पर आरोप लगाया है कि वह जाति के आधार पर अग्निपथ योजना में भर्तियां निकाल रहे हैं। वे आवेदनकर्ताओं से जाति और धर्म का प्रमाणपत्र मांग रहे हैं, इस पर देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने विपक्ष को जवाब देते हुए कहा कि भर्ती के लिए जो व्यवस्था पहले थी वही चली आ रही है। कोई बदलाव नहीं किया गया है। पुरानी व्यवस्था को ही जारी किया जा रहा है।
अग्निपथ योजना के तहत जारी हैं भर्तियां
एक तरफ जहां अदालतों में अग्निपथ योजना को रद्द करने की याचिकाएं लंबित हैं, वहीं दूसरी तरफ इस योजना के तहत बड़ी संख्या में आवेदन दिए जा रहे हैं। वायुसेना में इसके लिए आवेदन 24 जून से शुरू हो गए थे, नौ सेना के लिए 25 जून से तो थल सेना के लिए भर्ती प्रक्रिया 1 जुलाई से शुरू हो गई थी। इस भर्ती के लिए सिर्फ इस साल 17 से 23 साल तक के युवा आवेदन कर सकेंगे। वहीं अगले साल से यह आयु कम होकर 21 हो गई है।