अगर आप कुछ क्रिएटिव करते हुए पैसा कमाना चाहते हैं तो आप YouTube Shorts बना कर भी अच्छा पैसा कमा सकते हैं। विश्व की दूसरी सबसे ज्यादा विजिट होने वाली वेबसाइट YouTube ने अब कंटेंट क्रिएटर्स को अपने प्लेटफॉर्म्स से जोड़ने के लिए कई नई घोषणाएं की हैं। यूट्यूब ने शॉर्ट्स को भी मोनेटाइज करने का निर्णय लिया है और इसके लिए बाकायदा एक फंड भी बनाया है।
क्यों खास है YouTube की नई पॉलिसी
इस वक्त Google के बाद YouTube सबसे ज्यादा विजिट की जाने वाली दूसरा वेब पोर्टल है। यह दुनिया के लगभग प्रत्येक स्मार्टफोन में इंस्टॉल्ड है और पूरे विश्व में अरबों यूजर्स इसका प्रयोग करते हैं। आज किसी को टाइम पास करना हो, कुछ सीखना हो, कुछ जानना हो, हर चीज के लिए लोग यूट्यूब ही ओपन करते हैं। इस वेबसाइट को मोबाइल, लैपटॉप, पीसी, स्मार्ट टीवी जैसे किसी भी प्लेटफॉर्म पर एक्सेस किया जा सकता है।
यह भी पढ़ें: WhatsApp से कॉल करने पर देने होंगे पैसे! सरकार जल्दी कर सकती है घोषणा
Tik Tok की बढ़ती लोकप्रियता ने यूट्यूब को किया YouTube Shorts बनाने के लिए प्रेरित
टिकटॉक और उस जैसे दूसरे ऐप्स पर आने वाले शॉर्ट वीडियोज की बढ़ती लोकप्रियता ने यूट्यूब को भी इसी तरह की सर्विस लॉन्च करने के लिए प्रेरित किया। आज से लगभग 1.5 वर्ष YouTube Shorts सर्विस को लॉन्च किया गया था। यूट्यूब की इस सर्विस के तहत कोई भी यूजर अपना शॉर्ट वीडियो बना कर अपलोड कर सकता है, उस वीडियो पर दूसरे यूजर्स लाइक, कमेंट और शेयर कर सकते हैं।
गूगल की पैरेंट कंपनी द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार हर महीने लगभग 1.5 बिलियन साइन्ड इन यूजर्स YouTube Shorts को देख रहे हैं। रोजाना यूट्यूब शॉर्ट्स पर करीब 80 बिलियन से भी ज्यादा व्यूज आते हैं जो इसकी लोकप्रियता को दर्शाते हैं।
यह भी पढ़ें: 5G कनेक्शन के लिए नहीं खरीदना होगा नया स्मार्टफोन, न लेनी होगी नई सिम, यहां पढ़ें पूरी डिटेल
गूगल देगा शॉर्ट वीडियो बनाने के लिए पैसा
कंपनी ने पिछले वर्ष शॉर्ट वीडियो क्रिएटर्स के लिए एक 100 मिलियन डॉलर का फंड बनाने की घोषणा की थी। इस फंड से YouTube Shorts को मोनेटाइज किया जाएगा और कंटेंट क्रिएटर्स अपने बनाए कंटेंट पर पैसा कमा सकेंगे। फिलहाल यूट्यूब पर किसी भी चैनल को मोनेटाइज करवाने के लिए 4000 घंटे और न्यूनतम 1000 सब्सक्राइबर्स की जरूरत होती है लेकिन यूट्यूब शॉर्ट्स में इस तरह की कोई जरूरत नहीं होगी। इस प्रोग्राम की सबसे बड़ी खासियत यह होगी कि जो यूजर्स पार्टनर प्रोग्राम के लिए क्वालिफाई नहीं कर पाते हैं, वे भी सब्सक्रिप्शंस और मर्चेंडाइज सेल्स से पैसा कमा सकेंगे।
गूगल की पैरेंट कंपनी एल्फाबेट के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट फिलिप शिन्डलर ने हाल ही में कहा था कि कंटेंट की नई फॉर्म के यूजर्स बढ़ रहे हैं और मल्टीपल प्लेटफॉर्म्स पर इन वीडियोज को देखा जा रहा है। उन्होंने बताया कि शॉर्ट्स मोनेटाइजेशन नतीजे कंपनी के लिए उम्मीद से बेहतर रहे हैं और इसी को देखते हुए YouTube Shorts कंटेंट क्रिएटर्स को अपना कंटेंट मोनेटाइज करने के अवसर दिए जा रहे हैं।