आज भारत सहित विश्व के कुछ भागों में इस वर्ष का अंतिम सूर्य ग्रहण दिखाई देगा। यह ग्रहण आइसलैंड में 14.29 बजे शुरू होगा और शाम 18.32 बजे अरब सागर के ऊपर समाप्त हो जाएगा। नासा द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार 25 अक्टूबर को चन्द्रमा सूर्य के सामने से गुजरते हुए सूर्य और पृथ्वी के बीच में आ जाएगा जिसके कारण सूर्य दिखाई नहीं देगा और दिन में ही रात का सा आभास होने लगेगा।
इस महत्वपूर्ण अवसर पर NASA ने ट्वीट करते हुए लिखा, “25 अक्टूबर को, चंद्रमा सूर्य के सामने से गुजरेगा, जिससे अफ्रीका, एशिया और यूरोप के कुछ दर्शकों के लिए तारा आंशिक रूप से अवरुद्ध हो जाएगा! यह आंशिक सूर्य ग्रहण सूर्य, @NASAMoon, और @NASAEarth के बीच नृत्य देखने का मौका है। सुरक्षित देखने की जानकारी के लिए देखें: https://t.co/z6FQZ9PVw3”
जानिए क्या है सूर्य ग्रहण?
वैज्ञानिकों बताते हैं कि अमावस्या (अमावस्या) के दौरान सूर्य, चंद्रमा और पृथ्वी लगभग एक रेखीय विन्यास में आते हैं, जिससे हम पृथ्वी से बिना किसी सूर्य के प्रकाश के चंद्रमा को देख सकते हैं। लेकिन कई बार सूर्य, चंद्रमा और पृथ्वी लगभग एक ही सीध पर होते हैं जिसके कारण चंद्रमा सूर्य को पूर्ण या आंशिक रूप से कुछ समय के लिए ढकता हुआ दिखाई देगा, जिससे पूर्ण या आंशिक सूर्य ग्रहण हो सकता है। इसी को ग्रहण कहते हैं।
NASA की गाइडलाइन फॉलो कर देख सकेंगे सूर्य ग्रहण
यदि आप भी सूर्य ग्रहण को देखना चाहते हैं तो इसके लिए NASA ने बाकायदा एक गाइडलाइन भी जारी की है। इसमें कुछ टिप्स बताई गई हैं जिन्हें आपको मानना चाहिए।
नासा के अनुसार जब पूर्ण ग्रहण में चंद्रमा सूर्य को पूरी तरह से अवरुद्ध कर देता है, तो सूर्य को सीधे देखना खतरनाक हो सकता है, ऐसे में ग्रहण को देखने के लिए विशेष सावधानी रखनी चाहिए। वैज्ञानिकों के अनुसार किसी कैमरे के लेंस या दूरबीन के माध्यम से सूर्य के किसी भी हिस्से को बिना सौर फिल्टर वाली डिवाइस प्रयोग किए देखने से आंखों को नुकसान पहुंच सकता है।
सूर्य ग्रहण देखने के इच्छुक लोगों को ‘एक्लिप्स ग्लास’ का उपयोग करना चाहिए। ये रेगुलर धूप के चश्मे जैसे नहीं होते हैं, जो सिर्फ धूप से बचाते हैं। एक्लिप्स ग्लास का प्रयोग कर आप सूर्य ग्रहण को बहुत अच्छे से देख सकते हैं और इससे आपकी आंखें भी सुरक्षित रहेंगी। परन्तु यदि आप धूप के चश्मे का प्रयोग कर ग्रहण देखते हैं तो आप अपनी आंखें खो सकते हैं।
सबसे महत्वपूर्ण बात कैमरे के लेंस, दूरबीन या दूरबीन का उपयोग करके सूर्य को देखने का प्रयास नहीं करना चाहिए, साथ ही ग्रहण देखते हुए किसी भी तरह का चश्मा नहीं पहनना चाहिए क्योंकि चश्मे के जरिए सूर्य की किरणें केन्द्रित होकर आंखों को गंभीर नुकसान पहुंचाएंगी।