Udaipur Murder accused attacked: उदयपुर हत्याकांड मामले के चारों आरोपियों को आज जयपुर की NIA कोर्ट में पेश किया गया। जहां से उन्हें 12 जुलाई तक NIA की कस्टडी में भेजा गया है। वहीं पेशी के बाद बाहर आते वक्त मौजूद वकीलों की भीड़ ने आरोपियों को पकड़ कर उनकी पिटाई की। उन पर पानी की बोतलें फेंकी। किसी तरह अधिकारियों ने सुरक्षा बलों की मदद से आरोपियों को उग्र भीड़ के चंगुल से बहुत मुश्किल से छुड़ाया। इसके बाद कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच उन्हें ले जाया गया।
10 दिन की रिमांड पर भेजे गए आरोपी
उदयपुर हत्याकांड के चारों आरोपियों को अजमेर सेन्ट्रल जेल से आज जयपुर NIA कोर्ट लेकर पहुंची थी। यहां से सभी को एटीएस ऑफिस ले जाया गया। जिसके बाद उन्हें दोपहर करीब डेढ़ बजे पेश NIA कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट में करीब 2 घंटे सुनवाई चली। जिसके बाद चारों आरोपियों को 10 दिन के रिमांड पर सौंप दिया गया। कोर्ट आदेश पर एनआईए चारों आरोपियों से अब अलग-अलग पूछताछ करेगी।
वकीलों ने की फांसी की मांग
कोर्ट में चली सुनवाई के दौरान बाहर बड़ी संख्या में वकीलों मौजूद थे। उन्होंने बाहर जमकर हंगामा किया। कन्हैयालाल के दोषियों को फांसी देने की मांग की। स्थिति को कंट्रोल में रखने के लिए एसटीएफ और करीब 1 दर्जन थानों का पुलिस जाब्ते को कोर्ट परिसर में बुलाया और सुरक्षा के इंतजाम को ओर पुख्ता किए गया।
चित्तौड़गढ़ से कन्हैया की हत्या के 3 और आरोपी हिरासत में
उदयपुर हत्याकांड मामले में बड़ी कार्रवाई हुई है। चित्तौड़गढ़ से हत्या के 3 और आरोपियों पकड़ा गया है। साथ ही गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ में पता चला है कि कन्हैया की हत्या में 5 लोग शामिल थे। पकड़े गए तीनों आरोपी कन्हैया की दुकान के बाहर खड़े थे। खबरों के मुताबिक इन तीनों के तार भी पाकिस्तान से जुड़े हुए हैं। आरोपी मोहम्मद गौस इन्हें लेकर पाकिस्तान गया था। जहां ये लोग कट्टरपंथी संगठन दाउत-ए-इस्लामी के एक सेमिनार में शामिल हुए थे। इन्होंने यहां से आतंकी बनने की ट्रेनिंग भी ली थी। यही नहीं गौस और मोहम्मद के फैलाए आतंक के नेटवर्क में ये तीनों भी सक्रिय रूप से शामिल हुए थे। उदयपुर कांड में शामिल इन पांचों लोगों ने कन्हैया की हत्या का एक एक बैकअप प्लान भी तैयार किया था। हालांकि पुलिस अभी कुछ भी पुख्ता तौर पर कुछ भी कहने से बच रही है।