Udaipur Killing Case: उदयपुर हत्याकांड मामले के आरोपी रियाज और गौस को आज जयपुर की NIA कोर्ट में पेश किया गया। उन्हें अजमेर की हाई सिक्योरिटी जेल से जयपुर रवाना किया गया। कोर्ट में पेशी के लिए उनके रूट पर कड़ी सुरक्षा की गई। यहां NIA कोर्ट में पेशी के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। वहीं दूसरी तरफ इसके साथ ही गिरफ्तार किए गए आरोपियों ने पूछताछ में खुलासा किया है कि कन्हैया की हत्या के मामले में 5 लोग शामिल थे।
चित्तौड़गढ़ से कन्हैया की हत्या के 3 और आरोपी हिरासत में
उदयपुर हत्याकांड मामले में बड़ी कार्रवाई हुई है। चित्तौड़गढ़ से हत्या के 3 और आरोपियों पकड़ा गया है। साथ ही गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ में पता चला है कि कन्हैया की हत्या में 5 लोग शामिल थे। पकड़े गए तीनों आरोपी कन्हैया की दुकान के बाहर खड़े थे। खबरों के मुताबिक इन तीनों के तार भी पाकिस्तान से जुड़े हुए हैं। आरोपी मोहम्मद गौस इन्हें लेकर पाकिस्तान गया था। जहां ये लोग कट्टरपंथी संगठन दाउत-ए-इस्लामी के एक सेमिनार में शामिल हुए थे। इन्होंने यहां से आतंकी बनने की ट्रेनिंग भी ली थी। यही नहीं गौस और मोहम्मद के फैलाए आतंक के नेटवर्क में ये तीनों भी सक्रिय रूप से शामिल हुए थे। उदयपुर कांड में शामिल इन पांचों लोगों ने कन्हैया की हत्या का एक एक बैकअप प्लान भी तैयार किया था। हालांकि पुलिस अभी कुछ भी पुख्ता तौर पर कुछ भी कहने से बच रही है।
दोपहर 12 से 4 बजे तक कर्फ्यू में दी जाएगी ढील
उदयपुर में कर्फ्यू का आज पांचवा दिन है। वहीं प्रशासन ने आज दोपहर 12 बजे से 4 बजे तक नियमों में ढील देने का फैसला किया गया है। इसके अवाला आज भी कई जिलों में बंद बुलाया गया है। करौली, अलवर में व्यापारिक संगठनों लने आज बंद को समर्थन दिया है। जिससे सड़कों पर सन्नाटा पसरा हुआ है। जरूरी सेवाओं को छोड़कर सभी प्रतिष्ठान बंद किए गए हैं। वहीं कोटा में भी सर्वसमाज ने बंद बुलाया है।
3 जुलाई को जयपुर भी बंद
उदयपुर मामले को लेकर देश-प्रदेश में आक्रोश की लहर है। कई हिंदू और सामाजिक संगठन इसके विरोध में बंद का आह्वान कर रहे हैं। इसके चलते हिंदू संगठनों ने कल यानि 3 जुलाई को राजधानी जयपुर समेत कई जिलों में बंद बुलाया है। उन्होंने सभी व्यापारिक प्रतिष्ठानों से बंद का समर्थन करने की अपील की है।
NIA ही करेगी मामले की जांच
उदयपुर मामले की जांच कल NIA को सौंप दी गई है। उदयपुर DG कोर्ट ने NIA के आवेदन पर यह फैसला सुनाया था। इस फैसले से अब राज्य सरकार की ओर से गठित की गई SIT अब इस मामले को नहीं देखेगी।
यूपी ATS भी है जांच में शामिल
उदयपुर मामले के आरोपियों का यूपी कनेक्शन होने के चलते राज्य की ATS टीम भी उदयपुर आ गई है। औऱ मामले की जांच कर रही है कि कहीं आरोपियों ने यूपी में भी दहशतगर्दी तो नहीं फैला रखी है। इसके साथ ही कानपुर-प्रयागराज के अलावा और कहां-कहां आरोपियों ने अपना नेटवर्क बिछा रखा है। इसके साथ NIA की टीम भी मामले की तह तक जाने के लिए कानपुर में पहुंच चुकी है। और दाउते इस्लामी से जुड़े हर एक तार की खोज कर रही है।