टोंक। राजस्थान के टोंक जिले में मालेड़ा ग्राम पंचायत क्षेत्र में बिना सड़क मय रपटा का निर्माण कार्य कराए ही करीब 10 लाख रुपये से ज्यादा की राशि नरेगा मद से उठाने का मामला सामने आया है। यह आरोप ग्रामीणों ने सरपंच, ग्राम विकास अधिकारी, नरेगा सहायक पर लगाया है।
ग्रामीणों ने कहा कि इन तीनों मिलीभगत कर बिना कार्य कराये ही सरकार के लाखों रुपये उठाए गए है, जबकि मौके पर ना तो ग्रेवल सड़क बनी है और ना ही रपटा बना है। ग्रामीणों ने कलेक्टर चिन्मयी गोपाल को ज्ञापन देकर जांच कर आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है।
कलेक्टर को दिए ज्ञापन में इमरान, सुखदेव, गोपाल,रामेश्वर आदि ने कल शाम को दिए बताया कि मालेड़ा पंचायत क्षेत्र के रामथला में ईट भट्टा से फार्म हाउस तक ग्रेवल सडक मय पुलिया निर्माण कार्य नरेगा मद से 28 लाख रुपये लगभग पौने दो साल पहले स्वीकृत हुए थे। इसके वर्क ऑर्डर 29 दिसंबर 2021 को जारी हो गए थे। लेकिन अभी तक भी सड़क नहीं बनी और ना रपटा बना है।
इसके बावजूद सरपंच, ग्राम विकास अधिकारी, नरेगा सहायक ने मिलीभगत से फर्जी बिल बाउचर , मस्ट्रोल लगाकर 10-12 लाख रुपये का भुगतान उठा लिया। जबकि एक रुपये का भी काम नहीं हुआ। अब बारिश का सीजन नजदीक है। लोगों को नाले पार करते समय फिर बरसाती पानी की समस्या उठानी पड़ेगी।