पेपर लीक मामले को लेकर पूरे प्रदेश में सियासत गर्मा रही है। इस पर सत्ता पक्ष और विपक्ष की तरफ से आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। आज तो पूरे प्रदेश के अलग-अलग जिलों में भाजपा ने आयोग और सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। दूसरी तरफ आज सांसद राज्यवर्धन राठौड़ ने भाजपा मुख्यालय में प्रेस कांफ्रेंस की और गहलोत सरकार पर पेपर लीक का आरोप लगाया।
पिस रहे हैं मिडिल क्लास फैमिली के छात्र
राज्यवर्धन राठौड़ ने गहलोत सरकार के कार्यकाल में हुए परीक्षाओं के पर्चे लीक होने को गिनाया। राठौड़ ने कहा कि इन परीक्षाओं में नेताओं के बच्चे तो पास हो रहे है। लेकिन हमारी जनता पिस रही है। गरीब किसान और मिडिल क्लास फैमिली के बच्चे पिस रहे हैं। इन पेपर लीक केसेस में बड़े बड़े लोगों की मिलीभगत है। राजस्थान सरकार सिर्फ एक ही परिवार को आगे बढ़ाने में लगी हुई है।
उन्होंने कहा कि इन सब मुदों को लेकर ही जनाक्रोश यात्रा निकाली जा रही है। राठौड़ ने कहा कि 4 से 14 तक यात्रा में जयपुर संभाग में 22800 किमी की यात्रा कवर हुई है। 31.5 लाख लोगों से जन संपर्क हुआ है। महिला भागीदारी 17 प्रतिशत तक रही है।
पूर्व शिक्षा मंत्री ने RPSC पर लगाए गंभीर आरोप
पूर्व शिक्षा मंत्री वासुदेव देवनानी और सांसद भागीरथ चौधरी ने RPSC मुख्यालय में जाकर सचिव एचएल अटल से बाचतीत की। वासुदेव देवनानी ने अटल को चेतावनी देते हुए कहा कि इस मामले में CBI जांच हो, इस कांग्रेस सरकार में अब तक 11 पेपर आउट हो चुके हैं। परीक्षार्थियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ हो रहा है। हमारी सरकार के वक्त एक भी पर्चा लीक नहीं हुआ था, राज्य स्तरीय पेपर तो छोड़िए केंद्र वाले जो भी एग्जाम होते थे, उसमें तक कोई छेड़छाड़ नहीं होती थी। मेरे शिक्षा मंत्री रहते हुए एक भी पर्चा लीक हुआ हो तो बताइये।