कोटा। वरिष्ठ अध्यापक भर्ती परीक्षा का पर्चा लीक होने के बाद अब प्रदेश की सियासत अपने चरम पर हैं। आज दिन भर भाजपा ने अजमेर समेत पूरे प्रदेश में जबरदस्त प्रदर्शन किया। वहीं कोटा में भाजपा कार्यकर्ताओं के विरोध का अलग ही अंदाज देखने को मिला। यहां भाजपा कार्यकर्ता पेपर लीक के विरोध में चंबल नदी में उतर गए। अर्धनग्न होकर भाजपा कार्यकर्ता नदी में हाथ में बैनर लेकर खड़े रहे।
सरकार का कुप्रबंधन है पेपर लीक का कारण
भाजपा किसान मोर्चा प्रदेश कार्यसमिति के सदस्य राकेश नायक ने बताया कि कांग्रेस सरकार सम्पूर्ण कर्जमाफी का झूठा आश्वासन देकर सत्ता में आई और सत्ता में आते ही कांग्रेस ने किसान, युवा और मध्यम वर्ग का शोषण करना आरंभ कर दिया। पिछले चार साल के शासन में एक भी भर्ती पूरी नहीं हो पाई और कुप्रबंधन के कारण लगातार रीट, वनरक्षक,सेकंड ग्रेड भर्ती परीक्षाओं के पेपर आउट होते रहे।
चंबल नदी के तट पर SDM को दिया ज्ञापन
नायक ने कहा कि कांग्रेस सरकार भारत जोड़ो यात्रा तथा राहुल गांधी के स्वागत सत्कार में इतनी व्यस्त रही कि पेपर की सुरक्षा और प्रबंधन को ताक पर रख दिया। बता दें कि चंबल के तट पर ही SDM दीपक मित्तल को ज्ञापन देकर पूरी शिक्षक भर्ती की सीबीआई जांच करवाने, पूरी शिक्षक भर्ती परीक्षाएं निरस्त कर जल्द ही आयोजित करवाने, लीक गिरोह और दोषी अधिकारियों पर देशद्रोह का मुकदमा चलाने, गरीब अभ्यर्थियों को आर्थिक मुआवजा देने की मांग की गई है।
अजमेर में भाजपा ने RPSC मुख्यालय पर किया प्रदर्शन
बता दें कि अजमेर में भाजपा ने तो RPSC प्रबंधन का पुतला तक जला दिया था। भाजपा के इस प्रदर्शन में पूर्व शिक्षा मंत्री और अजमेर उत्तर विधायक वासुदेव देवनानी, सांसद भागीरथ देवनानी और विधायक अनीता भदेल भी शामिल थे। इस प्रदर्शन में भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं ने RPSC मुख्यालय में घुसने की कोशिश की। इस पर पुलिस ने बैरिकेंडिंग लगाकर उन्हें रोकने की कोशिश की।
हंगामा गर्माता देख कार्यकर्ताओं और पुलिस कर्मियों में धक्का-मुक्की तक हो गई। इसके बाद पूर्व शिक्षा मंत्री वासुदेव देवनानी, सांसद भागीरथ चौधरी और विधायक अनीता भदेल को RPSC मुख्यालय के अंदर जाने दिया गया। इसके बाद वासुदेव देवनानी, भागीरथ चौधरी ने RPSC सचिव एचएल से चेतावनी भरे लहजे में बात की। उन्होंने आयोग पर गंभीर आरोप भी लगाए।