जोधपुर। ‘जाको राखे साइयां मार सके ना कोय’ यह कहावत रविवार को उस वक्त चरितार्थ हुई, जब लड़की के ऊपर से आधी ट्रेन निकल गई। लेकिन, उसे खरोंच तक नहीं आई। यह चौंकाने वाला मामला राजस्थान के जोधपुर शहर में सामने आया है। इस घटना को एक वीडियो पर भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। जिसमें साफ दिख रहा है कि कैसे ‘मौत’ लड़की को छूते हुए निकल गई।
जानकारी के मुताबिक एक लड़की जोधपुर शहर के बीजेएस एरिया में रेलवे ट्रैक पर लेटी हुई थी। इस दौरान सामने से एक मालगाड़ी आ रही थी। युवती को देखते ही लोको पायलट ने हॉर्न बजाना शुरू कर दिया। लेकिन, लड़की रेलवे ट्रैक से नहीं उठी। ऐसे में लोको पायलट ने सूझबूझ का परिचय देते हुए समय रहते ब्रेक लगाए। हालांकि, तब तक आधी ट्रेन लड़की के ऊपर से गुजर चुकी थी।
ट्रेन के रुकते ही रेलवे स्टाफ और मौके पर मौजूद लोगों ने लड़की को बाहर निकालने की कोशिश की। लेकिन, वह रेलवे ट्रैक से नहीं हटी। इसी दौरान पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने समझाइश के बाद लड़की को ट्रेन के नीचे से बाहर निकाला और महा मंदिर थाने लेकर आई। जहां पर लड़की से पूछताछ की। हालांकि, खुदकुशी की कोशिश के कारणों का पता नहीं चल गया। इसके बाद पुलिस ने लड़की के परिजनों को बुलाया।
पुलिस बोली-अचानक ट्रैक पर गिर गई थी लड़की
लोगों को अंदेशा है कि उसने आत्महत्या का प्रयास किया होगा, लेकिन पुलिस ने इनकार किया है। थानाधिकारी ने कहा कि रविवार अपराह्न में लड़की बीजेएस कॉलोनी व नट बस्ती के रेलवे ट्रैक के पास से निकल रही थी। अचानक वह ट्रैक के बीचों-बीच गिर गई। इतने में एक ट्रेन वहां आ गई और उसके ऊपर से निकल गई। लोको पायलट को पता लगा तो उसने ट्रेन रोकी, लेकिन तब तक आठ-दस डिब्बे निकल चुके थे। ट्रैक के बीचों बीच गिरने से उसकी जान बच गई।
पाली में नर्सिंग कर रही है लड़की
थानाधिकारी मुक्ता पारीक ने बताया कि लड़की भोपालगढ़ की रहने वाली है और पाली के एक नर्सिंग कॉलेज से नर्सिंग कर रही है। लड़की के परिजनों को थाने बुलाया गया है। थाने आए परिजनों ने बताया कि वह पाली में नर्सिंग कर रही। लेकिन, यहां कैसे और क्यों आई उन्हें पता नही है। हालांकि, युवती के परिजनों के आग्रह पर पुलिस ने लड़की की पहचान उजागर नही की है। थाने पिता व भाई को देखकर छात्रा भावुक हो गई। बाद में परिजन उसे घर ले गए। फिलहाल, कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई गई है।
जा सकती थी लड़की जान…
खास बात ये रही है कि आठ-दस डिब्बे ऊपर से निकलने के बावजूद भी लड़की को खरोंच तक नहीं आई। ट्रेन के इंजन का नीचे का हिस्सा जमीन से कम ही दूरी पर रहता है। लेकिन, गनीमत रही कि लड़की का शरीर ट्रेन से टच नहीं हुआ। जिसके चलते लड़की की जान बच गई। अगर ऐसा नहीं होता तो लड़की की जान जा सकती थी।
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