Sukhdev Singh Gogamedi : जयपुर। श्री राजपूत करणी सेना के प्रमुख सुखदेव सिंह गोगामेडी के शव का आज उनके पैतृक गांव में अंतिम संस्कार किया जाएगा। अभी गोगामेडी की पार्थिव देह जयपुर के राजपूत सभा भवन में अंतिम दर्शनों के लिए रखी गई है। जहां पर उनको श्रद्धांजलि देने वालों का तांता लगा हुए है। सवाई मानसिंह अस्पताल में देर रात पोस्टमार्ट के बाद उनके शव को राजपूत सभा भवन में अंतिम दर्शनों के लिए रखा गया है। इसके बाद गोगामेडी के शव को हनुमानगढ़ जिले के गोगामेड़ी गांव ले जाया जाएगा। जहां पर दोपहर बाद सुखदेव सिंह गोगामेडी के शव का अंतिम संस्कार होगा।
श्री राजपूत करणी सेना के प्रमुख सुखदेव सिंह गोगामेडी की हत्या के बाद प्रदेशभर में गुस्सा व्याप्त है। राजस्थान बंद के आह्वान के तहत बुधवार को राज्य के शहरों के साथ गांव-कस्बों में भी दुकानें बंद रहीं। बंद का सबसे ज्यादा असर राजधानी जयपुर में दिखा। इस दौरान लोग आक्रोशित लोगों के जत्थे दुकानों को बंद कराते दिखे। हालांकि, कहीं से किसी गंभीर या बड़ी घटना की सूचना नहीं है। जयपुर में व्यापारिक संगठनों ने भी बंद को समर्थन दिया। जयपुर सहित प्रदेश के सभी छोटे बड़े शहरों में लो-फ्लोर बसों का संचालन भी बंद करवाया। बुधवार को सीकर, बीकानेर, जोधपुर, भरतपुर, अलवर, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, करौली, धौलपुर, उदयपुर, टोंक, अजमेर सहित तमाम जिलों में बंद सफल रहा।
पोस्टमार्टम के बाद देर रात खत्म हुआ धरना
मांगों पर सहमति बनने के बाद बुधवार शाम मेट्रो मास अस्पताल के बाहर सड़क पर चल रहा धरना खत्म हो गया। हालांकि, शाम को धरना स्थल पर पहुंची गोगामेडी की पत्नी शीला शेखावत ने कहा कि जब तक आरोपियों को पकड़ कर उनके सामने नहीं लाया जाता, तब तक धरना जारी रहेगा। लेकिन, बाद में पोस्टमार्टम के बाद देर रात शीला शेखावत ने धरना खत्म करने का ऐलान कर दिया। इधर, पुलिस ने 72 घंटे के अंदर आरोपियों की गिरफ्तारी का लिखित आश्वासन दिया है। साथ ही एसएचओ मनीष, बीट प्रभारी और बीट कॉन्स्टेबल को सस्पेंड किया गया है।
एनआईए से जांच समेत इन 11 मांगों पर बनी सहमति
-शूटरों को 72 घंटे में गिरफ्तार किया जाए।
-गैंगस्टर लॉरेंस व रोहित गोदारा के खिलाफ कार्रवाई की जाए।
-प्रकरण का अनुसंधान एनआईए द्वारा करने की अनुशंसा की जाएगी।
-गोगामेड़ी को सुरक्षा उपलब्ध नहीं कराने के संबंध में हाईकोर्ट के सेवानिवृत्त न्यायाधीश से जांच कराई जाएगी।
-ट्रायल फास्ट ट्रैक कोर्ट में होगा।
-जांच के दौरान थानाधिकारी और बीट अधिकारी लाइन हाजिर रहेंगे।
-सुखदेव के परिजन को आर्थिक सहायता व नौकरी के लिए राज्य सरकार को अनुशंसा की जाएगी।
-घायल अजीत सिंह के परिजन को आर्थिक सहायता दिलाने के लिए अनुशंसा की जाएगी।
-जयपुर व हनुमानगढ़ में सुखदेव के अब परिजन को पुलिस सुरक्षा दी जाएगी।
-परिजन को हथियार लाइसेंस भी दिया जाएगा।
-ELD सभी गवाह को सुरक्षा उपलब्ध करवाई जाए।
-समाज के प्रतिष्ठित ऐसे लोग, जिन्हें खतरा है, उन्हें भी सुरक्षा उपलब्ध करवाई जाए।
पत्नी ने लगाए गंभीर आरोप, एसआईटी करेगी जांच
इससे पूर्व शीला शेखावत ने श्याम नगर थाने में एफआईआर दर्ज कराई। जिसमें आरोप लगाया कि आपराधिक षड्यंत्र के तहत मेरे पति को सुरक्षा उपलब्ध नहीं कराई गई। उन्होंने निवर्तमान मुख्यमंत्री गहलोत और डीजीपी पर इसका आरोप लगाया। इस दौरान डीजीपी उमेश मिश्रा ने मामले की जांच के लिए एसआईटी गठित की, जिसकी कमान एडीजी क्राइम दिनेश एनएम को दी और दोनों आरोपियों पर 5-5 लाख रुपए का इनाम घोषित किया। वहीं, मुल्जिमों के बारे में सूचना देने वालों को भी 5-5 लाख का इनाम देने की घोषणा की गई। उधर, केंद्र ने बुधवार रात मामले की जांच एनआईए को सौंपने की मंजूरी दी। समाज ने 10 दिसंबर को दिल्ली के रामलीला मैदान में श्रद्धांजलि सभा का ऐलान किय।
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