भोपाल/रायपुर। मध्य प्रदेश व छत्तीसगढ़ में स्पष्ट बहुमत हासिल करने के बाद भाजपा में दोनों राज्यों में मुख्यमंत्री के चेहरे को लेकर मंथन और अटकलें दोनों तेज हो गई हैं। चर्चा है कि सीएम पद की कमान किसी नए चेहरे को सौंपी जा सकती है और दो डिप्टी सीएम बनाए जा सकते हैं। मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में पार्टी ने जिस तरह से दो तिहाई बहुमत हासिल किया है, इससे इस पद पर उनका दावा स्वत: मजबूत हो गया है।
इसके अलावा चौहान प्रदेश में पार्टी में सबसे बड़ा ओबीसी चेहरा हैं, जिनके वोटरों की संख्या लगभग पचास फीसदी हैं। हालांकि शिवराज सिंह खुद कह चुके हैं कि वह इस पद के दावेदार न पहले थे और ना आज हैं। वे फिलहाल राज्य के दौरे के तहत बुधवार को छिंदवाड़ा पहुंचे।
दूसरी ओर छत्तीसगढ़ में भी डॉ. रमन सिंह, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष अरुण साव को सीएम पद की दौड़ में प्रमुख दावेदार माना जा रहा है। इनके अलावा केंद्रीय मंत्री रेणुका सिंह, गोमती साय, राम विचार नेताम और विष्णु देव साय के नाम भी चर्चा में शामिल माने जा रहे हैं। चूंकि पार्टी को तीन चार माह में लोकसभा चुनाव के लिए मैदान में उतरना है, इसलिए वह बहुत ही सावचेती से कदम उठा रही है।
राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार विधानसभा चुनाव से पूर्व मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री बदले जाने की जो अटकलें थी, वह अब और भी तेज हो गई है। ऐसे में केंद्रीय मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल, नरेंद्र सिंह तोमर, ज्योतिरादित्य सिंधिया, कैलाश विजयवर्गीय के नाम भी सीएम पद की रेस में शामिल माने जा रहे हैं। इनमें से कई नेता ऐसे है, जिन्हें न सिर्फ प्रशासनिक बल्कि संगठनात्मक अनुभव है। ऐसे में हर एक का दावा मजबूत दिखाई पड़ता है। यदि पार्टी संगठन से किसी मजबूत नेता को सीएम की कुर्सी सौंपती है तो यह नाम बदल भी सकते हैं।
चौहान के स्थान पर नए नेता को लेकर अटकलें
पार्टी ने इस बार दोनों राज्यों में विधानसभा चुनाव में सीएम फेस के बिना चुनाव मैदान में उतरी थी, इसलिए भी चौहान के स्थान पर नए नेता को लेकर भी राजनीतिक क्षेत्रों में अटकलें लगाई जा रही हैं। इसके साथ ही प्रदेश में किसी महिला को मुख्यमंत्री बनाने और दो डिप्टी सीएम बनाने की भी अटकलें हैं। पार्टी ओबीसी व आदिवासी मतदाताओं पर अपनी पकड़ को मजबूत रखने के लिए यह दांव चल सकती है।
छत्तीसगढ़ में आदिवासी सीएम संभव
छत्तीसगढ़ में भाजपा अगर अगामी लोकसभा चुनाव को देखते हुए आदिवासी चेहरे पर मुख्यमंत्री का दांव चलती है तो इस रेस में बड़ा नाम केवल विष्णुदेव साय को मुख्य दावेदार माना जा रहा है। वह राज्य में बड़ा आदिवासी चेहरा हैं। साल 2022 में विष्णुदेव साय को हटाकर अरुण साव को बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया था। छत्तीसगढ़ आदिवासी बाहुल्य राज्य है। यहां की 32 फीसदी आबादी एसटी वर्ग की है। अगामी लोकसभा चुनावों के मद्देनजर भाजपा यह दांव चल सकती है।
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