Sachin Pilot Jan Sangharsh Yatra : जयपुर। भ्रष्टाचार और पेपर लीक मुद्दों को लेकर निकाली गई पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट की जन संघर्ष यात्रा का सोमवार को समापन हो गया है। अंतिम दिन भांकरोटा में जनसभा का आयोजन किया गया। जनसभा को संबोधित करते हुए मंत्री राजेंद्र गुढ़ा ने अपनी ही सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि राजस्थान सरकार का एलाइनमेंट बिगड़ चुका है। भ्रष्टाचार चरम पर है। प्रदेश में बिना पैसे कोई फाइल नहीं खिसकती है। उन्होंने मंत्री शांति धारीवाल पर तंज कसते हुए कहा कि वे बोलते है कि हमारे मुख्यमंत्री ने अच्छे-अच्छे को पानी पिला दिया। लेकिन, धारीवाल जी राजस्थान की जनता मई-जून में प्यासी है, इनको पानी पिलाओ। आपके ऑफिस से कोई पैसे बिना भ्र्ष्टाचार के नहीं निकलती। हमारे मुख्यमंत्री जी ने पूछा शिक्षकों से ट्रांसफर पैसे से होते है तो शिक्षक बोले नहीं। भरत सिंह जी 3 साल से विधानसभा नहीं आ रहे हैं। वे चिट्ठी पर चिट्ठी लिखकर कह रहे, धारीवाल और भाया ने खूब खाया।
हमारी सरकार ने तोड़ दिए भ्रष्टाचार के सारे रिकॉर्ड
उन्होंने कहा कि सरकार में भ्रष्टाचार खुलेआम हो रहा है। हमारी सरकार ने भ्रष्टाचार के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। पायलट हमारे नेता हैं, जो फैसला आप करेंगे, हम मानेंगे। साल 2023 का फैसला जनता तय करेगी। राजस्थान की सरकार कर्नाटक के 40 परसेंट के कमीशन से भी ऊपर जा रही है, करप्शन की सारी हदें पार कर दी हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री और पूर्व मुख्यमंत्री को कोरोना भी एक साथ होता है। भाजपा के हेलिकॉप्टर कैसे खाली गए। भाजपा विधायकों को कैसे खरीदा गया, मेरे पास सबूत है। किसे क्या-क्या दिए, इसके भी सबूत हैं।
पायलट की जनसभा ये नेता हुए शामिल
पांच दिवसीय जन संघर्ष यात्रा सुबह करीब 11 बजे महापुरा मोड से शुरू होकर जयपुर पहुंची। अंतिम दिन अजमेर रोड स्थित भांकरोटा में पायलट की जनसभा हुई। जिसमें कांग्रेस के 15 विधायक शामिल हुए। यहां पायलट के समर्थकों की भारी भीड़ जुटी। जनसभा में भीड़ जुटाने को शक्ति प्रदर्शन से जोड़कर देखा जा रहा है। जनसभा में मंत्री राजेंद्र गुढ़ा, जीआर खटाना, वेद सोलंकी, सुरेश मोदी, पारीक, हरीश मीणा, खिकाड़ीलाल बैरवा, गिर्राज मलिंगा, दीपेंद्र सिंह शेखावत, मुकेश भाकर और रामनिवास गावडिया सहित अनेक कांग्रेसी नेता-कार्यकर्ता व पायलट समर्थक मौजूद रहे। बता दें कि पायलट की जन संघर्ष यात्रा अजमेर से शुरू होकर पांच दिन बाद जयपुर पहुंचकर समाप्त हुई है।