जयपुर। राजस्थान से मानसून विदा होने के बाद मौसम ने भी करवट बदल ली है। प्रदेश में अब बारिश का दौर समाप्त हो गया। वहीं अक्टूबर का महीना शुरू होने के साथ ही गुलाबी ठंड की आहट महसूस होने लगी है। राज्य के कई जिलों में सुबह-शाम मौसम बदलने लगा है। मौसम के शुष्क बने रहने से अब ठंडक का अहसास भी होने लगा है।
तापमान में होगी गिरावट…
मौसम विभाग के अनुसार, अगले 4 से 5 दिनों के दौरान राजस्थान का औसत तापमान 39 डिग्री से 25 डिग्री के आसपास रहने की संभावना है। वहीं इस सीजन में राजस्थान के किसी शहर में बीते दिन पहली बार पारा 15 डिग्री सेल्सियस से नीचे गिरा है। बीती रात 12 शहरों में पारा 20 डिग्री सेल्सियस से नीचे दर्ज हुआ। मौसम विशेषज्ञों का अनुमान है कि एक नया वेर्स्टन डिर्स्टबेंस अगले एक-दो दिन में उत्तर भारत के ऊपर सक्रिय होगा। इससे गिलगिट बाल्टिस्तान, कश्मीर और लद्दाख एरिया में बारिश हो सकती है। इस सिस्टम के चले जाने के बाद उत्तर भारत से फिर से ठंडी हवाएं चलेगी। पंजाब, हरियाणा, राजस्थान समेत कुछ राज्यों में तापमान में मामूली गिरावट हो सकती है।
सीकर में रही सबसे ज्यादा ठंडक…
मौसम विभाग जयपुर की रिपोर्ट के अनुसार, बीती रात सबसे ज्यादा ठंडक सीकर जिले में रही, जहां का न्यूनतम तापमान 14.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। सीकर के अलावा चूरू, हनुमानगढ़, करौली, फतेहपुर, सिरोही, बारां, धौलपुर, उदयपुर, पिलानी, अलवर और भीलवाड़ा में भी बीती रात न्यूनतम तापमान 20 डिग्री सेल्सियस से नीचे रहा।
ग्रामीण इलाकों में बढ़ने लगी रात में ठंड…
फलौदी को छोड़कर सभी शहरों में रात का न्यूनतम तापमान 25 डिग्री सेल्सियस से नीचे रहा। राजधानी जयपुर में न्यूनतम तापमान 22.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। जयपुर के ग्रामीण इलाकों में भी अब रात में ठंडक बढ़ गई। जयपुर के अलावा कोटा, चित्तौड़गढ़, पाली, गंगानगर में भी न्यूनतम तापमान 21 से 22 डिग्री सेल्सियस तक आ गया है।
राजस्थान में अगले 4 दिन मौसम शुष्क रहेगा…
राजस्थान में मौसम की स्थिति देखे तो अगले 4-5 दिन मौसम शुष्क रहने का अनुमान है। इस कारण दिन-रात के तापमान में उतार-चढ़ाव देखने को मिलेगा। उत्तरी राजस्थान के गंगानगर, हनुमानगढ़ के अलावा चूरू, सीकर, झुंझुनूं में रात के तापमान में थोड़ी गिरावट हो सकती है। वहीं पश्चिमी राजस्थान के जैसलमेर, बाड़मेर, जालौर एरिया में दिन के तापमान में थोड़ी बढ़ोतरी हो सकती है।
वेस्टर्न डिर्स्टबेंस होगा सक्रिय…
मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक उत्तर-भारत से मानसून के जाने की संभावना प्रबल है। इसी के चलते अब धीरे-धीरे वेस्टर्न डिर्स्टबेंस (डब्ल्यूडी) सक्रिय होने लगे है। जल्द ही एक-दो दिन में एक सक्रिया डब्ल्यूडी उत्तर भारत पर एक्टिव होगा। इसका असर गिलगित बाल्टिस्तान, कश्मीर और लद्दाख एरिया में देखने को मिलेगा। इस सिस्टम से यहां बारिश हो सकती है। बारिश के बाद जब यहां से ये सिस्टम हटेगा तो ठंडी उत्तर-पश्चिमी हवाएं चलेगी, जिससे राजस्थान समेत उत्तरी भारत के राज्यों के तापमान में गिरावट हो सकती है।