Rajasthan BJP Parivartan Yatra: राजस्थान में चुनावों से पहले बीजेपी की चार दिशाओं से शुरू की गई परिवर्तन यात्रा अब अपने आखिरी पड़ाव में है जहां बुधवार और गुरुवार को असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा यात्रा में शामिल हुए और कांग्रेस पर जमकर हमला बोला. सरमा ने बुधवार को जोधपुर तो गुरुवार को कोटा में जनसभा को संबोधित करते हुए गहलोत सरकार की योजनाओं को चुनावी ड्रामा बताया और हिंदुत्व के मुद्दे पर भी जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि कांग्रेस और गद्दार एक ही शब्द है, इन दोनों के अलग-अलग मतलब नहीं हैं.
वहीं सरमा ने पेट्रोल-डीजल के भाव, कानून व्यवस्था को लेकर गहलोत सरकार पर जमकर हमला बोला. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अशोक गहलोत और राहुल गांधी सब जगह जाते हैं लेकिन रामलला के दर्शन करने नहीं जाते हैं क्योंकि वहां जाने से उनका बाबर नाराज हो जाएगा, पता नहीं उन्हें बाबर और औरंगजेब से क्या प्रेम है.
‘राजस्थान की धरती से कांग्रेस होगी विदा’
सरमा ने कहा कि गहलोत जी को शर्म आनी चाहिए, वे असम जैसे छोटे राज्य की तुलना में पेट्रोल और डीजल पर ज्यादा वैट ले रहे हैं और बातें बड़ी-बड़ी करते हैं. उन्होंने कहा कि सीएम गहलोत जनता का पैसा खर्च कर सिनेमा के एक्टर की तरह बार-बार टीवी में दिखाई देते हैं.
हिमंता बिस्वा ने कहा कि हिंदू तो कभी सिर तन से जुदा नहीं करता लेकिन अब चुनावों में ईवीएम के सामने राजस्थान की जनता कांग्रेस को राजस्थान से जुदा कर देगी. उन्होंने कांग्रेस को वादाखिलाफी और सनातन विरोधी पार्टी भी बताया.
चांद और सूरज है जब तक रहेगा हिंदू
सरमा ने कहा कि अशोक गहलोत सारी दुनिया घूमते हैं और अब चुनावों में राहुल गांधी को वो हर मंदिर लेकर जाएंगे लेकिन वे दोनों कभी रामलला के मंदिर नहीं जाते हैं, वे रामलला के दर्शन करने के लिए कभी नहीं गए हैं. उन्होंने कहा कि अगर वे रामलला के दर्शन करने जाएंगे तो उनका बाबर नाराज हो जाएगा.
वहीं उनके मुताबिक सीएम गहलोत कहते हैं राजस्थान में हिंदुत्व को आने नहीं दूंगा, तो सरमा ने कहा कि राजस्थान में हजार सालों से हिंदू है और चांद और सूरज जब तक है हिंदू रहेगा. उन्होंने कहा कि कांग्रेस की इजाजत लेकर कोई यहां हिंदू नहीं बना था और यहां हिंदू पैदा होगा, बड़ा होगा और यहीं से निलककर विश्व गुरू बनेगा.
‘गहलोत सरकार की योजनाएं ड्रामा’
सरमा ने कहा कि मैं 22 साल कांग्रेस में रहा हूं, मेरा अनुभव है कि चुनावों से पहले कांग्रेस हर प्रदेश में ऐसी सरकारी योजनाएं निकालती है और वहीं से फिर चुनाव का खर्चा निकाला जाता है. सरमा ने आरोप लगाया कि गहलोत सरकार की योजनाएं गरीबों के लिए नहीं है, उन्होंने कहा कि अन्नपूर्णा योजना कोरोना काल में क्यों नहीं निकाली गई जब लाखों लोग भूखे मर रहे थे.
उन्होंने कहा कि चुनाव से 3 महीने पहले मोबाइल बांटना, खाने के पैकेट बांटना ये कोई योजना नहीं है, ये राजनीतिक गुनाह है क्योंकि चुनाव बाद ये सब बंद हो जाएगा.