Rajasthan Assembly Election Result 2023 : जयपुर। इस बार विधानसभा चुनाव में एक बात दिलचस्प देखने को मिली। परिवार में मिलजुल कर रहने वाले सगे-संबंधी में चुनाव में एक- दूसरे को टक्कर देते हुए दिखाई दिए। हालांकि दोनों में जीत एक की हुई, लेकिन विधानसभा में तो उसी परिवार के लोग प्रवेश पाने में सफल रहे।
राजस्थान विधानसभा चुनाव 2023 के सियासी मैदान में भतीजे और भतीजियों ने चाचा से मुकाबला किया तो कहीं पति-पत्नी, जीजा-साली, भाई-भाई और पिता-पुत्री ने भी एक दूसरे को टक्कर दी। ऐसे में रिश्तों में चुनावी बिसात बिछी नजर आई। चुनावी मैदान में अपने ही अपनों को शिकस्त देने के लिए उतावले दिखे।
दातांरामगढ़: पति-पत्नी एक ही सीट पर लड़े
सीकर जिले की दातांरामगढ़ सीट पर कांग्रेस से मौजूदा विधायक वीरेंद्र सिंह ने जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) से उनकी पत्नी डॉ. रीटा सिंह को हराया है। रीटा सिंह जेजेपी की महिला मोर्चा की अध्यक्ष भी हैं। उनकी पिछले कुछ समय से अपने पति से अनबन चल रही है।
अलवर ग्रामीण: बेटी ने पिता को दी थी चुनौती
अलवर जिले की इस सीट से भाजपा से जयराम जाटव चुनावी मैदान में उतरे थे। उनकी बेटी मीना कुमारी ने निर्दलीय चुनाव लड़ा। जयराम इस सीट से दो बार विधायक रह चुके हैं। हालांकि दोनों ही बाप-बेटी को हार का सामना करना पड़ा है। इस सीट से मंत्री टीकाराम जूली ने जीत दर्ज की है।
धौलपुर: साली ने जीजा को दी शिकस्त
धौलपुर जिले की इस सीट से कांग्रेस के टिकट पर शोभारानी कुशवाह ने चुनाव लड़ा। शिवचरण कुशवाह भाजपा के टिकट पर मैदान में उतरे। ये दोनों रिश्ते में जीजा साली लगते हैं। शोभारानी ने अपने जीजा को शिकस्त दी है। शोभारानी कुशवाहा कोंग्रेस ने जीजा शिवचरण कुशवाहा भाजपा को चुनावी मुकाबले में तीसरे नंबर पर धकेल दिया। शोभारानी ने बहुजन समाज पार्टी के रितेश शर्मा को 16789 मतों से पराजित कर जीत हासिल की है।
भादरा: चाचा ने भतीजे को हराया
चूरू जिले की इस सीट पर भाजपा से संजीव बेनीवाल ने चुनाव लड़ा। वहीं, कांग्रेस से उनके भतीजे अजीत बेनीवाल मैदान में उतरे थे। संजीव ने अपने भतीजे को कडी शिकस्त दी, वे भाजपा से दो बार विधायक रह चुके हैं।
चाचा जीते, भतीजी तीसरे नंबर पर
खेतड़ी विधानसभा से भाजपा के धर्मपाल गुर्जर ने जीत हासिल कर ली है। उन्होंने बसपा के मनोज कुमार घुमरिया को 9114 वोटों से हरा दिया। वहीं उन्होंने कांग्रेस से मनीषा गुर्जर को तीसरे स्थान पर भेज दिया। ने दोनों रिश्ते में चाचा और भतीजी लगते हैं।
ससुर-दामाद दोनों विजयी
वहीं फुलेरा से कांग्रेस के विद्याधर सिंह चौधरी जीत गए, तो उनके दामाद और भाजपा प्रत्याशी शैलेष सिंह डीग कुम्हेर से जीत दर्ज की है।
चाचा ने भतीजी को हराया
नागौर जिले की चर्चित सीट पर मिर्धा परिवार के दो सदस्यों में मुकाबला हुआ था। पूर्व सांसद ज्योति मिर्धा ने भाजपा से चुनाव लड़ा। वहीं, उनके चाचा हरेंद्र मिर्धा कांग्रेस से चुनावी मैदान में थे। हरेन्द्र मिर्धा ने अपनी भतीजी को शिकस्त दी। 18 राउंड तक चली काउंटिंग में चाचा हरेंद्र मिर्धा ने अपनी भतीजी व बीजेपी उम्मीदवार ज्योति मिर्धा को 13970 वोटों से मात दे दी है। ज्योति कुछ समय पहले ही भाजपा में शामिल हुई थी।
ये खबर भी पढ़े:-भगवा रंग में रंगे राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़, भाजपा को मिला स्पष्ट बहुमत, तेलंगाना में कांग्रेस जीती