assembly election 2023 result : नई दिल्ली। विधानसभा चुनाव वाले पांच राज्यों में चार राज्यों में रविवार को मतों की गणना हुई। इनमें से राज्यों राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में भाजपा ने स्पष्ट बहुमत हासिल कर इतिहास रच दिया। मध्य प्रदेश में भाजपा ने अपनी सत्ता बरकरार रखी हैं, वहीं छत्तीसगढ़ में पार्टी ने पांच साल बाद फिर सत्ता में वापसी कर ली है। हिंदीभाषी क्षेत्र के तीन प्रमुख राज्यों में हार के बीच तेलंगाना में जीत कांग्रेस के लिए राहत लेकर आई।
कांग्रेस ने दक्षिण भारत के इस राज्य में छह ‘गारंटी’, राज्य के गठन में कांग्रेस एवं सोनिया गांधी के योगदान तथा ‘प्रजाला तेलंगाना’ (जनता का तेलंगाना) बनाने का वादा किया था। इनके जरिये वह जनता का समरन हा ्थ सिल करने में सफल रही। वर्ष 2014 में तेलंगाना के अलग प्रदेश बनने के बाद राज्य में पहली बार कांग्रेस की सरकार बनने जा रही है। पिछले 10 वर्षों से प्रदेश में भारत राष्ट्रसमिति की सरकार थी।
जानिए, चारों राज्यों में कौन रहा आगे
राजस्थान : राजस्थान में भाजपा ने स्पष्ट बहुमत हासिल कर इतिहास रच दिया। बीजेपी ने 199 सीटों में से 115 सीटें जीती। वहीं, कांग्रेस को सिर्फ 69 सीटों पर संतोष करना पड़ा। उदयपुरवाटी में कांग्रेस उम्मीदवार भगवानराम सैनी को आखिर देर रात 416 वोट से विजयी घोषित कर दिया गया। तीसरा मोर्चा 15 सीटों तक सिमट गया, यानी पिछली बार से 12 सीटें कम। इनमें भी 8 बागी हैं। पहली बार चुनाव मैदान में उतरी भारतीय आदिवासी पार्टी (बीएपी) को जनता ने 3 सीटें देकर हौसला बढ़ाया जबकि आरएलपी से सिर्फ पार्टी के प्रमुख एवं सोसद हनुमान बेनीवाल ही जीत हासिल कर पाए। बसपा इस बार दो ही सीटें जीती। आरएलडी को एक सीट मिली।
मध्य प्रदेश : मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में भाजपा को दो तिहाई से अधिक बहुमत मिल गया है। प्रदेश की 230 विधानसभा सीट में से भाजपा ने 163 सीटों पर जीत दर्ज की। वहीं, कांग्रेस ने 66 सीटों पर जीत दर्ज की। भारत आदिवासी पार्टी ने भी प्रदेश में पहली बार जीत दर्ज कर एक सीट अपने कब्जे में कर ली है। इन तीन दलों के अलावा, कोई भी अन्य दल अपना खाता नहीं खोल सका है। राज्य के गृह मंत्री नरोतम मिश्र समेत 10 मंत्री चुनाव हार गए हैं।
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस के अभिनेता से नेता बने विक्रम मस्तल को 1,04,974 मतों के अंतर से हराकर बुधनी सीट से छठी बार जीत हासिल की। वहीं, कैलाश विजयवर्गीय (इंदौर-1), केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर (दिमनी), प्रहलाद पटेल (नरसिंहपुर), लोकसभा सांसद राके श सिंह (जबलपुर पश्चिम), लोकसभा सांसद उदय प्रताप सिंह (गाडरवारा) से चुनाव जीत चुके हैं। लेकिन, केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते (निवास) चुनाव हार गए हैं। इसके अलावार प्रदेश के कृषि मंत्री कमल पटेल हरदा सीट से कांग्रेस के रामकिशोर डोगने से पराजित हुए। बमोरी से भाजपा प्रत्याशी महेंद्र सिंह सिसोदिया हार गए। दतिया से गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा 6179 मतों से पराजित हुए।
छत्तीसगढ़ : छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव के परिणामों में भाजपा को प्रचंड बहुमत हासिल हुआ है, जिसके बाद भाजपा समर्थकों में जश्न का माहौल है। 90 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा ने 54 सीटें जीतकर स्पष्ट बहुमत हासिल कर लिया है। सत्तारूढ़ कांग्रेस 35 सीट ही जीत सकी। वहीं, गोंडवाना गणतंत्र पार्टी ने एक सीट पर जीत हासिल की है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पाटन सीट से विजय हासिल की है। उन्होंने भाजपा के सांसद विजय बघेल को 19,723 मतों से पराजित किया है। लेिकन सीएम बघेल के आठ मंत्रिमंडलीय सहयोगी चुनाव हार गए हैं। तीन अन्य मंत्री चुनाव जीत गए हैं। प्रदेश भाजपा प्रमुख और सांसद अरुण साव ने लोरमी सीट से चुनाव जीत गए हैं। उन्होंने कांग्रेस नेता थानेश्वर साहू को 45,891 वोटों से हराया।
तेलंगाना : कांग्रेस ने तेलंगाना विधानसभा की 119 में से 64 सीटों पर जीत दर्ज कर स्पष्ट बहुमत हासिल कर लिया है और वह तेलंगाना में पहली गैर बीआरएस सरकार का गठन करेगी। दक्षिण भारत में तेलंगाना ऐसा दूसरा राज्य है जहां साल 2023 में कांग्रेस सरकार बनाएगी। इससे पहले पार्टी ने मई में कर्नाटक विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज की थी। प्रदेश कांग्रेस के प्रमुख ए. रेवंत रेड्डी राज्य में मुख्यमंत्री पद के प्रबल दावेदार हैं। 56 वर्षीय नेता ने राज्य के शीर्ष पुलिस अधिकारियों से मुलाकात की और शपथ ग्रहण समारोह के लिए सुरक्षा व्यवस्था पर चर्चा की, जो चार या नौ दिसंबर को होने की संभावना है।