जयपुर। पुलवामा शहीदों की तीन वीरांगनाओं को देर रात धरने से उठाने के बाद राजस्थान में सियासत तेज हो गई है। अब पुलिस ने किरोड़ी मीणा के साथ भी वीरांगनाओं जैसा बर्ताव किया। हिरासत में लिए जाने के दौरान किरोड़ी मीणा की तबीयत बिगड़ी गई। इसके बाद किरोड़ी मीणा को गोविंदगढ़ के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया। जहां से डॉक्टरों ने किरोड़ी मीणा को जयपुर रेफर कर दिया है। अब पुलिस की मौजूदगी में किरोड़ी मीणा को एंबुलेंस से सवाई मानसिंह अस्पताल ले जाया जा रहा है। दरअसल हुआ यूं कि शुक्रवार दोपहर किरोड़ी मीणा जयपुर से वीरांगना मंजू जाट से मिलने के लिए गोविंदपुरा बासड़ी के लिए रवाना हुए। लेकिन, पुलिस ने किरोड़ी मीणा को सामोद थाना इलाके में ही रोक लिया। इस दौरान किरोड़ी और पुलिस के बीच तीखी नोक-झोंक भी हुई।
किरोड़ी मीणा ने पुलिस पर मारपीट करने का आरोप लगाया है। किरोड़ी मीणा ने कहा कि पुलिस ने कॉलर पकड़कर मुझे गाड़ी में बिठाया और मेरे कपड़े फाड़ दिए। इतना ही नहीं, पुलिसकर्मियों ने मेरे साथ मारपीट की। जिससे मुझे कई जगह चोट आई है। इसके बाद पुलिस ने मुझे गोविंदगढ़ के राजकीय सामुदायिक स्वास्थ केंद्र में भर्ती कराया। किरोड़ी मीणा ने ट्वीट किया कि पुलिस ने मुझे मारने की कोशिश की। लेकिन वीरांगनाओं, युवा, बेरोजगारों और गरीबों के आशीर्वाद से बच गया। मुझे चोट आई है। गोविंदगढ़ अस्पताल से मुझे जयपुर के सवाई मान सिंह अस्पताल रेफर किया गया है।
वीरांगनाओं के साथ भी किया था ऐसा ही बर्ताव
बता दे कि 4 मार्च को पुलिस ने धरने पर बैठी तीन वीरांगनाओं के साथ भी कुछ ऐसा ही बर्ताव किया था। वीरांगनाएं जब किरोड़ी मीणा के साथ राज्यपाल को ज्ञापन देकर राजभवन से लौट रही थी तभी उन्होंने मुख्यमंत्री आवास की तरफ भी जाने की कोशिश की। लेकिन, वहां तैनात पुलिसकर्मियों ने उन्हें रोक दिया था। वीरांगनाओं ने जब जबरन अंदर जाने की कोशिश की तो पुलिस ने धक्का-मुक्की कर दी। कथित तौर पर पुलिस ने मारपीट भी की जिसमें शहीद रोहिताश की पत्नी और वीरांगना मंजू जाट घायल हो गई थी। जिन्हें उपचार के लिए सवाई मानसिंह अस्पताल में भर्ती कराया गया था।