ED ने मनीष सिसोदिया को आज राउज एवेन्यू कोर्ट में पेश किया। इस समय कोर्ट में सुनवाई चल रही है। जानकारी मिली है ED की तरफ से पेश हुए वकील ने 10 दिनों की रिमांड के लिए दलील दी है। जिसमें कहा गया कि नई शराब नीति को कुछ निजी कंपनियों को थोक व्यापार का लाभ देने की साजिश के तहत लागू किया गया था।
ईडी ने कोर्ट में कहा कि यह साजिश विजय नायर ने दूसरे लोगों के साथ मिलकर की और आबकारी नीति विक्रेताओं के लिए असाधारण लाभ मार्जिन 12% तय करके लगाई । ED ने एक कंपनी का नाम लेते हुए उसका लाइसेंस सुनिश्चित करने में सिसोदिया की भूमिका का भी जिक्र किया है। रिपोर्ट में कहा है कि सिसोदिया ने दूसरे लोगों के नाम से सिम कार्ड और फोन खरीदे थे।
मनीष सिसोदिया की रिमांड हिरासत के दौरान हम मामले में धन के लेन-देन की जांच करेंगे। उन्होंने अन्य प्रॉफिट मार्जिन बढ़ाने के मामले में मनीष सिसोदिया का बयान दूसरों से अलग है। उनका कहना है कि पिछली गणना के आधार पर थोक विक्रेताओं का लाभ मार्जिन दोगुना कर दिया गया था। जबकि GoM में ऐसी कोई चर्चा नहीं हुईलोगों के बयान के उलट जवाब दिया है। ईडी ने दिल्ली कोर्ट को बताया कि वह मनीष सिसोदिया से पूछताछ के लिए 10 दिन की हिरासत की मांग कर रहा है ताकि उसके तौर-तरीकों की पहचान की जा सके और समन किए गए अन्य लोगों का सामना करवाया जा सके।