जयपुर। राजधानी जयपुर में शुक्रवार को दिनदहाड़े एक बैंक में लूट प्रयास करने वाले मुख्य आरोपी भरत सिंह मीणा को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी भरत मीणा शातिर अपराधी है। वह समाज में परिवार में खुद को गायक बताकर धोखा देता रहा। आरोपी भरत मीणा लग्जरी लाइफ जीने के लिए ममेरे और मौसेरे भाइयों को मोटी रकम का झांसा का देकर साथ लेता और बैंक लूटता था, लेकिन झोटवाड़ा में कैशियर नरेंद्र सिंह शेखावत के हिम्मत दिखाने के कारण इनका पूरा खेल बिगड़ गया।
पुलिस कमिश्नर बीजू जॉर्ज जोसफ ने बताया कि पुलिस को दोनों बदमाशों के कमरे से पिछले करीब 2 साल की पेपर की कटिंग मिली हैं। विभिन्न तरह के रूट मैप और चार्ट भी इन बदमाशों के कमरे से बरामद हुए हैं। लूट करने के बाद बदमाशों को कहां भागना है, इनके नक्शे भी कमरे से बरामद हुए हैं। इसके अलावा पुलिस को आरोपी भरत सिंह के मोबाइल में उसके द्वारा गए गए गानों के वीडियो मिले हैं।
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पुलिस की पूछताछ में आरोपी भरत से खुद को सिंगर बताया। उसके गाने यू-ट्यूब पर भी मिले। उसने कई गाने गाकर व रील बनाकर सोशल मीडिया पर अपलोड की है। एडिशनल कमिश्नर कैलाश विश्नोई ने बताया कि मूलतः कोटपूतली निवासी भरत सिंह मोगा शास्त्री नगर में मकान था। इसको 2019 में बेचकर गोकुलपुरा करनी में दूसरा मकान खरीदा। इसके बावजूद उसने सिविल लाइन के हरीमार्ग पर किराए के कमरे में रहता था, ताकि समाज परिवार के लोग उसे लुटेरा नहीं समझे। इस कमरे को उसने सिंगिंग रियाज व लूट की वारदातों को अंजाम देकर छुपने के उपयोग में लिया। झोटवाड़ा में भरत के पकड़ने के बाद उससे फरार मनोज मीणा के बारे में पूछा। तब उसने सिविल लाइन्स हरी मार्ग किराए के कमरे में होना बताया था। पुलिस ने वहीं से मनोज मीणा को पकड़ लिया था।
सीएम भजनलाल और पूर्व मंत्री ने कैशियर की बहादुरी की सराहना की
वहीं सीएम भाजनलाल ने शनिवार को कैशियर नरेंद्र सिंह के परिजनों से फोन पर बातकर उनकी सराहना की। सीएम ने कहा कि परिजन जहां भी इलाज कराना चाहते हैं, सरकार तैयार है। मनिपाल अस्पताल में भर्ती नरेंद्र के इलाज के लिए एसएमएस के 5 सीनियर डॉक्टरों की टीम लगाई है। वहीं, पूर्व मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने शनिवार को मणिपाल हॉस्पिटल पहुंचकर कैशियर नरेंद्र सिंह की बहादुरी की सराहना की।
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ऑटो से बैंकक लूटने पहुंचते, बाइक से भागते
डीसीपी वेस्ट अमित कुमार ने बताया कि इससे पहले सिंह व उसका ममेरा भाई किनोद राम की वारदातों में भी आंटी किराए पर लेकर पहुंचे थे। लूट बद बैंक के बाहर खड़ी बाइक लेकर फरार हुए थे। इस लूट में भी मौसेरे भाई मनोज मीणा के साथ ऑटो में ही आया था। एडिशनल कमिश्नर कैलाश विश्नोई ने बताया कि भरत सिंह ने पूछताछ में बताया कि बैंक में सुबह के समय तीन-चार कर्मचारी ही मौजूद रहते हैं। 8 फरवरी 2022 को पहली वरदात में बैंक कर्मियों को धमकाकर 15 लाख रुपए आसानी लूट लिए। तब लगा कि बैंकों को लूटना आसान है। साथ ही लूट की राशि से 6 से 8 माह आराम से निकल गए। इससे बाद श्याम नगर में भी बैंक को लूटा। आरोपी तीनों बैंक लूट में मुंह पर मास्क व हाथों में गलव्स व सिर पर मंकी कैप लगाकर वारदात को अंजाम देने गया। साथ ही वारदात के समय खुद वाहन और मोबाइल फोन का उपयोग नहीं लिया गया। इसके चलते पूर्व की दोनों वारदातों में उसकी पहचान नहीं हो पाई थी। जिससे पुलिस भी वारदातें नहीं खोल पाई।
दो साल में की वारदात का भी खुलासा
विधायकपुरी थना इलाके में 8 फरवरी 2022 को सुबह करीब 9:40 बजे पर 4 कर्मचारियों को हथियार की नोक पर बाथरूम में बंद कर उनके मोबाइल छीन लिए थे। इसके बाद तिजोरी का ताला खोलकर 15.30 लाख रुपए के साथ ग्राहकों की भी नकदी, मोबाइल, चेन, अंगूठी लूट ले गए थे।
इसके अलावा श्याम नगर थाना इलाके में अजमेर रोड पुरानी चुंगी स्थित इंडियन ओवरसीज बैंक को 6 मार्च 2023 को सुबह करीब 9 बजे ही लूट लिया था। उस समय बैंक मैनेजर, एक सफाई कर्मचारी व एक बैंककर्मी मौजूद थे। तीनों को शाखा के रिकॉर्ड रूम में बंधक बना मोबाइल ले लिए। बैंक से 10.73 लाख रुपए की लूट करने के साथ मैनेजर के गले से 40 ग्राम सोने की चेन भी लूट ले गए थे। बैंक में आए ग्राहक विनोद कुमावतत के 40 हजार रुपए भी पिस्तौल दिखाकर लूट लिए थे।