उदयपुर। राजस्थान के उदयपुर में जन्माष्टमी त्योहार मनाने को लेकर बड़ा हादसा हो गया। यहां एक सरकारी स्कूल में जन्माष्टमी पर्व मनाते समय मटकी फोड़ कार्यक्रम के दौरान छत पर लगा सीमेंट का पोल गिर गया। हादसे के बाद स्कूल में अफरा तफरी मच गई। हादसे में 6 लड़कियां गंभीर घायल हो गई। आनन-फानन में सभी घायलों को अस्पताल ले जाया गया। जहां रास्ते में 2 लड़कियों की मौत हो गई। वहीं 4 बच्चियों का निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है। यह हादसा उदयपुर शहर के गोवर्धन विलास थाना क्षेत्र में करीब 12:30 बजे हुआ।
जानकारी के अनुसार, शहर के गोवर्धन विलास थाना क्षेत्र में स्थित राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय जोगी तालाब में जन्माष्टमी त्योहार मनाया जा रहा था। जन्माष्टमी त्योहार के चलते स्कूल में मटकी फोड़ कार्यक्रम का आयोजन रखा गया था। मटकी फोड़ कार्यक्रम में भाग लेने के लिए स्टूडेंट्स स्कूल के पोर्च में इकठ्ठा हुए थे। इस दौरान स्कूल की छत पर ध्वजारोहण के लिए लगा लोहे का पोल सीमेंट के ब्लॉक सहित उखड़ कर नीचे बैठी छात्राओं पर आ गिरा।
दो छात्राओं की हुई मौत…
हादसे में 6 छात्राएं घायल हो गई। घायल छात्राओं को तुरंत नजदीकी गीतांजलि हॉस्पिटल ले जाया गया। जहां डॉक्टरों ने नारायणी (17) और राधा (12) को मृत घोषित कर दिया गया। घायल छात्रा वंदना, बसंती (16) और केसर (13) का इलाज चल रहा है। नारायणी 7वीं और राधा 8वीं क्लास में पढ़ती थी।
सूचना मिलने पर जिला कलेक्टर अरविंद पोसवाल, ग्रामीण विधायक फूल सिंह मीणा सहित कई जनप्रतिनिधि और शिक्षा विभाग के अधिकारी गीतांजलि हॉस्पिटल पहुंचे।
बच्चाें के वजन से टूटा पिलर…
गिरवा डीएसपी रजत विश्नोई ने बताया कि बुधवार को जन्माष्टमी के अवसर पर स्कूल में कार्यक्रम आयोजित किया गया था। इस दौरान ईंटों का 2 फीट ऊंचा पिलर छत से पोल समेत बच्चों पर गिर गया। इससे 2 छात्राओं की मौत हो गई और 3 बच्चियां घायल हैं, जिनका इलाज जारी है। मटकी फोड़ कार्यक्रम के दौरान एक रस्सी का एक सिरा पिलर से बांधा गया था और दूसरा एक टंकी से।
पिलर उस दबाव को झेल नहीं पाया और नीचे आ गिरा। इस दौरान बच्चे मटकी को रस्सी पर बांध रहे थे तो कुछ बच्चे नीचे जमीन पर मौजूद थे। फिलहाल, किसी परिजन ने मामला दर्ज नहीं कराया है। आगे अगर कोई मामला दर्ज कराएगा तो जांच को उसी तरीके से आगे बढ़ाया जाएगा।
हादसे के बाद मची अफरा-तफरी…
कार्यक्रम में मौजूद बच्चों ने कहा कि मटकी फोड़ प्रतियोगिता शुरू हो चुकी थी। कुछ बच्चे मटकी फोड़ने में जुटे थे तो कुछ पोर्च में बैठकर कार्यक्रम को देख रहे थे। इस दौरान कुछ ऊपर से कुछ पत्थर गिरे। कुछ बच्चे तो भाग निकले और कुछ बच्चे समझ पाते इससे पहले ही ईंटों का पिलर पोल समेत आकर उन पर गिर गया। सब रोते हुए भागे और कार्यक्रम में अफरातफरी का माहौल हो गया।
जन्माष्टमी त्योहार पर विद्यालय की 2 बालिकाओं की मौत की सूचना से पूरे क्षेत्र में मातम छा गया। विद्यालय में हुए हादसे को लेकर उदयपुर ग्रामीण विधायक फूल सिंह मीणा अस्पताल पहुंचकर घायल बच्चों के स्वास्थ्य की।
बता दे कि कई बार सरकारी विद्यालयों में घटिया निर्माण के चलते ऐसे कई हादसे पहले भी देखे गए हैं। वहीं आज जन्माष्टमी पर्व से पहले हुए हादसे को लेकर ग्रामीणों में काफी आक्रोश है।
(इनपुट-धीरज रावल)