ED Raid in Rajasthan: राजस्थान में विधानसभा चुनाव में एक महिने से भी कम समय बचा है। इस बीच PCC चीफ गोविंद सिंह डोटासरा और कांग्रेस प्रत्याशी ओमप्रकाश हुड़ला के यहां पर ईडी की कार्रवाई से हड़कंप मच गया है। इसको लेकर राजनीति भी तेज हो गई है। पिछले पांच साल में यह कोई पहली बार नहीं है जब सीएम गहलोत के किसी करीबी नेता के यहां पर ईडी की कार्रवाई हो रही हो। 2018 में सरकार बनने के बाद से लगातार ईडी राजस्थान में अपनी कार्रवाई को अंजाम दे रहा है। आईए जानते है पिछले पांच सालों में सीएम गहलोत के करीबीयों पर की गई कार्रवाई के बारें में…
सरकार पर संकट के समय की कार्रवाई
ईडी ने जुलाई 2020 को सीएम अशोक गहलोत के भाई अग्रसेन गहलोत के यहां पर कार्रवाई की थी। ईडी द्वारा यह कार्रवाई खनिज-उर्वरकों के आयात में एक कथित घोटाले के तहत देश के विभिन्न हिस्सों में की गई थी। राजस्थान में सरकार पर संकट की स्थिति में इस तरह से ईडी की कार्रवाई के बाद कांग्रेस ने बीजेपी पर सवाल खड़े किए थे।
राजेंद्र यादव (राज्य गृहमंत्री)
आज से एक महिने पहले राज्य गृह राज्य मंत्री राजेंद्र यादव जांच एजेंसियों के रडार पर आए। उनके ठिकानों पर ईडी और आईटी का एक्शन एक्शन देखने के मिला। कोटपूतली में उनके घर और ऑफिस में ईडी ने कार्रवाई की।
धर्मेंद्र राठौड़ (RTDC चेयरमैन)
2020 में सरकार पर आए संकट के बाद सीएम गहलोत के करीबी धर्मेंद्र राठौड़ के खिलाफ कार्रवाई देखने को मिली थी। उस समय आईटी ने उनके कार्यालयों और संपत्तियों पर छापा मारा था। साल 2022 में सीएम के सहयोगी राठौड़ को राजस्थान पर्यटन विकास निगम (आरटीडीसी) का अध्यक्ष नियुक्त किया गया था।
OSD लोकेश शर्मा
लोकेश शर्मा को 2021 में केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह द्वारा टेलीफोन बातचीत को “गैरकानूनी रूप से इंटरसेप्ट करने” के आरोप में दर्ज कराई गई एफआईआर का सामना करना पड़ा था, जिसके संबंध में दिल्ली पुलिस ने उन्हें कई बार समन जारी किया। अब तक वह पांच बार पेश हो चुके हैं, जबकि मामले की सुनवाई दिल्ली हाई कोर्ट में चल रही है।