सिरोही के जिला अस्पताल में एक महीने के बच्चे को कुत्तों द्वारा नोंच कर मारने के मामले में विवाद थमता नजर नहीं आ रहा है। निलंबित नर्सिंग कर्मचारी को बहाल करने की मांग को लेकर अस्पताल के नर्सिंग कर्मियों का आज दूसरे दिन भी प्रदर्शन जारी रहा। वे कल से ही कार्य बहिष्कार पर हैं और लगातार निलंबित कर्मचारी को बहाल करने की मांग कर रहे हैं।
जांच कमेटी ने बड़ी लापरवाही
बता दें कि जिला कलेक्टर के आदेश पर अस्पताल में लापरवाही बरतने के आरोप में इस नर्सिंग कर्मी, गार्ड और वार्ड बॉय को निलंबित किया गया था। इसके बाद से ही कल से नर्सिंग कर्मी प्रदर्शन पर उतर आए उनका कहना है कि पूरे अस्पताल प्रशासन की लापरवाही का खामियाजा एक नर्सिंग कर्मी को भुगतना पड़ रहा है। जिला कलेक्टर की ओर से इस मामले में एक जांच कमेटी गठित की गई थी, जिसमें पता चला था कि नर्सिंग अधिकारी, चौकीदार और वार्ड बॉय की सुरक्षा को लेकर के बड़ी लापरवाही थी। जिसके चलते ही कलेक्टर ने इन तीनों को बर्खास्त करने के आदेश दे दिए थे।
बच्चे की मां ने लगाया बड़े आरोप
जांच में यह भी सामने आया था कि अस्पताल प्रशासन की पीएमओ एके मौर्य को भी लापरवाही का जिम्मेदार माना गया है। इस मामले का विवाद बढ़ने की एक और वजह यह है कि मृतक बच्चे की मां ने आरोप लगाया है कि पुलिस ने उन्हें बिना बताए उनके बच्चे का पोस्टमार्टम कर अंतिम संस्कार कर दिया और उन्हें पता तक नहीं चला। इसके साथ ही साथ सबसे बड़ी बात यह है कि बच्चे की मां से एक कोरे कागज पर साइन भी कराए गए हैं। इस मामले के सामने आते ही विवाद बढ़ता ही चला गया।
अमानवीय तरीके से आवारा कुत्तों को पकड़ रहा है नगर परिषद!
दूसरी तरफ आवारा कुत्तों के इधर उधर घूमने को लेकर नगर परिषद के अधिशासी अधिकारी को भी नोटिस जारी किया गया था। इसके बाद से आवारा कुत्तों को पकड़ने के लिए इन्होंने अभियान चलाया है लेकिन इस अभियान को लेकर भी एक संस्था सवाल खड़े कर रही संस्था के प्रतिनिधियों का आरोप है कि नगर परिषद के कर्मचारी जिस तरह से इन कुत्तों को पकड़ रहे हैं वह अमानवीय है। वे कैंची का प्रयोग करके कुत्तों को पकड़ने की कोशिश कर रहे हैं जो कि सरासर गलत है इसे लेकर संस्था के प्रतिनिधि मंडल जिला कलेक्टर से भी मिला।
ये था पूरा मामला
सिरोही के जिला अस्पताल के टीबी अस्पताल में अपने पिता के पास सो रहे 1 महीने के नवजात शिशु को आवारा कुत्ते उठा ले गए थे और उसे नोच नोच कर खा गए। जानकारी के मुताबिक बीमारी के चलते महेंद्र मीणा वार्ड में भर्ती है। उसकी पत्नी रेखा देवी अपने तीन बच्चे परी (7), वीरेंद्र (6) और एक माह के बच्चे के साथ पति से मिलने अस्पताल आई थी।सोमवार रात को अस्पताल के वार्ड में मां अपने बच्चे को साथ लेकर सोई थी।इसी बीच वार्ड में घूमते हुए आवारा कुत्ते मासूम बच्चे को घसीटते हुए वार्ड के बाहर ले गए। मासूम बच्चे का रोना सुनकर मां कुत्तों के पीछे दौड़ी लेकिन तब तक कुत्तों ने नोच-नोचकर मासूम बच्चे को मार डाला।
विधानसभा में संयम लोढ़ा ने उठाया था मामला
इस दर्दनाक मामले को सिरोही विधायक संयम लोढ़ा ने भी कल विधानसभा में उठाया था। उन्होंने अस्पताल के इस कदर की लापरवाही को अक्षम्य करार देते हुए कड़ी कार्रवाई की मांग उठाई थी। इसके अलावा भाजपा सांसद देवजी पटेल ने भी अस्पताल में पहुंचकर पीड़ित पिता से मुलाकात की थी पिता ने रो-रोकर पूरी घटना सांसद को बताएं जिस पर सांसद ने दुख जताया और कड़ी कार्रवाई का भरोसा दिया सांसद ने यहां कांग्रेस पर सरकारी अस्पतालों की हालत को लेकर सवालिया निशान खड़े कर दिए थे।