जयपुर। विधानसभा व लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा के वर्तमान 24 सांसद और 70 से अधिक भाजपा विधायक आज से अपनी ताकत दिखाएंगे। पार्टी राज्य सरकार पर जनविरोधी नीतियों का आरोप लगाकर 33 जिलों में जन आक्रोश अभियान के माध्यम से जन आक्रोश सभाओं का आयोजन करेगी। हालांकि ऐसा ही जनआक्रोश अभियान पहले भी भाजपा चला चुकी है, लेकिन एक बार फिर इस अभियान की शुरुआत की गई है। आज पार्टी पूरे प्रदेशभर में 5 अप्रैल तक विरोध-प्रदर्शन करेगी।
इस विरोध प्रदर्शन में संगठन के पदाधिकारियों से लेकर गत चुनावों में भाजपा के टिकट पर जीतकर आए सभी एमपी व एमएलए शामिल होंगे। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां आज को भरतपुर से इस आंदोलन का आगाज करेंगे। पूनियां के भरतपुर दौरे के लिए विशेष तैयारी की गई है। पूनियां के साथ सैकड़ों गाड़ियों का काफिला जयपुर से जाएगा।
ताकत भांपने और पार्टी की एकजुटता दिखाने की कवायत
पहले जन आक्रोश यात्रा में पार्टी के कार्यक्रमों में भीड़ नहीं जुटने और मंच पर से डांस करने के विडियो सामने आए थे। साथ ही जयपुर में हुए वीरांगनाओं के प्रदर्शन के दौरान भी पार्टी की गुटबाजी देखने को मिली थी। लेकिन पार्टी ने सभी पदाधिकारियों, विधायकों, सांसदों की ताकत भांपने और पार्टी की एकजुटता दिखाने की कवायद को लेकर इन सभाओं व घेराव का आयोजन फिर से रखा है।
जनता को बताएंगे चार साल में पूरे नहीं हुए वादे
भाजपा प्रदेश महामंत्री भजनलाल शर्मा ने बताया कि कांग्रेस सरकार के खिलाफ किसान कर्ज माफी, पेपर लीक, बिगड़ी कानून व्यवस्था, महिलाओंके खिलाफ बढ़ते अपराध सहित आदि जनहित के मुद्दों को लेकर भाजपा जिला जन आक्रोश महाघेराव का आगाज करने जा रही है। जो प्रदेश के सभी 33 जिलों में 5 अप्रैल तक होंगे। महाघेराव कार्यक्रमों में प्रदेश पदाधिकारी, सांसद, विधायक, जिले के स्थानीय पदाधिकारी, कार्यकर्ता और आमजन शामिल होंगे। इसमें वर्तमान सरकार की ओर से किसानों और युवाओं से की गई वादा खिलाफी के खिलाफ सभी 33 जिला मुख्यालयों पर पहले जनसभाएं की जाएंगी।
इस दौरान जनता को उनके साथ किए गए सरकार के ऐसे वादों के बारे में बताया जाएगा, जो चार साल बाद भी पूरे नहीं हुए। अभियान में सभी जिलों के जिला कलेक्ट्रेट का घेराव किया जाएगा। इन विरोध-प्रदर्शनों को लेकर पिछले दिनों भाजपा मुख्यालय पर हुई प्रदेश पदाधिकारियों की बैठक में भी रणनीति बनाई गई थी। इससे पहले पार्टी ने प्रदेश की 199 विधानसभाओं में जन आक्रोश यात्रा शुरू की थी। राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने इसकी यात्रा की जयपुर से शुरुआत की थी। यात्रा 14 दिसंबर को समाप्त हो गई थी। जन आक्रोश रथ के जरिए भाजपा ने राज्य सरकार की विफलताओंको लेकर हल्ला बोला था।