भरतपुर-भिवानी कांड को लेकर राजनीति तो अपने चरम पर ही है, अब उसमें समाज भी शामिल होता नजर आ रहा है। दरअसल आज हरियाणा में मोनू मानेसर के समर्थन में हिंदू महापंचायत हुई तो अब अलवर के रामगढ़ में समुदाय विशेष के लोगों ने जमकर प्रदर्शन किया। उन्होंने पीडित परिवार को 1 करोड़ का मुआवजा देने की मांग की साथ ही आरोपियों की गिरफ्तारी की भी मांग की। बड़ी संख्या में मुस्लिम समाज के लोगों ने आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग के साथ एसडीएम अमित कुमार वर्मा को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा।
पुलिस प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल
प्रदर्शन कर रहे समीर खान ने कहा कि गौ रक्षक मोनू मानेसर और उसके टीम के लोगों ने गाय की गौ तस्करी के शक में जुनैद और नासिर का अपहरण कर हत्या कर दी। उन्होंने मोनू मानेसर पर उनकी पहचान छुपाने के लिए गाड़ी में जिंदा जला देने का आरोप लगाया । उन्होंने कहा पुलिस प्रशासन की नाकामी देखने को मिल रही है। ऐसा लगने लगा है कि पुलिस उनको पकड़ने की जगह उनको संरक्षण दे रही है जिससे मुस्लिम समाज के लोगों में भारी आक्रोश है।
इस दौरान उपस्थित समुदाय के लोगों ने पुलिस पर कार्रवाई नहीं करने का आरोप लगाते हुए कहा एक ही आरोपी को गिरफ्तार किया है जबकि बाकी आरोपी खुलेआम घूम रहे हैं, जो सोशल मीडिया पर घातक हथियारों के साथ लगातार फोटो वायरल कर पीड़ित परिवार को धमकी दे रहे है।
मांग पूरी नहीं तो होगा बड़ा आंदोलन
प्रदर्शनकारियों ने पीड़ित पक्ष को एक करोड रुपए का मुआवजा देने की भी मांग की है। इसी के साथ प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा यदि आरोपियों की जल्द ही गिरफ्तारी कर कठोर से कठोर दंड एवं पीडित परिवार को मुआवजा नहीं दिया तो आक्रोशित मुस्लिम समाज एक बड़ा आंदोलन करेगा।
बता दें कि मंत्री जाहिदा खान की वार्ता के बाद पहले तो पीड़ित परिवार मुआवजा लेने के लिए मान गया था लेकिन मंत्री के जाते ही उन्होंने मुआवजा लेने से इनकार कर दिया। गहलोत सरकार ने मुआवजे में 20-20 लाख रुपए की मदद और परिवार के एक सदस्य़ को सरकारी नौकरी के साथ ही बच्चों को 12 वीं तक की मुफ्त पढ़ाई का ऐलान किया था।