Rajasthan Election 2023 : राजस्थान में विधानसभा चुनाव की तैयारियां जोरों पर है। इसी कड़ी में जिताऊ और टिकाऊ के फॉर्मूले की रणनीति पर कांग्रेस और भाजपा ने काम करना शुरू कर दिया हैं। प्रदेश की सभी 200 सीटों पर रायशुमारी करने के लिए अन्य 6 राज्यों के भाजपा विधायक ग्राउंड लेवल पर कार्यकर्ताओं की नब्ज टटोलने के लिए रविवार को अपने-अपने विधानसभा क्षेत्रों में पहुंच चुके हैं, जहां से वे सभी सीटों की ग्राउंड रिपोर्ट एकत्र कर आगे की रणनीति तैयार करेंगे। वहीं कांग्रेस में टिकट के दावेदारों से बायोडाटा आज से लिया जाएगा।
21 से लेकर 23 अगस्त तक ज़िलों में जिला कांग्रेस कमेटी और ब्लॉक कांग्रेस कमेटियों में बैठकें की जाएगी। इन कमेटियों में आए हुए आवेदनों को 24 तारीख को बैठक में रखा जाएगा। 25 अगस्त से प्रदेश चुनाव समिति के मेंबर जिलों में जाकर टिकट दावेदारों का ग्राउंड से फीडबैक लेंगे। फिर 3 से 5 की संख्या तक टिकट दावेदारों का पैनल बनाया जाएगा। स्क्रीनिंग कमेटी उन्हें फाइनल करेगी। फिर टिकट घोषित होंगे।
चुनाव लड़ने के इच्छुक दावेदारों के लिए एक चार पेज का प्रफॉर्मा तैयार
विधानसभा चुनावों को लेकर कांग्रेस पूरी तरह से एक्टिव मोड में आ गई हैं। पार्टी अपने लिए जिताउ उम्मीदार की तलाश में जुट गई है। कांग्रेस में टिकिट मांगने वाले नेताओं की लम्बी लाइनें लगी हैं जिनके आवेदन पार्टी सोमवार से लेगी। सत्ताधारी पार्टी कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव लड़ने के इच्छुक दावेदारों के लिए एक चार पेज को प्रफॉर्मा तैयार कराया हैं। इसमें उम्मीदार से उनके व्यक्तिगत जानकारी से लेकर आपराधिक रिकार्ड तक की जानकारी मांग रही है। चुनाव लड़ने के इच्छुक नेताओं के लिए कांग्रेस ने आवेदन फॉर्म जारी किया है।
इसमें आवेदक को अपने ब्लॉक कमेटी को आवेदन में मांगी गई जानकारी भर कर जमा करानी होगी। इस चार पेज के प्रफॉर्मा में आवेदक को अपनी शिक्षा, जाति, व्यवसाय, पार्टी में सक्रियता, संगठन में पद के अलावा सामाजिक गतिविधियों में सक्रियता के बारे में पूछा गया है। हालांकि सबसे महत्वपूर्ण जानकारी आपराधिक रिकाॅर्ड की मांगी गई है। इसमें आवेदक को आपराधिक मामले की जानकारी और सजा के बारे में जानकारी देनी होगी। इसके अलावा पूर्व लडे़ गए चुनाव के बारे में भी आवेदक को बताना होगा।
नब्ज टटोलेंगे भाजपा के बाहरी विधायक
छह राज्यों से नब्ज टटोेलने आए भाजपा के विधायक रविवार को सात दिवसीय प्रवास के लिए अपने-अपने विधानसभा क्षेत्रों में पहुंच गए हैं। जहां पर उन्होंने अपनी एक्सरसाइज शुरू कर दी हैं। यह विधानसभा समन्वय समिति मंडल के शक्ति कें द्र पर प्रवास करेंगे और वर्तमान व पूर्व कार्यकर्ताओं से फीडबैक लेंगे और ग्राउंड लेवल की रिपोर्ट तैयार करेंगे। जिसमें उस विधानसभा क्षेत्र में पार्टी की स्थिति, जातिगत आंकड़ों की जानकारी और हार जीत की समीकरण को लेकर चर्चा करेंगे।
हर एक विधानासभा सभा में बूथ वाइज कम से कम 30 और अधिकत्तम 40 से 45 शक्ति केंद्र होते हैं जो सीधे बूथ से जुड़े होते है। इनके माध्यम से यह विधायक फीडबैक लेंगे और प्रत्येक बूथ तक पहुंचने का प्रयास करेंगे। विधानसभा चुनावों में सीट की स्थिति को लेकर जानकारी जुटाएंगे। इसके साथ ही जिन क्षेत्रों में पार्टी की स्थिति कमजोर है उसके कारण तलाशेंगे। वहीं उम्मीदवारों के नामों को लेकर पार्टी पदाधिकारियों से चर्चा करेंगे जिससे की विधानसभा सीट के उम्मीदवारों के पैनल के लिए दावेदारों की रिपोर्ट केंद्रीय नेतृत्व को सौंपी जा सकें।
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