जयपुर। चक्रवाती तूफान बिपरजॉय (Biporjoy) के चलते राजस्थान में बारिश का दौर लगातार जारी है। जिसके चलते बाड़मेर, पाली, राजसमंद, भीलवाड़ा और अजमेर जिले के कई इलाकों में बाढ़ जैसे हालात हैं। बाढ़ से जालोर, बाड़मेर, पाली और सिरोही में सबसे ज्यादा लोग प्रभावित हुए हैं। बारिश के चलते हुए हादसों में अब तक सात लोग अपनी जान गंवा चुके है। वहीं, एनडीआरएफ की टीम ने अब तक 15 हजार से ज्यादा लोगों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया है। बिपरजॉय के चलते प्रदेशभर में जन जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। 100 से ज्यादा इलाकों में बिजली गुल है।
मौसम विभाग की मानें तो अभी मौसम के बदले मिजाज से लोगों को राहत मिलने की उम्मीद नहीं है। मौसम केंद्र जयपुर ने आज भी कई जिलों में रेड, ऑरेंज और येलो अलर्ट जारी किया है। साथ ही लोगों को बेवजह लोगों को घरों से बाहर ना निकले की सलाह दी है। इधर, सीएम गहलोत आज से दो दिवसीय बाढ़ प्रभावित इलाकों के दौरे पर रहेंगे।
दो दिन में गई 7 लोगों की जान
आपदा प्रबंधन और राहत विभाग के सचिव पीसी किशन ने बताया कि बिपारजॉय के कारण हुई बारिश से जालोर, सिरोही, पाली और बाड़मेर जिले सबसे ज्यादा प्रभावित हैं। यहां बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए है। पिछले दो दिन में बारिश के चलते हुए हादसों में 7 लोगों की मौत हो गई है। जिनमें से चार मौतें राजसमंद में हुई है। बाढ़ के हालात के कारण 15 हजार से ज्यादा लोगों को निचले इलाकों से सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया गया है। एनडीआरएफ की टीम ने 133, एसडीआरएफ कर्मियों ने 123 और सेना के जवानों ने 9 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है।
सिरोही में सबसे ज्यादा बारिश, 20 में से 12 बांध ओवरफ्लो
बिपरजॉय तूफान के कारण बाड़मेर, जालोर, पाली, सिरोही एवं राजसमंद जिलों में अत्यधिक वर्षा हुई। बीते 3 दिनों में सिरोही में 464.66, जालोर में 419.10, पाली में 318.70, राजसमंद में 251.92, बाड़मेर में 192.37 मिलीमीटर वर्षा हो चुकी है। सिरोही जिलेभर में 48 घंटे से लगातार हो रही बारिश के बाद यहां 20 में से 12 बांध ओवरफ्लो हो गए। इनमें भुला, वालोरिया, वासा, बगेरी, चनार, स्वरूप सागर, धान्ता, करोड़ी ध्वज, वाजना, सहित अन्य बांध शामिल हैं। इधर जिले के सबसे बड़े वेस्ट बनास बांध में पानी की जलस्तर 20 फीट बढ़ गया है। इसके अलावा यहां पानी की आवक लगातार जारी है। वेस्ट बनास बांध की क्षमता 24 फीट है।
अजमेर में टूटा 105 साल का रिकॉर्ड
अजमेर में बारिश का 105 साल का रिकॉर्ड टूट गया। अजमेर में 17 जून 1917 में 119.4 मिमी बारिश हुई थी। लेकिन, सोमवार को हुई बारिश ने 105 साल पुराने रिकॉर्ड को तोड़ दिया है। अजमेर में पिछले 24 घंटे में 131.8 मिमी बारिश हुई। तीन दिन से जारी बारिश के चलते सरकारी दफ्तरों, अस्पताल और घरों में पानी भर गया। वहीं, सड़कों से पानी बह निकला। जिसके कारण लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
जोधपुर में 12 साल बाद जून में हुई इतनी बारिश
इधर, जोधपुर में भी बारिश ने 12 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया। यहां 28 जून 2016 में 74 मिमी बरसात हुई थी। लेकिन, 17 जून को यहां 91.3 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई। वहीं, जालोर जिले के सांचौर में सुरावा बांध टूटने से कई इलाके डूब गए। साथ ही नर्मदा लिफ्ट कैनाल में पानी की आवक बढ़ने से वह भी टूट गया। बारिश के चलते रमणिया में रेल लाइन के नीचे से मिट्टी बहने से पटरियां झूल गई है। इससे समदड़ी-भिलड़ी-जोधपुर मार्ग पर चलने वाली ट्रेनों को रद्द करना पड़ा। वहीं, पाली जिले के खामली घाट-मारवाड़ रेलखंड के बीच भारी बारिश से बड़े-बड़े पत्थर ट्रैक पर जा गिरे। इससे रेल मार्ग प्रभावित हो गया।
आज इन जिलों में बारिश का अलर्ट
मौसम विभाग ने आज प्रदेश के धौलपुर जिले में रेड अलर्ट जारी किया है। वहीं, भरतपुर और करौली जिले में ऑरेंज व टोंक, सवाईमाधोपुर, बूंदी, कोटा, बारां, झालावाड़, दौसा, जयपुर, चित्तौड़गढ़ और भीलवाड़ा जिले में येलो अलर्ट जारी किया है। मौसम केंद्र जयपुर के मुताबिक धौलपुर जिले में मेघगर्जन के साथ तेज बारिश का दौर जारी रहने की भी प्रबल संभावना है। भरतपुर, करौली जिलें में मेघगर्जन के साथ-साथ हल्की से मध्यम बारिश होगी और 30-40 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से हवाएं चलेंगी। वहीं, टोंक, सवाईमाधोपुर, बूंदी, कोटा, बारां, झालावाड़, दौसा, जयपुर, चित्तौड़गढ़, भीलवाड़ा जिलों कहीं-कहीं में मेघगर्जन के साथ हल्की बारिश होने की संभावना है। ऐसे में मौसम विभाग ने लोगों को सावधानी बरतने और घरों में रहने की सलाह दी है।
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