राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा 3 दिसंबर से राजस्थान में प्रस्तावित है। लेकिन इससे पहले ही इसको लेकर जमकर सियासत हो रही है। यात्रा के विरोध के सुरों से राजनीति का पारा बढ़ता जा रहा है। दरअसल यात्रा को लेकर गुर्जर आरक्षण समिति के अध्यक्ष विजय बैंसला इस यात्रा के विरोध की चेतावनी दे रहे हैं। इस पर मंत्री परसादीलाल मीणा ने बिना नाम लिए बैंसला को साफ शब्दों में हिदायत में दी थी कि जो राहुल गाँधी की इस यात्रा को रोकेगा वो काम से जाएगा। परसादीलाल के इस बयान पर बैंसला ने अब पलटवार किया है।
मांगे पूरी नहीं हुई तो राहुुल गांधी को राजस्थान से नहीं जाने देंगे
विजय बैंसला ने कहा है कि आप इस तरह के बयान देकर भड़काने का काम न करें। सरकार ने जो गुर्जर समाज से समझौते किए थे वो अभी तक पूरे नहीं हुए हैं। हमारी समस्याओं को अब न तो सुना जा रहा है न ही कोई जवाब दिया जा रहा है। इसलिए मजबूरी में हमें राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा का विरोध करना पड़ रहा है। हम अभी भी कह रहे हैं कि हमारी मांगे पूरी करो नहीं तो राहुल गांधी को राजस्थान से जाने नहीं दिया जाएगा। विजय बैंसला ने कहा कि परसादी लाल मीणा तो मंत्री हैं हमारी मांगे को वे क्यों नहीं पूरा करवाते। हमारी मागें पूरी तो करो हम राहुल गांधी के लिए फूल तक बिछा देंगे। लेकिन परसादी लाल मीणा समझौता पूरा नहीं करा रहे बल्कि इस तरह के भड़काने वाले बयान दे रहे हैं, आप हमें भड़काने का काम न करें, हमारी मांगे पूरी करें।
परसादी लाल ने कहा – जिसने किया विरोध, काम से जाएगा
बता दें कि बैंसला के भारत जोड़ो यात्रा के विरोध पर चिकित्सा मंत्री परसादी लाल मीणा ने साफ कह दिया कि किसी ने भी राहुल गांधी की भारत यात्रा को रोकने की कोशिश भी की, तो वह काम से जाएगा। हम यहां पर किस लिए बैठे हैं, राहुल गांधी तो देश में बढ़ गई बेरोजगारी महंगाई के विरोध में देश में भारत जोड़ो यात्रा निकाल रहे हैं और ये लोग इस यात्रा के विरोध की बात करते हैं। परसादी लाल मीणा के इस वक्तव्य से उन सभी को साफ संदेश गया, जो राहुल गांधी की इस भारत जोड़ो यात्रा का विरोध कर रहे हैं।
इसलिए विरोध की कर रहे बात
बैंसला का कहना है कि कांग्रेस सरकार ने ही गुर्जर आरक्षण मामले को लेकर कर्नल किरोड़ी सिंह के साथ समझौते किए थे, लेकिन अब तक उन्हें लागू नहीं किए है। हम पीछे दौड़ते-दौड़ते और मनुहार करते हुए थक चुके हैं। ऐसे में अब क्या हम उनकी आरती उतारेंगे। हमारे बच्चों की नौकरियां 6 महीने से बंद हैं। हम कब तक इंतजार करेंगे। विजय सिंह ने कहा, मैं सरकार के सामने 10 बार बात रख चुका हूं, लेकिन हर बार सरकार हस्ताक्षर करने के बाद भूल जाती है।