जयपुर ग्रेटर नगर निगम के उपचुनाव में भाजपा और कांग्रेस की बाड़ेबंदी साफ नजर आ रही है। भाजपा ने 2 दिन पहले ही अपने पार्षदों को बस के जरिए चौमूं के एक होटल में भेजा था। तो आज कांग्रेस ने भी अपने पार्षदों को मानसरोवर के एक रिजॉर्ट में भेज दिया है। लेकिन कांग्रेस के सभी 53 पार्षद यहां नहीं आ पाए। इस पर खाद्य मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि अगर भाजपा के पार्षद यहां आएंगे तब हम उन्हें कहां पर रोकेंगे।
बोर्ड तो कांग्रेस की ही बनेगा
बता दें कि खाचरियावास ने यह दावा किया है कि भाजपा के कुछ पार्षद कांग्रेस के संपर्क में हैं। उन्होंने कहा है कि अगर कुछ पार्षद कांग्रेस में शामिल होना चाहते हैं, तो उनका स्वागत किया जाएगा और इस बार नगर निगम का बोर्ड तो कांग्रेस का ही बनेगा। बता दें कि आज प्रताप सिंह खाचरियावास में अपने आवास पर विधायक गंगा देवी और कांग्रेस नेता सीताराम अग्रवाल की मौजूदगी में पार्षदों के साथ बैठक की थी। जिसमें उन्होंने आगामी चुनाव के समीकरणों को लेकर विचार-विमर्श किया था।
गणित बदलने में संमय नहीं लगता
प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि महापौर का यह उपचुनाव पार्षदों के इच्छा के अनुसार हो रहा है पार्षदों के साथ हुई बैठक में प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि भाजपा के पास पार्षद कांग्रेस के मुकाबले ज्यादा है। इसलिए ऐसे हालातों में चुनाव लड़ना जरूरी नहीं है। लेकिन भाजपा के कुछ पार्षदों के कांग्रेस में आने की बात सुनकर उन्होंने चुनाव कराने के लिए हामी भर दी। प्रताप सिंह खाचरियावास का कहना है कि भले ही भाजपा के पास इस समय पार्षद ज्यादा हैं। लेकिन जब भाजपा के कुछ पार्षद कांग्रेस में शामिल होना चाहते हैं तो फिर गणित बदलने में समय नहीं लगता।
इस बार हम दिखाएंगे नंबर गेम
2019 में वे नंबर गेम दिखा चुके हैं लेकिन इस बार नंबर गेम हम दिखाएंगे। बीजेपी के पार्षद टूटकर कांग्रेस में आते हैं, तो यह सभी को दिख जाएगा। उन्होंने कहा कि जयपुर की जनता देख रही है कि भाजपा में कितना बिखराव पैदा हो गया है। जिसका फायदा कांग्रेस तो जरूर उठाएगी। प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा है कि दल बदल कानून नगर निगम चुनाव पर लागू नहीं होता। ये तो सिर्फ लोकसभा और विधानसभा में होता है इसलिए जो भी पार्षद बीजेपी से कांग्रेस में शामिल होते हैं, उनका पूरा सम्मान किया जाएगा और स्वागत किया जाएगा।
शीलधाबाई मामला दर्ज कराएं जरूर होगी कार्रवाई
क्योंकि भाजपा पार्षद समझ चुके हैं कि भाजपा के राज में तो नगर निगम और जयपुर का विकास कभी नहीं हो सकता। विकास मतलब सिर्फ कांग्रेस के राज में ही संभव है। प्रताप सिंह ने कहा कि बीजेपी के पार्षदों को उन्होंने खुद फोन कर अप्रोच नहीं किया है। लेकिन यह भी हो सकता है कि पार्षदों की आपस में कोई बात हुई हो। वही शील धाभाई को लेकर प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि भाजपा ने उन्हें जबरन रोका है जो कि कानूनन गलत है। अगर शील धाबाई इस मामले में मुकदमा दर्ज कराती हैं तो यह मामला जरूर दर्ज किया जाएगा और कार्यवाही की जाएगी।