भरतपुर के विश्व विख्यात केवलादेव नेशनल पार्क का सर्दियों का सीजन शुरू हो गया है और नेशनल पार्क में पानी की बहुतायत होने पर शीतकालीन सीजन शानदार निकलने की पर्यटन से जुड़े लोग उम्मीद जता रहे हैं। यहां का सबसे दिलचस्प नजारा यहां आने वाले देसी-विदेशी मेहमान परिंदें दिखा रहे हैं। इन परिंदों ने नेशनल पार्क में आना शुरू कर दिया है और पूरा पार्क इनकी चहचहाहट से गुंज रहा है।
इन देशों से आ रहे हैं पक्षी
केवलादेव नेशनल पार्क में साइबेरिया, मंगोलिया, अफ्रीका, अफ़गानिस्तान, पाकिस्तान सहित अन्य मुल्कों से बड़ी संख्या में परिंदे आ चुके हैं और अलग-अलग ब्लॉकों में उन्होंने अपने ठिकाने भी बना लिए हैं। केवलादेव नेशनल पार्क के ए और डी ब्लॉक में तो देसी -विदेशी परिंदों की भारी भरमार नजर आ रही है। साइबेरिया से बड़ी संख्या में पिण्टेल डक, सोलर कूट,ईगल सहित अन्य प्रजातियों के परिंदे नेशनल पार्क की शोभा बढ़ा रहे हैं।
ये पक्षी बढ़ा रहे हैं पार्क
देसी-विदेशी परिंदों की अठखेलियों को देखने के लिए बड़ी संख्या में पर्यटक भी पार्क में पहुंचने लगे हैं। जाने-माने पक्षीविद और वाइल्डलाइफ के फोटोग्राफर कैलाश नवरंग ने बताया कि केवलादेव नेशनल पार्क में पेंटेड स्टोर्क,स्पूनबिल, आईविस, ग्रे हेयर, ऑन पर्पल हेरोन आदि परिंदों के बच्चे भी बड़े हो गए हैं। उल्लेखनीय है कि केवलादेव नेशनल पार्क पिछले लंबे समय से पानी की भारी कमी झेल रहा था लेकिन पिछले दिनों भरतपुर में हुई भारी बरसात के बाद केवलादेव नेशनल पार्क अब पानी से लबालब हो गया है और यही वजह है कि देसी -विदेशी परिंदों का आवागमन शीतकालीन सीजन के लिए शुरू हो गया है।
पिछले 2 साल कोरोना महामारी की वजह से केवलादेव नेशनल पार्क पर्यटन की दृष्टि से बहुत पीछे हो गया था लेकिन अब जब महामारी से पूरी तरह से मुक्ति मिल चुकी है और पार्क में पानी भी भरपूर मात्रा में आ चुका है तो शीतकालीन सीजन शानदार निकलने की संभावनाएं प्रबल हो गई है।