जयपुर के सीतापुरा स्थित JICC में इंडिया स्टोनमार्ट-2022 का आगाज कर दिया गया है। यह प्रदर्शनी 13 नवंबर तक लगी रहेगी। इस कार्यक्रम का उद्घाटन सीएम अशोक गहलोत ने किया। मंच पर CS उषा शर्मा, उद्योग मंत्री शकुंतला रावत राजसिको अध्यक्ष राजीव अरोड़ा मौजूद रहे।
‘पर्यावरण का ध्यान रखना भी हमारी जिम्मेदारी’
अशोक गहलोत ने कहा कि युवाओं को रोजगार मिले, रेवेन्यू मिले। हमने बजट में युवाओं के लिए घोषणा की है। उसका लाभ युवाओं को जरूर मिले इसके लिए राजस्थान सरकार लगातार काम कर रही है। अभी जो राज्स्थान इन्वेस्टर्स समिट हुई थी। इसमें हजार करोड़ का इन्वेस्टमेंट तो स्टोन मार्केट में हुआ है। जिसका इस उद्योग को जल्द लाभ मिलेगा। आज स्टोन का उद्योग खूब उन्नति कर रहा है। स्टोन का निर्यात आज के वक्त में बहुत ज्यादा है इसकी डिमांड आज के समय में बहुत ज्यादा बढ़ गई है। सीएम गहलोत ने कहा कि मैं CS उषा शर्मा से कहना चाहता हूं कि आप पर्यावरण के लिए काम करने वाले अधिकारियों के साथ मिलकर कोई तरीका निकाले जिससे स्टोन के काम करने में पर्यावरण को हानि न पहुंचे। जिससे इसे NGT से भी जल्द अप्रूवल मिले। क्यों कि उद्योगों के साथ पर्यावरण की देखरेख करना भी हमारी जिम्मेदारी है।
मजदूरों में हो रहीं गंभीर बीमारियां, बचाव के उपकरण कराएं उपलब्ध
अशोक गहलोत ने कहा कि आपसे मानवीय दृष्टिकोण से आग्रह है कि जो माइनिंग के मजदूर हैं उन्हें स्टोन निर्माण में प्रयोग सिरेमिक से सिलिकोसिस समेत कई गंभीर बीमारियां हो रही हैं, इससे तो कई मजदूरों की मौत भी हो गई। इसलिए सरकार ने एक कदम उठाया है और यह एक तरह से आग्रह है कि आप लोग ऐसा वातावरण बनाए कि इससे मजदूर बीमार न पड़े न ही आस-पास के लोग इस खतरनाक बीमारी से बचे। आपका माइनिंग मैनेजमेंट ऐसी सावधानियां बरते ताकि जो भी बचाव के उपकरण मजदूरों को इस सिरेमिक से बचा सकते हैं वो उन्हें उपलब्ध हों, जिससे उनकी कीमती जान बच सकें।
CISF के पैटर्न पर RISF की नियुक्ति
सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि राजस्थान अब काफी आगे बढ़ रह है। अब तो यहां के हर तीसरे घर में कोई न कई उद्योग करता दिखाई दे रहा है। ऐसे ही लोगों को प्रोत्साहित करने के लिए MSME में कई योजनाए निकाली गई हैं। इन पॉलिसी से नए उद्यमियों को काफी लाभ मिल रहा है। राजस्थान सरकार प्रदेश को आगे बढ़ाने के लिए हरसंभव कदम बढ़ा रही है। हर क्षेत्र में राजस्थान आगे बढ़े चाहे वो स्टोन का आयात हो निर्यात हो, यहां इन्वेस्टमेंट का माहौल है इसलिए कई बड़े-बड़े दिग्गज यहां निवेश के लिए आ रहे हैं। इज ऑफ डूइंग बिजनेस को लेकर गहलोत ने कहा कि CISF के पैटर्न पर राजस्थान इंडस्ट्रियल सिक्योरिटी फोर्स बना रहे हैं। इससे अब आप जैसे स्टोन कारोबारियों को ही फायदा मिलेगा इस इंडस्ट्री में काम करने वाले मजदूरों के लिए यह फोर्स हमेशा तैयार रहेगी।
बता दें कि इसका आयोजन सेंटर फॉर डेवलपमेंट ऑफ स्टोन्स द्वारा किया जा रहा है। जिसमें फेडरेशन ऑफ इंडियन चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (फिक्की) सह-आयोजक है। राजस्थान राज्य औद्योगिक विकास एवं निवेश निगम लिमिटेड (रीको) इसका प्रमुख प्रायोजक है।
सबसे बड़ी अंतर्राष्ट्रीय प्रदर्शनी
इंडिया स्टोनमार्ट 2022, स्टोन इंडस्ट्री की सबसे बड़ी अंतरराष्ट्रीय प्रदर्शनी होगी, जिसमें प्राकृतिक पत्थरों, सहायक उत्पादों और सेवाओं की दुनिया को व्यापक रूप से प्रदर्शित किया जाएगा। यह आयोजन स्टोन इंडस्ट्री के विभिन्न हितधारकों जैसे घरेलू और विदेशी उत्पादकों, निर्यातकों, आयातकों, उपभोक्ताओं को एक साथ लाएगा। साथ ही खरीदारों, विशेषज्ञों, प्रौद्योगिकी प्रदाताओं, आर्किटेक्ट्स, बिल्डरों, डेवलपर्स, कॉरपोरेट्स आदि को एक छत के नीचे लाएगा। एसीएस ने बताया कि इंडिया स्टोनमार्ट 2022 विश्वभर के उपभोक्ताओं के बीच अपने उत्पादों, सेवाओं और ब्रांड छवि को बढ़ावा देने के लिए प्रदर्शकों को एक आदर्श मंच प्रदान करेगा और साथ ही उनके व्यापार के दायरे और संभावनाओं को बढ़ाने के लिए व्यावसायिक संबंध और नेटवर्किंग स्थापित करने का अवसर देगा।
तुर्की, ईरान, पुर्तगाल करेगा प्रदर्शन
वीना गुप्ता ने बताया कि भारत और विदेशों से 350 से अधिक प्रदर्शकों के भाग लेने की उम्मीद है, जो कि 17 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से भी होंगे। गुजरात और ओडिशा के भी अपने स्टेट पवेलियन होंगे। अंतरराष्ट्रीय पवेलियन में तुर्की, ईरान और पुर्तगाल द्वारा प्रदर्शन किया जाएगा। इटली और चीन से भी आयोजन में भागीदारी की पुष्टि की गई है। पिछले संस्करणों की तरह एक ही छत के नीचे प्राकृतिक पत्थरों, क्वार्ट्ज पत्थर के स्लैब, खनन और प्रोसेसिंग मशीनरी, हेवी अर्थ मूविंग मशीनरी, उपकरण, उपभोग्य वस्तुओं का व्यापक प्रदर्शन होगा।