अलवर के अखेपुरा स्थित कब्रिस्तान की जमीन का गलत तरीके से डिक्री करने के मामले को लेकर आज मेव समाज ने अलवर शहीद स्मारक से कलेक्टर तक मौन जुलूस निकाला। जुलूस में शामिल सभी लोगों ने अपनी हाथ पर काली पट्टी बांध रखी थी सबकी एक ही मांग थी जिस मंत्री की शह पर यह किया गया है। उसके खिलाफ यह कार्रवाई की जाए। बता दें कि इस मौन जुलूस में सैकड़ों लोग शामिल हुए।
कब्रिस्तान की जमीन हथियाने का है मामला
कांग्रेस नेता और पूर्व मंत्री नसरू खान ने बताया कि कब्रिस्तान की जमीन हथियाने के मामले को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र लिखा गया था और आज मेव समाज द्वारा मौन जुलूस निकालने का प्रस्तावित था। उसी निर्णय के तहत आज मौन जुलूस निकाला गया यह मौन जुलूस शहीद स्मारक से कलेक्ट्रेट तक निकाला गया। वहां कलेक्टर को ज्ञापन दिया और इस मामले में सरकार द्वारा निलंबित किए गए उपखंड अधिकारी और तहसीलदार के ऑर्डर की कॉपी ली।
मंत्री टीकाराम जूली पर गंभीर आरोप
इधर मेव समाज के प्रतिनिधि गफूर खान ने आरोप लगाया कि कब्रिस्तान की जमीन पर मंत्री टीकाराम जूली के कहने पर दूसरे के नाम बिक्री की गई। गंभीर बात यह है कि 6 माह में ही पूरा मामला निपटा दिया गया जबकि एक-एक पेशी को 3 से 4 महीने लग जाते हैं। साजिश इतनी तगड़ी थी कि 1 माह में ही चार-चार पेशी लगाई गईं। उन्होंने कहा कि इस मामले में जब तक मंत्री के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होगी जब तक पीछा नहीं छोड़ेंगे।
कल हुआ था SDM और तहसीलदार का निलंबन
बता दें कि बीते दिन ही कब्रिस्तान की जमीन को दीगर व्यक्ति के नाम करने के मामले में गहलोत सरकार ने अलवर के उपखंड अधिकारी प्यारे लाल सोठवाल और अलवर तहसीलदार कमल पचौरी को तुरंत प्रभाव से निलंबित कर दिया गया था। राज्य सरकार ने दोनों अधिकारियों का मुख्यालय जयपुर किया है और इनके खिलाफ जांच करने के आदेश दिए गए हैं।
सीएम को पत्र लिखने के बाद हुआ था एक्शन
वहीं राज्य सरकार के आदेश पर उपखंड अधिकारी ने पूर्व में ही दीगर व्यक्ति के नाम कब्रिस्तान की जमीन की डिक्री देने के मामले में अपने आदेशों को अपास्त कर दिया और इस आराजी जमीन को बहाल कर दिया। बता दें कि अलवर के अखेपुरा मोहल्ले में स्थित मेव समाज की कब्रिस्तान की करीब 7 बीघा जमीन को उमरेन के पूर्व प्रधान शिवराम गुर्जर के पुत्र के नाम करने के मामले को लेकर पूर्व मंत्री एवं कांग्रेस नेता नसरू खान ने इस मामले की जांच की मांग की थी और मुख्यमंत्री को पत्र लिखा था।
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