जयपुर : गोविंददेव जी मंदिर में भजनों पर जमकर नाचीं 80 साल की ‘दादी’, वीडियो देखकर झूम उठे लोग

छोटी काशी जयपुर को गोविंद देव जी की नगरी कहा जाता है। गोविंददेव जी जयपुर नगरी के आराध्य हैं। कोई भी व्यक्ति अगर जयपुर पहली…

जयपुर : गोविंददेव जी मंदिर में भजनों पर जमकर नाचीं 80 साल की 'दादी',

छोटी काशी जयपुर को गोविंद देव जी की नगरी कहा जाता है। गोविंददेव जी जयपुर नगरी के आराध्य हैं। कोई भी व्यक्ति अगर जयपुर पहली बार भी आता है तो वह गोविंददेव जी के दर्शन करने जरूर जाता है। इस मंदिर का वातावरण इतना भक्ति औऱ प्रेम से परिपूर्ण है कि कोई भी यहां आकर सांवरी सूरत वाले गोविंद के प्रेम में पागल सा हो जाता है। यहां के मधुर भजनों की गूंज जब हजारों स्वरों से निकल कर फूटती है तो सिर्फ मंदिर परिसर ही नहीं इंसान का रोम-रोम तक प्रफुल्लित हो उठता है। ऐसे में मन झूम उठता है, कान्हा के प्रेम में मगन होकर नाचने लगता है। कुछ ऐसा ही नजारा लिए एक वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। जिसमें लगभग एक 80 साल की बुजुर्ग महिला कान्हा के प्रेम में भक्ति से सराबोर होकर नाच रही हैं। आप भी यह वीडियो देखिए।

https://youtube.com/shorts/nBxVjo7lXJI?feature=share

इस वीडियो में एक बुजुर्ग महिला गोविंद देव जी के मंदिर में भजनों पर झूम रही हैं। उनका नृत्य तो ऐसा कि हर किसी की नजरें बस उन पर ही ठहरी हुई हैं। लगभग 80 साल की दादी ने भजन के एक-एक शब्द को अपने नृत्य की मुद्राओं में पिरोकर उसे गोविंद देव जी के समक्ष प्रस्तुत किया है। वीडियो देखकर आप उनकी उम्र का अंदाजा तक नहीं लगा सकते कि इस उम्र में भी ये दादी इस गजब की ऊर्जा के साथ नाच रही हैं। इन बुजुर्ग महिला के नृत्य से मंदिर में मौजूद हर व्यक्ति इतना अभिभूत हो गया कि वो उनकी नजर तक उतारने लगे। वीडियो में आप देखेंगे कि एक व्यक्ति ने तो उन दादी को दण्डवत प्रणाम तक कर दिया।

वीडियो देखकर खुद को झूमने से रोक नहीं पाएंगे आप

वीडियो को देखकर आपको मंदिर परिसर में व्याप्त प्रेम और भक्ति की साक्षात अनुभूति भी हो सकती है। मंदिर में मौजूद जिस किसी ने भी इन बुजुर्ग महिला के डांस को देखा वो हक्का-बक्का रह गया। मंदिर में भजन के दौरान ही मौजूद एक व्यक्ति ने ही वीडियो अपने कैमरे में कैद कर लिया औऱ अब यह वीडिय़ो सोशल मीडिया पर भी भक्ति औऱ प्रेम बरसा रहा है।

बता दें कि गोविंद देव जी मंदिर में भजन संध्या के वक्त हजारों की संख्या में भक्त उपस्थित होते हैं। य़हां आने वाले भक्तों में से आधे से ज्यादा तो इन भजनों को सुनने के लिए आते हैं क्योंकि जिस तरह से ये भजन गाए जाते हैं, उससे मन-मष्तिष्क में एक गजब की ऊर्जा का संचार होता है। भजनों में इतनी शक्ति है कि व्यक्ति हर तरह के मानसिक तनाव से यहां छुटकारा पाता है, हर तरह की नकारात्मकता को दूर कर सकारात्मक विचार मन में पैदा होते हैं।

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