टीम इंडिया के पूर्व क्रिकेटर आकाश चोपड़ा का मानना है कि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मौजूदा बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में पहले दो टेस्ट में बेहतरीन प्रदर्शन के बाद रवींद्र जडेजा की बल्लेबाजी ने खेल के सबसे लंबे प्रारूप में उनके संपूर्ण कौशल सेट पर विश्वास जताया है। जडेजा ने हाल ही में संपन्न हुए नागपुर टेस्ट और दिल्ली टेस्ट में कमाल का प्रदर्शन किया है। रविवार को दूसरे टेस्ट के तीसरे दिन अपनी दूसरी पारी में ऑस्ट्रेलिया को 113 रनों पर ऑलआउट करने के लिए उन्होंने खतरनाक गेंदबाजी की। टेस्ट क्रिकेट में एक पारी में 7 विकेट लेकर सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी प्रदर्शन भी दर्ज किया है।
आकाश चोपड़ा ने ESPN cric info में बातचीत करते हुए बताया है कि ऐसा लगता है जैसे वह क्रिकेट से कभी दूर नहीं गए है। पहले अक्षर पटेल हाथ घुमाकर विकेट लेता था, लेकिन अब अक्षर गेंदबाजी नहीं कर पा रहा है क्योंकि मैदान पर रवींद्र जडेजा है। जडेजा को शानदार प्रदर्शन के दम पर नागपुर और दिल्ली टेस्ट में प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया। टीम इंडिया ने दिल्ली में दूसरे टेस्ट में 6 विकेट से 2-0 की अजेय बढ़त बनाकर लगातार चौथी बार बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी बरकरार रखी है। मेरा मानना है कि यह जडेजा की बल्लेबाजी है जिसने उन्हें खिलाड़ी बनाया है। उनके पूरे कौशल सेट पर विश्वास है, उनके पूरे पैकेज ने उन्हें एक ऐसा खिलाड़ी बना दिया है, जिसके पास इतना आत्म-विश्वास भरा है।
एशिया कप 2022 में चोटिल हुए थे रवींद्र जडेजा
ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा यूएई में एशिया कप 2022 के बाद से नहीं खेले हैं, घुटने के चोट की वजह से उन्हें छह महीने के लिए खेल से दूर रहना पड़ा था। फिर फिट होने के बाद जडेजा ने रणजी ट्रॉफी में प्रतिस्पर्धी क्रिकेट में वापसी की। जहां उन्होंने भारत-ऑस्ट्रेलिया सीरीज से पहले तमिलनाडु के खिलाफ मुकाबले में सौराष्ट्र का नेतृत्व किया।