PM Modi Nomination Proposer: जयपुर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने मंगलवार को तीसरी बार वाराणसी लोकसभा सीट (Varanasi Lok Sabha Seat) से नामांकन दाखिल किया है। पीएम मोदी के नामांकन में इस बार पंडित गणेश्वर शास्त्री, बैजनाथ पटेल, लालचंद कुशवाहा और संजय सोनकर को प्रस्तावक बनाया गया था।
मोदी के नामांकन के खास अवसर पर काशी में 12 राज्यों के मुख्यमंत्री और 18 कैबिनेट मंत्री मौजूद रहे। गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, आंध्र प्रदेश के पूर्व सीएम चंद्रबाबू नायडू, अभिनेता पवन कल्याण, केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल, सुभासपा के ओमप्रकाश राजभर, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह समेत अन्य मुख्यमंत्री कलेक्ट्रेट पहुंचे थे।
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कौन हैं पीएम मोदी के 4 प्रस्तावक?
काशी की ज्योतिष परपंरा से आने वाले ब्राह्मण समाज से गनेश्वर शास्त्री द्रविड़, जयसंघ के समय से भाजपा से जुड़े बैजनाथ पटेल, ओबीसी समाज से ही लालचंद कुशवाहा और दलित समाज से आने वाले संजय सोनकर को पीएम का प्रस्तावक बनाया गया। पंडित गणेश्वर शास्त्री ने ही आयोध्या में राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा का शुभ मुर्हूत निकाला था। वो ब्रह्माण समाज से हैं। बैजनाथ पटेल ओबीसी समाज से आते हैं और वह संघ के पुराने और समर्पित कार्यकर्ता रहे हैं। लालचंद कुशवाहा भी ओबीसी समुदाय से हैं, जबकि संजय सोनकर दलित समाज से हैं।
नामांकन में प्रस्तावक कौन होते हैं?
निर्वाचन आयोग के मुताबिक, प्रस्तावक वे स्थानीय लोग होते हैं जो किसी उम्मीदवार को चुनाव लड़ने के लिए अपनी ओर से प्रस्तावित करते हैं। आमतौर पर नामांकन के लिए किसी महत्वपूर्ण दल के वीआईपी कैंडिडेट के लिए पांच ओर आम उम्मीदवार के लिए 10 प्रस्तावकों की जरूरत पड़ती है। नियमों के अनुसार, अगर कोई उम्मीद पर किसी मान्यता प्राप्त पार्टी के उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ रहा है, तो निर्वाचन क्षेत्र के एक मतदाता को उसकी उम्मीदवारी का प्रस्ताव देना आवश्यक होता है।
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नामांकन से पहले किया गंगा पूजन
पीएम मोदी ने नामांकन दाखिल करने से पहले सुबह दशाश्वमेध घाट पर पुरोहितों के मंत्रोच्चार के बीच गंगा का पूजन और आरती की। यहां पीएम क्रूज पर सवार होकर नमो घाट पहुंचे। फिर प्रधानमंत्री मैदागिन स्थित बाबा कालभैरव मंदिर पहुंचे और उन्होंने मंदिर में दर्शन किया। उन्होंने एक्स पर लिखा, अपनी काशी से मेरा रिश्ता अद्भुत है, अभिन्न है और अप्रतिम है। बस यही कह सकता हूं कि इसे शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता! साथ पीएम ने काशी का एक खूबसूरत वीडियो भी साझा किया।