Train Accident in India : जयपुर। ओडिशा के बालासोर में शुक्रवार शाम हुए ट्रेन हादसे में अब तक 280 यात्रियों की मौत हो गई। वहीं, हादसे में 900 से ज्यादा यात्री घायल हुए है। यह हादसा आजादी के बाद से अब तक देश में हुई ट्रेन दुर्घटनाओं में से एक है और 16 महीने बाद दूसरा बड़ा रेल हादसा है। इससे पहले पिछले साल पश्चिम बंगाल में रेल हादसा हुआ था। 14 जनवरी 2022 को पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी में दोमोहानी के पास हुए हादसे में 9 लोगों की जान चली गई थी।
लेकिन, शुक्रवार शाम ओडिशा में हुए भीषण हादसे ने पूरे देश का झंकझोर कर रख दिया है और पुराने जख्मों को याद दिला दिया। आजादी के बाद से अब तक हुए सैकड़ों रेल हादसों में हजारों लोग अपनी जान गंवा चुके है। लेकिन, देश में अब तक हुए 15 बड़े रेल हादसे ऐसे हुए है, जिनमें 100 से ज्यादा लोगों की मौत हुई है।
जानिए…कब-कब हुए बड़े ट्रेन हादसे
1954 : 27 सितंबर को जनगांव और रघुनाथपल्ली स्टेशनों के बीच एक गर्डर पुल पर एक्सप्रेस ट्रेन बेपटरी होने से 136 लोगों की मौत हो गई थी। 28 सितंबर को हैदराबाद में एक ट्रेन यशंती नदी में गिरने से 139 लोगों की जान चली गई थी।
1956 : 2 सितंबर को हैदराबाद में एक ट्रेन पुल से गिरने के कारण 125 यात्रियों की मौत हो गई थी। 23 नवंबर को मद्रास-तूतीकोरिन एक्सप्रेस ट्रेन नदी में गिरने से 104 लोगों की मौत हो गई थी।
1962 : 22 जुलाई को हावड़ा जाने वाली पंजाब मेल डुमरांव रेलवे स्टेशन पर एक मालगाड़ी से टकराने से 100 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी।
1963 : 22 जुलाई को टुंडला जंक्शन के पास एत्मादपुर में उद्यान आभा तूफान एक्सप्रेस बेपटरी होने से 100 से अधिक यात्रियों की मौत हो गई थी।
1964 : 23 दिसंबर को पंबन-धनुस्कोडी पैसेंजर ट्रेन रामेश्वरम चक्रवात से बह गई थी, जिसमें सवार 126 से अधिक यात्रियों की मौत हो गई थी।
1981 : 6 जून को देश में सबसे बड़ा रेल हादसा हुआ था। बिहार में पुल पार करते समय एक ट्रेन बागमती नदी में समा गई थी। इस हादसे में 750 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी।
1995 : 20 अगस्त को उत्तर प्रदेश में फिरोजाबाद के पास पुरुषोत्तम एक्सप्रेस ट्रैक पर खड़ी कालिंदी एक्सप्रेस से टकरा गई थी। इस घटना में 305 लोगों की मौत हुई थी।
1998 : 26 नवंबर को जम्मू तवी-सियालदह एक्सप्रेस पंजाब के खन्ना में फ्रंटियर गोल्डन टेंपल मेल के पटरी से उतरे तीन डिब्बों से टकरा गई थी। इस हादसे में 212 लोगों की जान चली गई थी।
1999 : 2 अगस्त को ब्रह्मपुत्र मेल गैसल स्टेशन पर अवध असम एक्सप्रेस से टकरा गई थी। इस हादसे में 285 से अधिक लोगों की मौत हुई थी।
2016 : 20 नवंबर को पुखरायां ट्रेन पटरी से उतर गई थी। इस हादसे में 152 लोगों की मौत हो गई थी।
2002 : 9 सितंबर को रफीगंज ट्रेन हादसा-हावड़ा राजधानी एक्सप्रेस रफीगंज में धावे नदी पर एक पुल के ऊपर पटरी से उतर गई थी। इस हादसे में 140 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी।
1964 : 23 दिसंबर को पंबन-धनुस्कोडि पैसेंजर ट्रेन रामेश्वरम में हादसे का शिकार हो गई थी। इस हादसे में 126 से अधिक यात्रियों की मौत हो गई थी।
2010 : 28 मई को जनेश्वरी एक्सप्रेस ट्रेन बेपटरी हो गई थी। एक ट्रेन झारग्राम के पास बेपटरी होकर मालगाड़ी से भिड़ गई थी। इस हादसे में 148 यात्रियों की मौत हो गई थी।
2016 : 20 नवंबर को पुखरायां ट्रेन बेपटरी होकर इंदौर-राजेंद्र नगर एक्सप्रेस ट्रेन से टकरा गई थी। इस हादसे में 152 की मौत हो गई थी और 260 घायल हो गए थे।
2023 : 2 जूल करे ओडिशा के बालासोर में तीन ट्रेनें दुघर्टनाग्रस्त होने से 238 लोगों की मौत हो गई और 900 से ज्यादा लोग घायल हो गए।
24 साल में हुए ये रेल हादसे
2001 : 31 मई को उत्तर प्रदेश में एक रेलवे क्रॉसिंग पर सवारी करते हुए बस और ट्रेन की टक्कर में 31 यात्रियों की मौत हो गई थी।
2002 : 5 जनवरी को महाराष्ट्र के घाटनदुर स्टेशन पर एलेक्जेंडराबाद-मनमाड एक्सप्रेस मालगाड़ी से टकरा गई थी। हादसे में 21 लोगों की मौत हो गई थी। 23 मार्च को लोकमान्य तिलक सुपरफास्ट एक्सप्रेस की 13 बोगियों के मध्य प्रदेश के नरसिंहपुर में बेपटरी हो गई थी। 12 मई को नई दिल्ली से पूर्व जा रही श्रमिक एक्सप्रेस बेपटरी होने से 12 लोगों की मौत हो गई थी। 9 सितंबर को बिहार के औरंगाबाद जिले में हावड़ा-दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस की एक बोगी के धवे नदी में गिरने से 100 यात्रियों की मौत हो गई थी।
2003 : एक मई को फ्रंटियर मेल की तीन बोगियों में आग लगने से 38 लोगों की मौत हो गई थी। 22 जून को करवार-मुंबई सेंट्रल हॉलिडे विशेष ट्रेन के महाराष्ट्र के सिंधुदुर्ग जिले में बेपटरी होने से 53 यात्रियों की मौत हो गई थी। 2 जुलाई को वारंगल में ट्रेन के कई डिब्बे नदी में गिरने से 18 लोगों की मौत हो गई थी।
2004 : 27 सितंबर को गुवाहाटी जाने वाली कंचनजंगा एक्सप्रेस पश्चिम बंगाल के दिनाजपुर जिले में एक ट्रक से टकरा गई थी। इस हादसे में 30 लोगों की जान चली गई थी। 12 अक्टूबर को पंजाब के जालंधर में दो ट्रेनों की आमने-सामने की भिड़ंत में 34 लोगों की मौत हो गई थी। वहीं, महाराष्ट्र में ट्रेन और ट्रैक्टर-ट्रॉली की भिडंत में 50 यात्रियों की मौत हो गई थी।
2005 : 21 अप्रैल को गुजरात में बड़ोदरा के पास साबरमती एक्सप्रेस और एक मालगाड़ी की टक्कर से 17 लोगों की मौत हो गई थी।
2006 : 9 नवंबर को पश्चिम बंगाल में रेल दुर्घटना में 40 लोगों की मौत हो गई थी। वहीं, बिहार के भागलपुर जिले में पुल टूटने से एक ट्रेन नदी में गिर गई थी। इस हादसे में 35 लोगों की मौत हो गई थी।
2007 : 16 अप्रैल को तमिलनाडु में तिरुमतपुर के कांचीपुरम गांव के पास एक ट्रेन और मिनीबस की टक्कर में 11 लोग मारे गए थे। 22 अगस्त को सिकंदराबाद से काकिनाडा जा रही गौतमी एक्सप्रेस में आग लगने से 32 लोग जिंदा जल गए थे।
2009 : 13 फरवरी को उड़ीसा के रायपुर रोड स्टेशन पर कोरोमंडल एक्सप्रेस की 12 बोगियां बेपटरी होने से 15 लोगों की मौत हो गई थी। 20 अक्टूबर को ट्रेन हादसे में 21 लोगों की मौत हो गई थी।
2010 : 2 जनवरी को गोरखधाम एक्सप्रेस और प्रयागराज एक्सप्रेस की भिडंत में 10 की मौत हो गई थी। 28 मई को ज्ञानेश्वरी एक्सप्रेस ट्रेन पटरी से उतर हावड़ा-लोकमान्य तिलक टर्मिनस ज्ञानेश्वरी सुपर डीलक्स एक्सप्रेस से टकरा गई थी। इस हादसे में 140 लोग मारे गए थे। 19 जुलाई को सैंथिया रेलवे स्टेशन पर उत्तर बंग एक्सप्रेस और वनांचल एक्सप्रेस की टक्कर में 66 लोगों की मौत हो गई थी।
2011 : 7 जुलाई को उत्तर प्रदेश के कांशीराम नगर जिले में मथुरा- छपरा एक्सप्रेस ने एक बस को टक्कर मार दी थी। इस हादसे में 38 लोगों की मौत हो गई थी। 10 जुलाई को उत्तर प्रदेश के फतेहपुर के पास कालका मेल बेपटरी होने से 70 लोगों की मौत हो गई थी।
2012 : 20 मार्च को यूपी में एक ट्रेन मिनीवैन से टकरा गई थी, जिसमें 15 की मौत हो गई थी। 22 मई को हुबली-बैंगलोर हम्पी एक्सप्रेस आंध्र प्रदेश में पेनुकोंडा के पास एक मालगाड़ी से टकरा गई थी। इस हादसे में 14 की मौत हो गई थी। 30 जुलाई को आंध्र प्रदेश में नेल्लोर के पास तमिलनाडु एक्सप्रेस में आग लगने से 47 लोगों की मौत हो गई थी।
2013 : 28 दिसंबर को बैंगलोर सिटी-हजूर साहिब नांदेड़ एक्सप्रेस में आंध्र प्रदेश के कोथाचेरुवु के पास आग लगने से 26 लोग जिंदा जल गए थे।
2014 : 4 मई को सावंतवाड़ी पैसेंजर ट्रेन बेपटरी होने से 20 लोगों की मौत हो गई थी। 26 मई को यूपी में गोरखधाम एक्सप्रेस और मालगाड़ी की भिडंत में 25 लोगों की मौत हो गई थी। 23 जुलाई को बस-ट्रेन की टक्कर में 20 की मौत हो गई थी। 7 जुलाई को यूपी में मथुरा-छपरा एक्सप्रेस एक बस से टकरा गई थी। इस हादसे में 38 लोगों की मौत हो गई थी।
2015 : 13 फरवरी को बैंगलोर सिटी-एर्नाकुलम इंटरसिटी एक्सप्रेस बेपटरी होने से 12 की मौत हो गई थी। 20 मार्च को यूपी में जनता एक्सप्रेस ट्रेन बेपटरी होने से 58 की मौत हो गई थी। 4 अगस्त को मध्य प्रदेश में कामायनी एक्सप्रेस और जनता एक्सप्रेस की भिड़ंत में 31 लोगों की मौत हो गई थी।
2016 : 20 नवंबर को पुखरायां ट्रेन बेपटरी होकर इंदौर-राजेंद्र नगर एक्सप्रेस ट्रेन से टकरा गई थी। इस हादसे में 152 की मौत हो गई थी।
2017 : 21 जनवरी को कुनेरू ट्रेन बेपटरी होने से 41 की मौत हो गई थी। 19 अगस्त को पुरी-हरिद्वार कलिंग उत्कल एक्सप्रेस उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर के पास खतौली में पटरी से उतर गई थी। इस हादसे में 23 की मौत हो गई थी।
2018 : 19 अक्टूबर को अमृतसर में दशहरा उत्सव देखने के लिए पटरियों पर खड़े दर्शकों की भीड़ में एक ट्रेन के घुस जाने से लगभग 59 लोगों की मौत हो गई थी।
2022 : 13 जनवरी को बीकानेर-गुवाहाटी एक्सप्रेस बेपटरी होने से 9 लोगों की मौत हो गई थी।
2023: ओडिशा में तीन ट्रेनों की भिड़ंत में 280 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है।