भोपाल। मध्य-प्रदेश के खरगोन में आज एक बड़ा हादसा हो गया। यहां एक बस पुल की रेलिंग को तोड़ते हुए नदी में जा गिरी, जिससे 15 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई। 25 गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। मरने वालों में बस का चालक, परिचालक और क्लीनर भी शामिल है।
इस हादसे पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्रीशिवराज सिंह चौहान ने शोक व्यक्ति किया। उन्होंने बस दुर्घटना में मारे गए लोगों की आत्माओं की शांति और घायलों के जल्द स्वस्थ होने की प्रार्थना की।
पीड़ितों के लिए मुआवजे का ऐलान
मध्य प्रदेश सरकार ने बस हादसे में जान गंवाने वाले लोगों के परिजनों के लिए मुआवजे का ऐलान किया है। जिसके तहत पीड़ित परिवार को 4-4 लाख रुपए की आर्थिक सहायता के लिए राशि मिलेगी। वहीं घायलों का इलाज का खर्चा भी सरकार उठाएगी। सरकार की तरफ से गंभीर रूप से घायल लोगों के लिए 50 हजार, बाकी अन्य घायलों के लिए 25 हजार रुपए की मदद की घोषणा की है। इसके साथ ही इस पूरे बस हादसे की मजिस्ट्रेट स्तर की जांच के आदेश दे दिए हैं।
तेज रफ्तार में थी ओवरलोडेड बस
यह हादसा आज सुबह लगभग 8:30 बजे हुआ। जानकारी के मुताबिक यह निजी बस श्रीखंडी से इंदौर जा रही थी। जब बस डोंगरगांव के बीच बोरा नदी पर बने पुल पर से गुजर रही थी, तभी तेज रफतार के चलते बस अननियंत्रित हो गई और पुल की रेलिंग को तोड़ते हुए नीचे जा गिरी। जांच में सामने आ रहा है कि बस क्षमता से ज्यादा सवारियों को लेकर चल रही थी, वह ओवरलोडेड थी। यह बस एमएसटी हीरामणि ट्रेवल्स की थी।
एसपी-कलेक्टर, विधायक मौके पर
जैसे ही यह हादसा हुआ भयंकर चीख-पुकार मच गई। जिसको सुनकर आसपास के गांव के लोग निकले। साथ ही सड़क पर से गुजर रहे राहगीरों ने भी काफी मदद की। हर संभव कोशिश करके उन्होंने लोगों को निकालने की कोशिश की। धीरे-धीरे घायलों को निकालकर अस्पताल भेजा जा रहा है। मामले की सूचना पर एसपी, कलेक्टर और विधायक भी घटनास्थल पर पहुंच चुके हैं।
बस चालकों की मनमानी से आए दिन होते हादसे
विधायक रवि जोशी से ग्रामीणों ने कहा कि बीते लंबे समय से यहां पर निजी बसों की मनमानी चल रही है। वह बसों को ओवरलोडेड करके यहां से निकलते हैं। साथ ही तेज रफ्तार में भी बस चलाते हैं। जिससे आए दिन हादसे हो चुके हैं। कई बार बस वालों से इस तरह बस चलाने से मना किया लेकिन वह अपनी दबंगई दिखाते हैं, अपनी हरकतों से बाज नहीं आते हैं। इसलिए आज यह हादसा देखने को मिला।