जयपुर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज राजस्थान के विकास के लिए करीब 17 हजार करोड़ रुपए की परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण किया। ये प्रोजेक्ट्स- रेल, रोड, सौर ऊर्जा, पानी और एलपीजी जैसे विकास कार्यक्रमों से जुड़े हैं। पीएम मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से ‘विकसित भारत विकसित राजस्थान’ कार्यक्रम को संबोधित किया। पीएम मोदी जेईसीसी सीतापुरा में आयोजित कार्यक्रम के दौरान 17 हजार करोड़ रुपए से अधिक की कई विकास परियोजनाओं का लोकार्पण किया।
इस दौरान पीएम मोदी ने कहा- ये परियोजनाएं राजस्थान के हजारों युवाओं को रोजगार देने वाली हैं। मैं इन प्रोजेक्ट्स के लिए राजस्थान के सभी साथियों को बहुत-बहुत बधाई देता हूं। जब मैं विकसित भारत की बात करता हूं, तो ये केवल शब्द भर नहीं है, ये केवल भाव भर नहीं है। उन्होंने कहा कि विकसित भारत बनाने के लिए हम देश के 4 वर्गों को मजबूत बनाने में जुटे हैं। ये वर्ग हैं- युवा, महिला, किसान और गरीब। हमारे लिए यही 4 सबसे बड़ी जातियां हैं।
उन्होंने कहा- ये हर परिवार का जीवन समृद्ध बनाने का अभियान है, ये गरीबी को जड़ से मिटाने का अभियान है, ये युवाओं के लिए अच्छे रोजगार बनाने का अभियान है, ये देश में आधुनिक सुविधाएं बनाने का अभियान है।
इस दौरान पीएम मोदी ने कांग्रेस पर हमला बोला। उन्होंने कहा-कांग्रेस के साथ एक बहुत बड़ी समस्या ये है कि वो दूरगामी सोच के साथ सकारात्मक नीतियां नहीं बना सकती। कांग्रेस न भविष्य को भांप सकती है और न ही भविष्य के लिए उसके पास कोई रोड मैप है। कांग्रेस की इसी सोच के कारण भारत अपनी बिजली व्यवस्था को लेकर बदनाम रहता था।
उन्होंने कहा-कांग्रेस के दौरान बिजली की कमी के कारण पूरे देश में कई-कई घंटों तक अंधेरा हो जाता था। करोड़ों घरों में बिजली कनेक्शन ही नहीं था। बिजली के अभाव में कोई भी देश विकसित नहीं हो सकता। कांग्रेस जिस रफ्तार से इस चुनौती पर काम कर रही थी, उससे बिजली समस्या ठीक होने में कई दशक लग जाते। हमने सरकार में आने के बाद देश को बिजली की चुनौतियों से निकालने पर ध्यान दिया।
बांदीकुई-आगरा रेलवे ट्रैक डबलिंग सहित ये प्रोजेक्ट खास
प्रधानमंत्री मोदी ने राजस्थान में लगभग 2275 करोड़ की लागत से 8 नई परियोजनाओं का शिलान्यास किया। जिसमें जयपुर और आगरा मंडल के लिए सबसे महत्वपूर्ण खातीपुरा स्टेशन पर लंबित कोच केयर कॉम्प्लेक्स और बांदीकुई-आगरा ट्रैक डबलिंग प्रोजेक्ट भी है। करीब 10 साल से रुकी पड़ी बांदीकुई-आगरा (151 किमी) ट्रैक पर डबलिंग प्रोजेक्ट की लागत अब 1380 करोड़ से घटकर 1 हजार करोड़ हो गई है।
इसका बड़ा कारण जमीन अधिग्रहण में कमी और अन्य कई तकनीकी कारण बताए जा रहे हैं। हाल ही में सरकार ने अंतरिम बजट में इस प्रोजेक्ट को 150 करोड़ दिए थे। इससे अब डबलिंग का काम शुरू हो जाएगा। आगरा मंडल द्वारा टेंडर प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है। इस ट्रैक पर डबलिंग का सबसे ज्यादा फायदा जयपुर को मिलने वाला है, क्योंकि बॉटल नेक खत्म होने से जयपुर-आगरा के बीच अधिक ट्रेनें दौड़ेंगी। वहीं इस रूट पर यात्रियों का 30 से 45 मिनट तक का समय बचेगा। रेलवे की ओर से साल 2026 में प्रोजेक्ट को पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
खातीपुरा में कोच केयर कॉम्प्लेक्स बनेगा
खातीपुरा को जयपुर स्टेशन पर ट्रेनों का दबाव कम करने के लिए टर्मिनल स्टेशन बनाया गया है। हालांकि इसे 2012-13 में बनाए जाने की स्वीकृति मिल गई थी। लेकिन बजट नहीं दिए जाने के कारण इसे विकसित नहीं किया जा सका। लेकिन अब इस काम को पूरा हुए करीब एक साल हो गए। प्रधानमंत्री मोदी ने टर्मिनल स्टेशन के साथ 205 करोड़ की लागत से बनने वाले कोच केयर कॉम्प्लेक्स का शिलान्यास किया।
ट्रेन ऑपरेशन एक्सपर्ट आशीष पुरोहित और रजनीश शर्मा बताते हैं कि रेलवे द्वारा चरणबद्ध तरीके से अजमेर, उदयपुर, जोधपुर, सहित विभिन्न शहरों की जयपुर से ओरिजनेट/टर्मिनेट होने वाली ट्रेनों को खातीपुरा से चलाया जाएगा। हालांकि कोच केयर कॉम्प्लेक्स को बनने में करीब एक साल लगेंगे। ऐसे में ट्रेनों को यहां से ओरिजनेट/टर्मिनेट तो किया जाएगा, लेकिन इनका मेंटेनेंस जयपुर में ही किया जाएगा। 16.78 हेक्टेयर भूमि में बनाए जाने वाले कॉम्प्लेक्स में 8 लाइन बनाई जाएंगी। यहां कोच के पहियों (व्हील) की जांच के लिए व्हील डायग्नोस्टिक सिस्टम (डब्ल्यूडीएस) भी लगाया जाएगा।