नई दिल्ली के सफदरगंज रेलवे स्टेशन पर पैलेस ऑन व्हील्स शाही ट्रेन के पहले कॉमर्शियल टूर के लिए आज हरी झंडी दिखाई जाएगी। यह कार्यक्रम आज शाम 6:30 बजे होगा। इससे पहले शाम साढ़े 5 के बाद अतिथियों और वरिष्ठ नेताओं का रेलवे स्टेशन पर आगमन होगा। साढ़े 6 बजे इस ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया जाएगा। इसके लिए RTDC अध्यक्ष धर्मेंद्र राठौड़ दिल्ली पहुंच गए हैं। पैलेस ऑन व्हील्स शाही रेलगाड़ी को राजस्थान का सांस्कृतिक दूत कहा जाता है जो पर्यटन के क्षेत्र में दुनिया में एक मिसाल है। पिछले 40 वर्षों से चल रही इस ट्रेन को 2 वर्षों के अन्तराल के बाद फिर से प्रारम्भ करना बहुत ही चुनौतीपूर्ण था।
कई चुनौतियों के बावजूद मिली सफलता
राजस्थान पर्यटन विकास निगम यानी RTDC के अध्यक्ष धर्मेन्द्र राठौड़ ने बताया कि पैलेस ऑन व्हील्स 1982 से लगातार चल रही थी, 2020 में कोविड के कारण इस ट्रेन को बंद कर दिया गया था, पैलेस ऑन व्हील्स को फिर से चलाना सबसे बड़ी चुनौती थी। पूरी दुनिया में 10 इस तरह की लग्जरी ट्रेन है, बाकी 9 ट्रेन अभी तक बन्द पड़ी है। पूरे विश्व में 10 लग्जरी ट्रेनों में 9 नहीं चली अभी तक, पैलेस ऑन व्हील्स का फिर संचालन हमारे लिए गर्व की बात है।
अब से पैलेस ऑन व्हील्स फिर से पटरियों पर दौड़ेगी, यह दिखाता है कि आने वाले दिनों में पर्यटन क्षेत्र और मजबूती के साथ उभरेगा। रवानगी से पहले पैलेस ऑन व्हील्स शाही ट्रेन का अवलोकन कर सुविधाओं का जायजा लिया। यात्रियों को मंगलमय सफर के लिए शुभकामनाएं दी, शाही रेल में राजस्थान की हेरिटेज और सांस्कृतिक परम्परा को देखकर देश-विदेश के पर्यटक रोमांचित हो जाते हैं। इस ट्रेन में आधुनिक साज-सज्जा और सभी पर्यटक सुख-सुविधाओं का समावेश किया गया है। पर्यटन की दृष्टि से राजस्थान की पुरानी हवेलियां, गढ़, किले और रेगिस्तान के साथ लोक कलाएं, हस्तशिल्प आदि की दुनिया भर में खास पहचान है।
राजस्थान के राजसी माहौल का अनुभव देती है ट्रेन
प्रथम शाही रेल वर्ष 1982 में प्रारंभ हुई थी। रेलवे द्वारा समय-समय पर रेल की गेज परिवर्तन के फलस्वरूप मीटर गेज से ब्रॉड गेज ट्रेन वर्ष 1991 में दूसरी और 1995 में तीसरी शाही रेल का निर्माण किया गया। शाही रेलगाड़ी का सात दिवस का दिल्ली व आगरा के अलावा राजस्थान के खूबसूरत शहरों जयपुर, जोधपुर, उदयपुर, चित्तौड़गढ़, जैसलमेर तथा भरतपुर का सफर देशी और विदेशी पर्यटकों को आकर्षित करता है।
राजस्थान के गौरवशाली इतिहास के दर्शन कराती इस शाही रेल का सफर देशी और विदेशी पर्यटकों को आनंदित करता है। यहां पर पर्यटक अपने आप को राजसी माहौल में पाता है। इसमें आवभगत, स्वादिष्ट व्यंजन और पर्यटन निगम के अधिकारियों तथा कर्मचारियों की सेवा भावना व अतिथि सत्कार को देखकर पर्यटक रोमांचित होते हैं।
प्रर्यटन के क्षेत्र में मिली आशातीत सफलता
निगम अध्यक्ष राठौड़ ने बताया कि मैंने जब आरटीडीसी चैयरमेन का पदभार ग्रहण किया था तब कहा था “पैलस ऑन व्हील्स को मैं सितम्बर के अंतिम या, अक्टूबर के प्रथम सप्ताह में चलाऊंगा। उन्होंने कहा कि चुनौती बड़ी थी, लेकिन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का आशीर्वाद हमें प्राप्त था। उनकी मंशा थी की राजस्थान का टूरिज्म सेक्टर ओर ज्यादा बढ़े। मुख्यमंत्री जी ने बजट में 1000 करोड़ रुपये के पर्यटन विकास कोष के गठन का ऐलान किया और ऐलान करके वह बजट भी हमें एलॉट किया। इन सबके बीच जो फाइनेंशियल प्रॉब्लम थी उसको मुख्यमंत्री गहलोत ने दूर किया। इसके लिए मैं उनका आभार व्यक्त करता हूँ।
केंद्र ने आगे नहीं बढ़ाया पुराना एग्रीमेंट
राठौड़ ने कहा कि ट्रेन को दोबारा चलवाने के लिए केन्द्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से दो बार पर्यटन विभाग के अधिकारियों के साथ मैंने मुलाकात की थी। इसमें हमने साल 1982 के एग्रीमेंट को ही आगे ले जाने का निवेदन किया था लेकिन यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है कि भारत सरकार ने इस पर पूरी तहर से निजीकरण पर जोर देकर रखा है।
मजबूरन नई पॉलिसी के तहत करना पड़ा समझौता
रेल मंत्री ने कहा कि अब नया एग्रीमेंट होगा और वो भी अब जो नई पॉलिसी आई है उसे भारत गौरव ट्रेन (बीगीटी) के तहत पालन करना होगा। यह पॉलिसी निजीकरण की तरफ इशारा कर रही है, हमने उनको खूब दलील दी, हर तरह से उन्हें समझाने की कोशिश की। यह भी कहा कि 1982 से आरटीडीसी रेलवे का सबसे पुराना ग्राहक है, आरटीडीसी ने सैकड़ों करोड़ रुपये रेलवे को कमाकर दिए हैं, इसलिये हमारा यह एग्रीमेंट आगे बढ़ाया जाए लेकिन वे भी नई प़ॉलिसी पर अड़े रहे। फिर हमें मजबूरन नई पॉलिसी भारत गौरव ट्रैन के तहत एग्रीमेंट करना पड़ा। लेकिन इन सब चुनौतियों के बावजूद फिर से पैलेस ऑन व्हील्स का संचालन हमारे लिए बहुत ही खुशी एवं गर्व की बात है।
ये नेता रहेंगे उपस्थित
पैलेस ऑन व्हील्स की शुरूआत के इस अवसर पर मुकुल वासनिक राष्ट्रीय महासचिव (AICC), भँवर जितेंद्र सिंह राष्ट्रीय महासचिव (AICC), शांति कुमार धारीवाल यूडीएच मंत्री राजस्थान सरकार, महेश जोशी पीएचइडी मंत्री राजस्थान सरकार, राजेन्द्र यादव गृह राज्यमंत्री राजस्थान सरकार, बलजीत यादव विधायक बहरोड़, प्रमुख शासन सचिव पर्यटन गायत्री राठौड़, आरटीडीसी के प्रबंध निदेशक विजयपाल सिंह, निदेशक पर्यटन रश्मि शर्मा, भारतीय रेलवे के उच्चाधिकारी व आमजन उपस्थित रहेंगे।
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