Odisha Train Accident : भुवनेश्वर। बालासोर ट्रेन हादसे के बाद ओडिशा सरकार के सामने एक नया संकट खड़ा हो गया है। मुर्दाघरों में ऐसे शवों का ढेर लगा है जिनकी अभी शिनाख्त नहीं हो पाई है या जिन्हें लेने के लिए कोई दावेदार सामने नहीं आए हैं। ऐसे लावारिस शवों की संख्या इतनी अधिक है कि मुर्दाघरों में जगह कम पड़ गई है। ओडिशा सरकार ने बालासोर से 187 शवों को भुवनेश्वर भिजवाया है।
इनमें से 100 शव भुवनेश्वर एम्स में रखे गए हैं जबकि बाकी शव अन्य अस्पतालों में भेजे गए हैं। एम्स के एक अधिकारी ने कहा, जगह की कमी के कारण यहां भी शवों को संभालकर रखना एक चुनौती है। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण सचिव शालिनी पंडित ने कहा, सभी शव मुर्दाघरों की कमी के कारण प्रशीतन भंडारण गृह में रखे गए हैं।
शवों का ब्योरा तीन वेबसाइटों पर अपलोड
ओडिशा के मुख्य सचिव पी के जेना ने कहा कि प्रशासन के लिए इन शवों की शिनाख्त एक बड़ी चुनौती है क्योंकि दरु्घटना में मारे गए लोग विभिन्न राज्यों के हैं। यात्रियों का ब्योरा तीन वेबसाइटों-विशेष राहत आयुक्त, भुवनेश्वर नगर निगम और ओडिशा राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की वेबसाइटों पर डाल दिया गया है। मृत यात्रियों की फोटो युक्त सूची भी वेबसाइटों पर अपलोड कर दी गई है । एक डाक्टर ने पीटीआई को बताया, शव क्षत विक्षत हालत में हैं । मैंने एक व्यक्ति का केवल सिर देखा, उसके शरीर के बाकी अंगों के नाम पर कुछ नहीं था।
क्षतिग्रस्त डिब्बे हटाए, पटरियों की मरम्मत
ओडिशा में बालासोर जिले के बाहानगा बाजार में शुक्रवार को हुए भीषण रेल हादसे के बाद, पूर्वी एवं दक्षिण भारत को जोड़ने वाली मुख्य ‘ट्रैक लाइन’ से रेलगाड़ियों के क्षतिग्रस्त डिब्बे हटा दिए गए हैं तथा ट्रेन सेवा बहाल करने के लिए दो रेल पटरियों को दुरुस्त कर दिया गया है। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने ट्वीट किया कि ‘अप-लाइन’ को दुरुस्त कर दिया गया है और ‘ओवरहेड’ विद्युतीकरण का काम भी शुरू हो गया है। उन्होंने इससे पहले एक ट्वीट में कहा था कि हावड़ा जाने वाली ‘डाउन लाइन’ को बहाल कर दिया गया है।
डिब्बों की गहन तलाशी
अधिकारियों ने बताया कि पटरियों से हटाए गए यात्री डिब्बों की गहन तलाशी ली जा रही है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि क्षतिग्रस्त डिब्बों के स्टील के पुर्जों में कोई शव फंसा न रह गया हो।
कांग्रेस ने मांगा रेल मंत्री का इस्तीफा
कांग्रेस ने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के इस्तीफे की मांग की और आरोप लगाया कि उनका प्रचार पाने का हथकंडा भारतीय रेलवे की गंभीर कमियों, आपराधिक लापरवाही और सुरक्षा की पूर्ण उपेक्षा पर भारी पड़ गया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सरकार ने भारतीय रेलवे और लोगों के बीच जो अव्यवस्था पैदा की है, उसकी उन्हें जिम्मेदारी लेनी चाहिए। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने आरोप लगाया कि पीएम मोदी ट्रेनों को हरी झंडी दिखाने में व्यस्त हैं।
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